Cyclone Tauktae: तौकते यानी 'शोर करने वाली छिपकली', दिलचस्प है समुद्री तूफानों के नाम रखने का तरीका
Advertisement

Cyclone Tauktae: तौकते यानी 'शोर करने वाली छिपकली', दिलचस्प है समुद्री तूफानों के नाम रखने का तरीका

देश के दक्षिणी-पश्चिमी राज्यों में समुद्री तूफान ‘तौकते’ (Cyclone Tauktae) को लेकर अलर्ट जारी किया गया है. इस समुद्री तूफान को यह नाम म्यांमार की ओर से दिया गया है.

तिरुवनंतपुरम में समुद्र किनारे उठती लहरें (साभार पीटीआई)

नई दिल्ली: देश के दक्षिणी-पश्चिमी राज्यों में समुद्री तूफान ‘तौकते’ (Cyclone Tauktae) को लेकर अलर्ट जारी किया गया है. अरब सागर में बन रहे इस चक्रवाती तूफान के चलते NDRF की 53 टीमों को प्रभावित राज्यों में तैनात किया जा रहा है.

  1. ऐसे आते हैं समुद्री तूफान
  2. ये तूफान भी मचा चुके हैं तबाही
  3. भारत ने की नामकरण की पहल

भारतीय मौसम विभाग (IMD) के मुताबिक केरल, कर्नाटक, तमिलनाडु, गुजरात और महाराष्ट्र में समुद्री तूफान ‘तौकते’(Cyclone Tauktae) तबाही मचा सकता है. विभाग के मुताबिक 17 मई को तौकते के खतरनाक तूफान में बदलने की आशंका है. इस तूफान की वजह से केरल और तमिलनाडु में बाढ़ आ सकती है. 

ऐसे आते हैं समुद्री तूफान

मौसम वैज्ञानिक कहते हैं कि जब गर्म क्षेत्रों के समुद्र में हवा गर्म होकर अत्यंत कम वायुदाब का क्षेत्र बना देती है तो संघनन से बादलों का निर्माण करती हैं. इसके बाद खाली स्थान को भरने के लिए नम हवाएं तेजी के साथ नीचे- ऊपर आती हैं. इसकी वजह से तेज हवाओं के साथ मूसलधार बारिश (Cyclone) होती है.

ये तूफान भी मचा चुके हैं तबाही

तौकते से पहले सुपर साइक्लोन अम्फान (Cyclone Amphan) ने तबाही मचाई थी. अम्फान से पहले कटरीना, निवार, निसर्ग, हुदहुद, फानी, बुलबुल, ​हिकाका, लैरी, ​लीजा और कटरीना भी समुद्रों से सटे देशों में बर्बादी फैला चुके हैं. इन तूफानों में लोगों को बड़े पैमाने पर जान-माल का नुकसान सहना पड़ता है. 

भारत ने की नामकरण की पहल

कई लोग तूफानों (Cyclone) के अजीबोगरीब नामों को लेकर हैरानी जाहिर करते हैं. इसके पीछे भी एक इतिहास छुपा है. चक्रवातों के नामकरण की शुरुआत अटलांटिक क्षेत्र में 1953 में हुई एक संधि से हुई थी. जबकि हिंद महासागर क्षेत्र में यह व्यवस्था वर्ष 2004 में शुरू हुई. भारत की पहल पर इस क्षेत्र के 8 देशों ने तूफानों का नामकरण शुरू किया. भारत के अलावा इनमें पाकिस्तान, श्रीलंका, बांग्लादेश, मालदीव, म्यांमार, ओमान और थाईलैंड शामिल थे. वर्ष 2018 में इस क्लब में यूएई, ईरान, कतर ओर यमन समेत कई देश और जुड़ गए. 

म्यांमार ने दिया है 'तौकते' नाम

हिंद महासागर में उठने वाले तूफानों (Cyclone) को नाम प्रदान करने के लिए एक खास प्रक्रिया बनी हुई है. इसके तहत हिंद महासागर क्षेत्र में अगर तूफान आने की आशंका बनती है तो भारत समेत 13 सदस्य अल्फाबेटिकली अपना नंबर आने पर उसे एक खास नाम प्रदान करते हैं. इस बार तूफान का नाम रखने की बारी म्यांमार (Myanmar) की थी. उसने इस तूफान का नाम 'तौकते' (Cyclone Tauktae) दिया है. जिसका अर्थ होता है- बहुत शोर मचाने वाली छिपकली.

अगले 25 सालों के लिए सूची बनी

हिंद महासागर के इन देशों ने भविष्य में आने वाले तूफानों (Cyclone) के नाम भी तय किए जा चुके हैं. लिस्ट के हिसाब से म्यांमार के तौकते के बाद ओमान ने यास और पाकिस्तान ने गुलाब नाम तय किए गए हैं. यानी अगले किसी तूफान का नाम यास होगा, जबकि उसके बाद आने वाले तूफान का नाम गुलाब होगा. पिछले साल अप्रैल में ही इन नामों की नई सूची जारी की जा चुकी है. आने वाले 25 सालों के लिए यह सूची बनाई जाती है.

ये भी पढ़ें- Corona से ठीक होने के बाद भूख बढ़ गई है तो तुरंत डॉक्टर से करें कंसल्ट, किसी नई बीमारी के हो सकते हैं संकेत

भारत ने तूफानों के ये नाम रखे

इस नई सूची में भारत ने तेज, गति, मुरासु (तमिल वाद्य यंत्र), आग, नीर, प्रभंजन, घुरनी, अंबुद, जलाधि, वेग जैसे नाम रजिस्टर्ड करवाए हैं. वहीं बांग्लादेश ने अर्नब, पाकिस्तान ने लुलु, कतर ने शाहीन और बहार जैसे नाम नाम दिए हैं.

LIVE TV

Trending news