सर्वदलीय बैठक में विदेश मंत्री एस जयशंकर की तारीफ, सभी दलों ने सरकार के काम को सराहा
Advertisement
trendingNow1972977

सर्वदलीय बैठक में विदेश मंत्री एस जयशंकर की तारीफ, सभी दलों ने सरकार के काम को सराहा

अफगानिस्तान पर तालिबान (Taliban) के कब्जे के बाद लगातार बदल रहे हालात पर जानकारी देने के लिए भारत सरकार गुरुवार को सर्वदलीय बैठक (All Party Meet on Afghanistan Situation) बुलाई थी, जिसमें विदेश मंत्री एस जयशंकर ने सभी पार्टियों को स्थिति की जानकारी दी.

विदेश मंत्री एस जयशंकर (फाइल फोटो)

नई दिल्ली: अफगानिस्तान पर तालिबान (Taliban) के कब्जे के बाद लगातार हालात बदल रहे हैं और इसी घटनाक्रम पर चर्चा के लिए केंद्र सरकार ने आज (26 अगस्त) सर्वदलीय बैठक (All Party Meet on Afghanistan Situation) बुलाई. केंद्र सरकार की ओर से विदेश मंत्री एस जयशंकर (S Jaishankar) ने विभिन्न राजनीतिक दलों के नेताओं को अफगानिस्तान की स्थिति और ताजा हालात पर जानकारी दी. उन्होंने कहा कि अफगानिस्तान से भारतीय कर्मियों को बाहर निकालना सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता है, जहां स्थिति ‘गंभीर’ है.

  1. अफगानिस्तान को लेकर सर्वदलीय बैठक
  2. सरकार की तरफ से बैठक में पहुंचे 6 मंत्री
  3. सरकार ने अफगानिस्तान की स्थिति का बताया गंभीर
  4.  

विपक्षी दलों ने की सरकार और विदेश मंत्री की तारीफ

अफगानिस्तान के मुद्दे पर सर्वदलीय बैठक के बाद विदेश मंत्री एस जयशंकर (S Jaishankar) ने कहा 'सभी दलों के विचार समान हैं और हमने मुद्दे पर राष्ट्रीय एकता की भावना से बात की.' बैठक के दौरान विपक्षी दलों ने विदेश मंत्री की तारीफ की और अफगानिस्तान के हालात पर उठाए गए कदमों को लेकर सरकार के काम की भी सराहना की.

सरकार ने अफगानिस्तान की स्थिति का बताया गंभीर

बैठक में हिस्सा लेने वाले कुछ लोगों के अनुसार, विदेश मंत्री एस जयशंकर (S Jaishankar) ने कहा कि भारत, अफगानिस्तान से यथासंभव अधिक लोगों को बाहर निकालने का प्रयास कर रहा है. उन्होंने जोर दे कर कहा कि भारतीय कर्मियों को निकालना 'सर्वोच्च प्राथमिकता' है.' सरकार ने युद्ध प्रभावित अफगानिस्तान की स्थिति को ‘गंभीर’ बताया और कहा कि तालिबान ने दोहा समझौते में किए गए वादे को तोड़ा है.

सरकार की तरफ से बैठक में पहुंचे 6 मंत्री

अफगानिस्तान को लेकर चल रही सर्वदलीय बैठक में विदेश मंत्री एस जयशंकर, विदेश राज्य मंत्री मीनाक्षी लेखी, संसदीय कार्य मंत्री प्रहलाद जोशी, कॉमर्स मिनिस्टर पीयूष गोयल, विदेश राज्य मंत्री मुरलीधरण और केंद्रीय मंत्री अर्जुन मेघवाल शामिल है.

ये भी पढ़ें- तालिबान को पहली बार CDS बिपिन रावत की ललकार! कहा- निपटने के लिए प्लान तैयार

प्रमुख विपक्षी दलों के ये नेता शामिल

कांग्रेस: मलिकार्जुन खड़गे, अधीर रंजन चौधरी और आनंद शर्मा
एनसीपी: शरद पवार
तृणमूल कांग्रेस: शुवेंदु शेखर रॉय और सौगत राय
डीएमके: तिरुचि शिवा
आरजेडी: प्रेमचंद गुप्ता
एआईएमआईएम: असदुद्दीन ओवैसी
आम आदमी पार्टी: एनडी गुप्ता
टीडीपी: जयदेव गल्ला
JD(S): एचडी देवेगौड़ा
जेडीयू: ललन सिंह
बीजेडी: प्रसन्ना आचार्य
सीपीआई: विनय विश्वम
शिवसेना: गजानन कीर्ति
सपा: विशम्भर प्रसाद निषाद

अब तक 800 से ज्यादा लोगों को लाया जा चुका है भारत

अफगानिस्तान से लोगों को निकालने के अभियान जारी है और भारत अब तक सिख और हिंदू समुदाय के अफगान समेत करीब 800 से ज्यादा लोगों को वापस ला चुका है. मंगलवार को तजाक‍िस्‍तान की राजधानी दुशांबे के रास्ते अफगान‍िस्‍तान से 78 भार‍तीय और अफगानी नागर‍िकों दिल्ली लाया गया था. अफगानिस्तान से निकालकर लाए गए 146 भारतीय नागरिक कतर की राजधानी से चार अलग-अलग विमानों के जरिए सोमवार को भारत पहुंचे. इन नागरिकों को अमेरिका और नाटो के विमान के जरिए पिछले कुछ दिन में काबुल से दोहा ले जाया गया था.

भारत तीन उड़ानों के जरिए दो अफगान सांसदों समेत 392 लोगों को रविवार को देश वापस लाया था. इससे पहले, 16 अगस्त को 40 से अधिक लोगों को स्वदेश लाया गया था, जिनमें से ज्यादातर भारतीय दूतावास के कर्मी थे. काबुल से दूसरे विमान से 150 लोगों को लाया गया, जिनमें भारतीय राजनयिक, अधिकारी, सुरक्षा अधिकारी और कुछ अन्य भारतीय थे, जिन्हें 17 अगस्त को लाया गया था.

लाइव टीवी

Trending news