कोलकाता कांड में अचानक क्यों उठ रही ममता बनर्जी की गिरफ्तारी की मांग?
Kolkata Rape Murder Case: भारतीय जनता पार्टी के सांसद ज्योतिर्मय सिंह महतो ने प्रवर्तन निदेशालय (ED) को पत्र लिखकर कोलकाता के आरजी कर मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल में ट्रेनी डॉक्टर से रेप और फिर हत्या के मामले में बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की जांच करने का आग्रह किया है. इसके साथ ही उन्होंने ममता बनर्जी की गिरफ्तारी की भी मांग की है.
Kolkata Doctor Rape and Murder Case: कोलकाता के आरजी कर मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल में 31 साल की लेडी डॉक्टर के साथ रेप और हत्या के बाद देशभर में गुस्सा है. इस बीच पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी (Mamata Banerjee) की गिरफ्तारी की मांग उठने लगी है. इसको लेकर बीजेपी सांसद ज्योतिर्मय सिंह महतो (Jyotirmay Singh Mahato) ने प्रवर्तन निदेशालय (ED) के निदेशक को एक पत्र लिखा है और आरजी कर मेडिकल कॉलेज रेप-मर्डर केस की गहन जांच करने की मांग की है. इसके साथ ही उन्होंने पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की गिरफ्तारी की भी मांग की है. बीजेपी सांसद यह पत्र हाल ही में कोलकाता में हुई बलात्कार की घटना और कथित तौर पर संदीप घोष से जुड़े एक स्वास्थ्य घोटाले से संबंधित वित्तीय कदाचार के आरोपों के बाद आया है.
सबूत दे रहे सत्ता के दुरुपयोग का संकेत: बीजेपी सांसद
एक्स पर एक पोस्ट में बीजेपी सांसद ज्योतिर्मय सिंह महतो (Jyotirmay Singh Mahato) ने कहा, 'मैंने प्रवर्तन निदेशालय के निदेशक को पत्र लिखकर आरजी कर मेडिकल कॉलेज की घटना और संदीप घोष स्वास्थ्य घोटाले के संबंध में गहन जांच और ममता बनर्जी की गिरफ्तारी का अनुरोध किया है. सबूत पश्चिम बंगाल के स्वास्थ्य क्षेत्र में व्यापक भ्रष्टाचार और सत्ता के दुरुपयोग का संकेत देते हैं. लोगों को न्याय मिलना चाहिए! #JusticeForRGKar #MamataResign.'
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बीजेपी सांसद का ममता बनर्जी पर आरोप
ईडी को लिखे अपने पत्र में बीजेपी सांसद ज्योतिर्मय सिंह महतो ने लिखा, 'संदीप घोष (Sandip Ghosh) द्वारा साइन किया गया ज्ञापन सबूतों से छेड़छाड़ के बारे में गंभीर सवाल उठाता है. क्या यह पूरा ऑपरेशन पश्चिम बंगाल के सर्वोच्च स्वास्थ्य अधिकारियों की जानकारी के बिना किया गया था? यह विश्वास करना कठिन है कि उच्च अधिकारियों की प्रत्यक्ष भागीदारी या मौन स्वीकृति के बिना ऐसी महत्वपूर्ण कार्रवाई की जा सकती है. यह हमें मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की ओर ले जाता है, जिनके पास स्वास्थ्य मंत्री का पद भी है.'
ज्योतिर्मय सिंह महतो ने आगे लिखा, 'संदीप घोष से जुड़ा भ्रष्टाचार कोई अकेली घटना नहीं है. यह पश्चिम बंगाल की स्वास्थ्य सेवा प्रणाली के भीतर एक बड़ी प्रणालीगत विफलता का लक्षण है, जो भ्रष्टाचार के बोझ तले दब गई है. स्वास्थ्य मंत्री के रूप में ममता बनर्जी की गिरफ्तारी और जांच महत्वपूर्ण है, क्योंकि संदीप घोष जैसे व्यक्तियों को बचाने में उनकी प्रत्यक्ष भागीदारी को अब और नजरअंदाज नहीं किया जा सकता है.'
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टीएमसी सांसद ने भी दिया ममता बनर्जी को झटका
इससे पहले बंगाल की सीएम ममता बनर्जी को एक और झटका लगा, जब टीएमसी सांसद जवाहर सरकार ने कोलकाता भयावह मामले से निपटने में बंगाल सरकार की लापरवाही का हवाला देते हुए राज्यसभा की सदस्यता से इस्तीफा देने के साथ ही पार्टी और राजनीति दोनों से इस्तीफा दे दिया. भारतीय प्रशासनिक सेवा (IAS) के रिटायर अधिकारी जवाहर सरकार ने दावा किया कि पार्टी नेताओं के एक वर्ग का भ्रष्टाचार में शामिल होना और उनके खिलाफ कार्रवाई नहीं किया जाना उनके इस फैसले के प्रमुख कारणों में से एक है.
सरकार ने पत्र में कहा, 'आरजी कर अस्पताल में हुई भयावह घटना (ट्रेनी डॉक्टर से कथित दुष्कर्म और हत्या) के बाद एक महीने तक मैंने धैर्यपूर्वक पीड़ा सही और उम्मीद कर रहा था कि आप (ममता बनर्जी) अपनी पुरानी शैली में आंदोलनकारी जूनियर डॉक्टरों के साथ प्रत्यक्ष रूप से बात करेंगी. ऐसा नहीं हुआ और सरकार अब जो भी दंडात्मक कदम उठा रही है, वह बहुत अपर्याप्त और काफी देर से उठाए जा रहे हैं. मुझे लगता है कि अगर भ्रष्ट डॉक्टरों के समूह पर कार्रवाई की जाती और अनुचित प्रशासनिक कार्रवाई के दोषियों को निंदनीय घटना के तुरंत बाद दंडित किया जाता, तो राज्य में बहुत पहले ही सामान्य स्थिति बहाल हो गई होती.'
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