Maha Kumbh 2025: भारत की सांस्कृतिक और धार्मिक धरोहर का प्रतीक 'कुंभ मेला' जल्द ही श्रद्धालुओं के स्वागत के लिए तैयार है. 12 सालों में एक बार आयोजित होने वाले इस इस अद्वितीय महापर्व का आयोजन प्रयागराज में होगा. कुंभ मेला विश्व का सबसे बड़ा धार्मिक आयोजन है, जिसमें करोड़ों श्रद्धालु गंगा, यमुना और सरस्वती जैसी पवित्र नदियों में स्नान करते हैं. प्रयागराज में महाकुंभ मेला लगता है जबकि अर्धकुंभ मेला  हरिद्वार, उज्जैन और नासिक में आयोजित होता है. कुंभ मेले का धार्मिक महत्व पवित्र नदियों में स्नान से जुड़ा है, जिसे मोक्ष और पापों से मुक्ति का मार्ग माना जाता है. 2025 कुंभ को लेकर सरकार ने कमर कस ली है और और तमाम तैयारियां लगभग मुकम्मल कर ली गई हैं. 


14 फ्लाई ओवर, 7 बस स्टेंड...


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उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भी इस संबंध में एक प्रोग्राम के दौरान बताया कि इस बार कुंभ में क्या-क्या तैयारियां चल रही हैं. मुख्यमंत्री ने प्रोग्राम को संबोधित करते हुआ कहा कि हम आपका अभिनंदन करने आएंगे, इस बार कुंभ मेले का क्षेत्रफल बढ़ाया गया है. सीएम योगी ने बताया कि कुल 6 स्नान पर्वों में तीन शाही स्नान का पर्व होगा. सीएम योगी ने कुंभ 2025 के बारे में जानकारी देते हुए कहा,'14 फ्लाईओवर, 9 पक्के स्नान घाट बनाए जा रहे हैं, 12 किलोमीटर का अस्थाई स्नान घाट, 7 बस स्टैंड, नालों को टेप करके साफ पानी मुहैया कराने का संकल्प है.'


क्या-क्या चल रही हैं तैयारियां?


उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री ने बताया कि 18 लाख स्क्वायर फीट में स्ट्रीट आर्ट का काम चल रहा है. 10 हजार से अधिक सफाई कर्मी तैनात रहेंगे, 30 पांटून पुल बनाए जा रहे हैं, 67 हजार LED लाइट लगाए जाएंगे, 200 वाटर एटीम भी लगाए जा रहे हैं, सबको कुछ डिजिटल तरीके से देख पाएं इसके भी इंतजाम किए गए हैं, यानी कोभी अपने फोन में ही मेले की एक-एक जानकारी मिल जाएगी. पीएम के दिसंबर के तीसरे सप्ताह में संभावित कार्यक्रम है, उसी की तैयारियों के संबंध में आज आया हूं, मुझे खुशी है कि इसकी शुरुआत आज सफाई कर्मियों और नाविकों के सम्मान के साथ हो रहा है, सभी विभाग मिलकर इसको दिव्य और भव्य बनाने में जुटे हैं.



मीडिया से बात करते हुए सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा,'सरकार और प्रशासन के अधिकारियों ने महाकुंभ 2025 के लिए चल रहे कार्यों की समीक्षा की है. उसी की तैयारियां एक महीने पहले पूरी कर ली जाएंगी. यह हमारा सौभाग्य है कि प्रयागराज महाकुंभ के उद्घाटन पर हमें पीएम मोदी का मार्गदर्शन मिलेगा. पीएम मोदी 13 दिसंबर को यहां आएंगे, वे मां गंगा की पूजा करेंगे. पीएम कई विकास कार्यों का उद्घाटन करेंगे.


क्या है कुंभ का इतिहास?


बता दें कि इस बार कुंभ 13 जनवरी (पौष पूर्णिमा) से शुरू होकर 26 फरवरी (महाशिवरात्रि) तक चलेगा. दावा किया जा रहा है कि इस बार महाकुंभ मेले में हिस्सा लेने के लिए दस करोड़ से ज्यादा भक्तों के आने की उम्मीद है. कहा जाता है कि जब समुद्र मंथन हो रहा था तब अमृत कलश से कुछ बूंदें धरती पर गिरीं थीं और ये बूंदो प्रयागराज, उज्जैन, नासिक, हरिद्वार में गिरी थीं. तबसे इन चार स्थानों पर कुंभ मेले का आयोजन होता आया है.