Kaziranga Night Safari: हिमंत सरमा और सदगुरु के खिलाफ FIR, सीएम बोले कोई नियम नहीं टूटा
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Kaziranga Night Safari: हिमंत सरमा और सदगुरु के खिलाफ FIR, सीएम बोले कोई नियम नहीं टूटा

Kaziranga night jeep safari case: असम (Assam) के काजीरंगा राष्ट्रीय उद्यान (Kaziranga National Park) के किनारे स्थित गांवों के निवासियों ने जीप सफारी करने पर एक शिकायत दर्ज करवाई है. जिसके बाद देश की दो बड़ी हस्तियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज हुआ है.

 

 

वीडियो ग्रैब

Himanta Biswa Sarma Sadhguru night safari: असम (Assam) के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा (Himanta Biswa Sarma) ने कुछ पर्यावरण कार्यकर्ताओं और वाइल्ड लाइफ एक्टिविस्ट द्वारा लगाए आरोपों को खारिज कर दिया है जिनमें कहा गया था कि CM ने सद्गुरु जग्गी वासुदेव (Sadhguru Jaggi Vasudev) के साथ काजीरंगा राष्ट्रीय उद्यान में नाइट सफारी (night jeep safari Kaziranga) करते हुए वन्यजीव संरक्षण कानून (Wildlife Protection Act) तोड़ा था. वहीं मुख्यमंत्री सरमा ने ये भी कहा कि ऐसा कोई कानून नहीं है कि लोग रात में उस पार्क में नहीं जा सकें.

कार्यकर्ताओं के इस आरोप पर एफआईआर

इन एक्टिविस्ट ने आरोप लगाया कि वन्य जीव अधिनियम नाइट सफारी पर प्रतिबंध लगाता है, और इन दो बड़ी हस्तियों ने एक निर्धारित समय के बाद राष्ट्रीय उद्यान के अंदर भ्रमण करके कथित तौर पर वन्यजीव संरक्षण कानून का उल्लंघन किया है. 

सोशल मीडिया पर वायरल हुआ वीडियो

सोशल मीडिया और कुछ स्थानीय चैनलों पर प्रसारित वीडियो में सद्गुरू वासुदेव को सरमा और बरुआ के साथ एक खुली सफारी एसयूवी चलाते हुए दिखाया गया है. इसके जवाब में कहा गया है कि ऐसा करना किसी नियम का उल्लंघन नहीं है. वन्यजीव कानून के अनुसार, वार्डन रात में भी संरक्षित क्षेत्र में प्रवेश करने की अनुमति दे सकता है. कोई कानून लोगों को रात में प्रवेश करने से नहीं रोकता है. सीएम ने आरोपों पर जवाब देते हुए कहा हमने इस मौसम में एक आयोजन किया. इस बार सद्गुरु आए और इससे पहले श्री श्री रविशंकर आ चुके हैं. चूंकि दोनों के लाखों फॉलोवर्स हैं, इसलिए हम उम्मीद करते हैं कि काजीरंगा के लिए इस बार का पर्यटन सीजन बहुत अच्छा होगा.

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(सौजन्य: सोशल मीडिया)

पुलिस का बयान

नाम न प्रकाशित करने की शर्त पर एक अधिकारी ने कहा, 'हमने मामले की जांच शुरू कर दी है. ये मामला केएनपी वन्य विभाग के दायरे मे आता है, इसलिए हमने उद्यान के संभागीय वन अधिकारी  से आरोप की स्थिति पर रिपोर्ट मांगी है.' अधिकारी ने शाम के बाद जीप सफारी के आरोप का जिक्र करते हुए बताया कि ये एक आधिकारिक कार्यक्रम था और कभी-कभी, इस तरह के आयोजन थोड़ी देर से चलते हैं. ऐसे में मुझे नहीं लगता कि हम इसे कानून का उल्लंघन कह सकते हैं. 

गिरफ्तारी की मांग

यह शिकायत उद्यान के पास के मोरोंगियाल और बलिजन गांवों के निवासी सोनेश्वर नारा और प्रबीन पेगू ने दी थी. जिसमें उन्होंने CM हिमंत बिस्वा सरमा, राज्य के पर्यटन मंत्री जयंत मल्ला बरुआ, सद्गुरु जगदीश जग्गी वासुदेव और इस आयोजन में मौजूद रहे सभी लोगों की गिरफ्तारी की मांग की है.

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