शुरुआती दौर में माना गया कि कोरोना वायरस (Corona Virus) सिर्फ फेफड़ों को नुकसान पंहुचाता है. कुछ समय बाद पता चला कि कोरोना से शरीर कमजोर हो सकता है. ऐसे में इस सर्वे के बाद साफ हुआ है कि दिल की बीमारी से जूझ रहे मरीजों को ज्यादा सावधान रहने की जरूरत है.
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नई दिल्ली (वैभव परमार): वैश्विक महामारी कोरोना वायरस (Corona Virus) से ठीक होने के बाद भी इसके संक्रमण का असर लंबे समय तक दिख सकता है. एक ग्लोबल जर्नल (Journal of Thoracic imaging) की रिसर्च स्टडी के मुताबिक, कोरोना से उबरने वाले 40 फीसदी लोगों में दिल से जुड़ी परेशानी देखने को मिली है.
शोध करने की वजह
कोरोना वायरस (Coronavirus) मरीजों के दिल पर क्या असर डाल रहा है ये जानने के लिए रिसर्च किया गया. स्टडी में शामिल डॉक्टर और अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (AIIMS) के प्रोफेसर डॉक्टर अंबुज रॉय के मुताबिक, रिसर्च से साफ है कि कोरोना से ठीक हो चुके या फिर कोरोना के सक्रिय करीब 40 प्रतिशत मरीजों के दिल में सूजन जैसी शिकायत आई है.
छोटे सैंपल पर रिसर्च
आपको बता दें कि वैश्विक जर्नल में प्रकाशित रिपोर्ट का शोध महज 199 लोगों पर हुआ. रिसर्च में बिना लक्षण वाले (Asymptomatic) और लक्षण वाले दोनों तरह के मरीज शामिल थे. वहीं संक्रमित और सर्वे में शामिल लोगों की औसत उम्र 40 से 50 साल के बीच थी. डॉक्टर अंबुज रॉय ने बताया कि 199 लोगों पर हुए शोध में करीब 90 यानी 40 प्रतिशत को दिल से जुड़ी समस्या देखने को मिली.
दिल के मरीज ध्यान दें!
रॉय के मुताबिक, शुरुआती दौर में माना गया कि कोरोना वायरस (Corona Virus) सिर्फ फेफड़ों को नुकसान पंहुचाता है. कुछ समय बाद पता चला कि कोरोना से शरीर कमजोर हो सकता है. ऐसे में इस सर्वे के बाद साफ हुआ है कि दिल की बीमारी से जूझ रहे मरीजों को ज्यादा सावधान रहने की जरूरत है.
अनसुलझा रहस्य
डॉक्टरों के मुताबिक अभी तक ये नहीं पता चल सका है कि भविष्य में कोरोना मरीज के शरीर के किस अंग में इसका कितना असर (Corona side effect on human body) पड़ सकता है. इसलिए उन सभी कोरोना मरीजों को अपनी सेहत का ज्यादा ध्यान देने की जरूरत है जिन्हें कोलेस्ट्राल, सुगर या ब्लड प्रेशर की बीमारी है. माना जा रहा है कि संक्रमण जितना बढ़ेगा भविष्य में उसी हिसाब से बुरे साइड-इफेक्ट का खतरा बढ़ सकता है.
कोरोना महामारी के सामने आने के बाद दुनिया भर में सैकड़ों छोटे-बड़े सर्वे और शोध हुए है. दुनिया में करोड़ों लोग ऐसे हैं जो महामारी को मात देकर स्वस्थ जीवन व्यतीत कर रहे हैं. संक्रमण से बचाव के लिए कोविड प्रोटोकॉल की पालना जरूरी है. ऐसे में किसी भी बात से घबराने के बजाए कोरोना वैक्सीन (Corona Vaccine) आने तब विशेष सावधानी बरतने की जरूरत है.