12 घंटे में ही ऐसा क्या हुआ, खतरनाक स्तर पर प्रदूषण; 327 से 500 के पार पहुंच गया AQI
Delhi AQI Today: दिवाली के 2 दिन बाद राष्ट्रीय राजधानी में हालात बिगड़ गए हैं और 12 घंटे में प्रदूषण का स्तर खराब से खतरनाक स्तर पर पहुंच गया है, जो दिल्ली और उसके आसपास के इलाकों में रहने वाले लोगों के स्वास्थ्य के लिए हानिकारक है.
Delhi Air Quality Today: राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में दिवाली पर जमकर पटाखे जले, लेकिन इसके बाद भी प्रदूषण में ज्यादा बढ़ोतरी नहीं हुई. एक्सपर्ट्स ने दिवाली के बाद वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) के गंभीर स्थिति में पहुंचने को लेकर चिंता जताई थी, लेकिन यह 'बहुत खराब' श्रेणी में बना रहा. हालांकि, अब दिवाली के 2 दिन बाद हालात बिगड़ गए हैं और 12 घंटे में प्रदूषण खराब से खतरनाक स्तर पर पहुंच गया है. रविवार (3 नवंबर) सुबह 5 बजे दिल्ली में वायु प्रदूषण का स्तर 'खतरनाक' श्रेणी में पहुंच गया, जो दिल्ली और उसके आसपास के इलाकों में रहने वाले लोगों के स्वास्थ्य के लिए हानिकारक है.
दिवाली के 2 दिन बाद AQI 500 के पार
दिल्ली में वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) में गिरावट जारी है और दिवाली के दो दिन बाद रविवार (3 नवंबर) को सुबह 5 बजे यह 500 के पार पहुंच गया. IQAir वेबसाइट के आंकड़ों के अनुसार, राष्ट्रीय राजधानी में धुंध की मोटी परत छाई रही और AQI 507 दर्ज किया गया, जिससे दिल्ली-एनसीआर का PM2.5 स्तर विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) द्वारा निर्धारित सीमा से 65 गुना अधिक खतरनाक हो गया.
12 घंटे में AQI 327 से पहुंचा 507
हिंदुस्तान टाइम्स की रिपोर्ट के अनुसार, राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में 12 घंटे के भीतर वायु गुणवत्ता सूचकांक यानी एक्यूआई (AQI) का आंकड़ा 327 से बढ़कर 507 पर पहुंच गया. दिल्ली के अधिकांश इलाकों में शनिवार रात 9 बजे AQI 327 दर्ज किया गया था, जो रविवार सुबह 5 बजे 507 पर पहुंच गया. केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (CPCB) द्वारा प्रकाशित AQI के प्रति घंटे अपडेट देने वाले समीर ऐप के अनुसार, अलीपुर, आनंद विहार, अशोक विहार, आया नगर, बवाना, बुराड़ी, मथुरा रोड, IGI एयरपोर्ट, द्वारका, जहांगीरपुरी, मुंडका, नरेला, पटपड़गंज, रोहिणी, शादीपुर, सोनिया विहार, वज़ीरपुर, मंदिर मार्ग, नेहरू नगर, नजफगढ़ और अन्य मौसम-निगरानी स्टेशनों पर हवा की गुणवत्ता 'बहुत खराब' रही.
12 घंटे में ऐसा क्या हुआ, खतरनाक स्तर पर प्रदूषण
दिवाली के बाद एयर क्वालिटी इंडेक्स (AQI) के 'गंभीर' स्थिति में नहीं पहुंचने के पीछे सबसे बड़ी वजह तेज हवा थी, जो लगातार चल रही है. शनिवार रात को हवा की गति कम हो गई, जिस वजह से प्रदूषण में तेजी से बढ़ोतरी हुई. इसके अलावा रात के समय तापमान कम होना भी बड़ी वजह है. दरअसल, कम तापमान हवा की गति को धीमा कर देता है और प्रदूषकों को जमीन की सतह के करीब रोक देता है.
कब कितना खतरनाक होता है एक्यूआई
मानकों के मुताबिक, जब वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) शून्य से 50 के बीच हो तो इसे ‘अच्छा’ माना जाता है और जब यह 51 से 100 के बीच हो तो इसे ‘संतोषजनक’ श्रेणी में माना जाता है. अगर एक्यूआई 101 से ज्यादा हो जाए और 200 से कम रहे तो ‘मध्यम’ और 201 से 300 के बीच हो जाए तो इसे ‘खराब’ माना जाता है. वहीं, जब एक्यूआई 301 से 400 के बीच पहुंच जाए तो इसे ‘बहुत खराब’ और 401 से 500 के बीच होने पर ‘गंभीर’ माना जाता है. यह लोगों के लिए हानिकारक स्वास्थ्य संबंधी चिंताएं पैदा कर सकता है.