जम्मू-कश्मीर (Jammu-Kashmir) में बारामुला (Baramula) में सोमवार को आतंकी हमले में शहीद हुए 5 जवानों में 2 बिहार (Bihar) की मिट्टी के लाल थे. अमर सपूतों के बलिदान की खबर मिलते ही शहीद के परिजनों को बेटे पर फक्र और उनके जाने का गम भी सता रहा है.
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नई दिल्ली: जम्मू-कश्मीर (Jammu-Kashmir) में बारामुला (Baramula) में सोमवार को आतंकी हमले में शहीद हुए 5 जवानों में 2 बिहार (Bihar) की मिट्टी के लाल थे. अमर सपूतों के बलिदान की खबर मिलते ही शहीद के परिजनों को बेटे पर फक्र और उनके जाने का गम भी सता रहा है. दोनों शहीद सीआरपीएफ (CRPF) जवानों को बिहार समेत पूरा देश नमन कर रहा है. शहीद सीआरपीएफ जवान खुर्शीद खान रोहतास के रहनेवाले थे, वहीं शहीद लवकुश शर्मा जहानाबाद के निवासी थे. 2 दिन पहले बारामुला में आतंकियों ने CRPF की पेट्रोलिंग पार्टी पर हमला किया था. इस हमले में CRPF के 2 जवान शहीद हुए थे.
शहीद खुर्शीद खान और शहीद लवकुश शर्मा की पार्थिव देह जब बिहार पहुंची, तो अपने अमर सपूतों के अंतिम दर्शन और आखिरी सलामी के लिए लोगों का सैलाब उमड़ पड़ा. हर कोई अपने जिले के लाल की वीरता और शहादत पर गर्व कर रहा था. शहीद खुर्शीद खान 2002 में CRPF में भर्ती हुए थे. जबकि शहीद लवकुश शर्मा 2014 में CRPF में शामिल हुए थे.
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मां बाप की इकलौती संतान शहीद लवकुश शर्मा का 7 साल का बेटा सूरज और 3 साल की बेटी अन्नया है. शहीद लवकुश पिछले साल 25 दिसम्बर को छुट्टी पर अपने गांव आये थे.और महीने भर की छुट्टी के बाद वापस ड्यूटी पर जम्मू कश्मीर गए थे. लेकिन तब किसी ने सोंचा भी नहीं होगा कि अगली बार वो घर तिरंगे में लिपट कर लौटेगा.
रोहतास के रहने वाले शहीद खुर्शीद खान के परिवार में मातम है. 5 भाइयों में सबसे बड़े खुर्शीद के जाने का गम परिवार को अंदर तक तोड़ चुका है. खुर्शीद इसी साल 14 मार्च को घर आए थे और लॉकडाउन की वजह से 19 जून को वापस अपनी पोस्ट पर पहुंचे थे. शहीद खुर्शीद अपने पीछे पत्नी और 3 बेटियों को छोड़ गए है. शहीद की पत्नी ने कहा कि मुझे पति पर गर्व है.
पाकिस्तान पूरी दुनिया में आतंकवाद फैलाने के लिए कुख्यात है. भारत ने अभी हाल ही में संयुक्त राष्ट्र संघ (UN) में भी पाकिस्तान को आतंकवाद का सबसे बड़ा गढ़ बताते हुए फटकार लगाई थी. सेना और सुरक्षा बलों ने दोनों जवानों की शहादत का बदला तो उसी वक्त ले लिया था. लेकिन जिस अंदाज में सेना और पैरा मिलिट्री फोर्स आक्रामक कश्मीर में ऑपरेशन ऑल आउट चला रही है, उससे संकेत मिलता है कि जल्द ही पूरा कश्मीर आतंकवाद की समस्या से मुक्त होगा.
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