जख्मी युवक को कंधों में लेकर 5 किमी पैदल चले CRPF के जवान, अस्पताल पहुंचा बचाई जान
सीआरपीएफ की 204 कोबरा बटालियन के कमांडो इलाके के गश्त पर निकले हुए थे. ये कमांडो गश्त करते हुए बासागुड़ा थाना क्षेत्र के अंतर्गत आने वाले बुडगीचेरु गांव पहुंचे, जहां उन्होंने एक घर के बाहर अफरा-तफरी का माहौल देखा.
नई दिल्ली: सीआरपीएफ के जवानों ने एक बार फिर मावनता और बेहतरीन मिशाल पेश की है. यह मामला छत्तीसगढ़ के बीजापुर इलाके से जुड़ा है, जहां हादसे का शिकार हुए एक युवक को अपने कंधों में लेकर सीआरपीएफ कोबरा कमांडो के जवानों ने तपती धूम में पांच किमी लंबा सफर पैदल तय किया. सीआरपीएफ के जवानों की इस कोशिश के चलते इस घायल युवक सही समय पर बीजापुर के जिला अस्पताल इलाज में भर्ती कराया जा सका. फिलहाल, इस युवक की जान खतरे से बाहर और हालत स्थिर बताई जा रही है.
सीआरपीएफ के उपमहानिरीक्षक मोसेस धिनाकरन ने बताया कि छत्तीसगढ़ के बीजापुर इलाके की गिनती नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में होती है. इस इलाके में एंटी नक्सल ऑपरेशन के लिए सीआरपीएफ कोबरा बटालियन तैनात की गई है. यह मामला शुक्रवार (31 मई) की सुबह करीब तीन बजे का है. दरअसल, सीआरपीएफ की 204 कोबरा बटालियन के कमांडो इलाके के गश्त पर निकले हुए थे. ये कमांडो गश्त करते हुए बासागुड़ा थाना क्षेत्र के अंतर्गत आने वाले बुडगीचेरु गांव पहुंचे, जहां उन्होंने एक घर के बाहर अफरा-तफरी का माहौल देखा.
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उपमहानिरीक्षक मोसेस धिनाकरन ने बताया कि किसी अनहोनी की आशंका के चलते कोबरा कमांडो तेजी से इस घर के करीब पहुंचे, जहां उन्हें पता चला कि अंदू नामक एक शख्स टैक्टर की चपेट में आकर गंभीर रूप से जख्मी हो गया है. वाहन उपलब्ध न होने की वजह से परिजन अंदू को अस्पताल नहीं पहुंचा पा रहे हैं. मामले की पूरी जानकारी लेने के बाद सीआरपीएफ के कोबरा कमांडो ने तय किया कि वे किसी भी सूरत में अंदू को अस्पताल पहुंचाएंगे. अंत में, सीआरपीएफ कमांडो ने अंदू को चारपाई समेत उठाकर अपने कंधो में ले लिया और वहां से निकल पड़े.
उन्होंने बताया कि सीआरपीएफ की कोबरा टीम में शामिल कमांडो अनुराग डांगी, विकास, अयान, अनिल कुमार, दुर्गा प्रसाद, तुषार और ऋतेश कुमार ने करीब पांच किमी से अधिक सफर पैदल ही तय किया. इस पूरे सफर में अंदू चारपाई समेत उनके कंधो पर था. इस लंबे सफर के बाद सीआरपीएफ के जवानों ने अंदू को अपने बेस कैंप स्थित अस्पताल में पहुंचाया, जहां उसे प्राथमिक उपचार दिया गया. इसी बीच, सीआरपीएफ की दूसरी टीम ने जिला अस्पताल से संपर्क किया और अंदू को एम्बूलेंस से जिला अस्पताल के लिए रवाना कर दिया. सीआरपीएफ के अनुसार, फिलहाल अंदू की हालत स्थिर और खतरे से बाहर है.