नई दिल्ली: नागरिकता संशोधन विधेयक  के खिलाफ रविवार (15 दिसंबर) को हुए हिंसक प्रदर्शन को लेकर दिल्ली पुलिस ने गृह मंत्रालय (MHA) को अपनी रिपोर्ट सौंप दी है. सूत्रों के मुताबिक इस रिपोर्ट में दिल्ली पुलिस ने कहा कि है जामिया में असामाजिक तत्वों ने हिंसा फैलाई थी, हिंसा में ज्यादातर बाहरी लोग थे. रिपोर्ट में दावा किया गया है कि हिंसा में जामिया के छात्र शामिल नहीं थे. ऐसा बताया जा रहा है कि दिल्ली पुलिस ने अपनी रिपोर्ट में कहा है कि वह इस हिंसा के पीछे विदेशी साजिश की भी जांच कर रही है.


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

दिल्ली पुलिस और अन्य जांच एजेंसियों ने इस हिंसा में शामिल 40-50 बाहरी लोगों की जानकारी इकट्ठा करने में जुटी हैं. वहीं ऐसी भी खबर है कि देशभर में नागरिकता संशोधन विधेयक के खिलाफ हो रहे प्रदर्शनों में विदेशी ताकतों की भूमिका की भी जांच की जा रही है .


यह भी पढ़ें- जामिया-AMU हिंसा मामले में सुप्रीम कोर्ट ने पूछा- कितनी बसें जलाई गईं, किसने जलाईं?


बता दें कि नागरिकता संशोधन विधेयक के खिलाफ रविवार (15 दिसंबर) को हुई हिंसा के मामले में दिल्ली पुलिस ने 10 आरोपियों को गिरफ्तार किया है. गिरफ्तार किए गए आरोपियों में से एक भी स्टूडेंट नहीं है. सभी आरोपी क्रिमिनल बैकग्राउंड के लोग है और इनमे से 3 तो ऐसे लोग हैं जो इलाके के बीसी यानि बेड करेक्टर घोषित है. वहीं दूसरी तरफ आज एक बार फिर जामिया नगर में नागरिकता संशोधन विधेयक को लेकर विरोध प्रदर्शन हो सकता है. एहतियात के तौर पर दिल्ली पुलिस ने मथुरा रोड से कालिंदी कुंज जाने वाले रास्ते को बंद कर दिया है. ट्रैफिक पुलिस ने लोगों को सलाह दी है दिल्ली से नोएडा जाने के लिए अक्षरधाम व डीएनडी रास्ते का इस्तेमाल करें. 


दिल्ली पुलिस ने नोेएडा कालिंदी कुंज के बीच ओखला अंडरपास को बंद कर दिया है. 


यह भी पढ़ें- सार्वजनिक संपत्ति को नष्ट करने से खुद का नुकसान? प्रदर्शन विनाशकारी नहीं होना चाहिए: उपराष्ट्रपति


खबर ये भी है कि पुलिस ने एनएफसी(न्यू फ्रेंड्स कॉलोनी) और जामिया नगर थाने में जो एफआईआर दर्ज की है, इसमे कई लोगों के नाम शामिल है. बताया जा रहा है कि एफआईआर में करीब 15 लोगों के नाम है और जरूरत पड़ने पर इसमें और लोगों के नाम को ऐड किया जाएगा.


यह भी पढ़ें- दिल्ली: जामिया में प्रदर्शन की आशंका को देखते हुए कई रास्ते बंद, डीएनडी पर लगा जाम


बता दें कि दिल्ली पुलिस ने सोमवार को ही केस क्राइम ब्रांच को सौंप दिया था. अब पुलिस वीडियो की मदद से हिंसा में शामिल लोगों की पहचान में जुटी है. 


जामिया हिंसा- प्रदर्शनकारियों ने बसों में आग लगाई, हमने कम से कम बल का प्रयोग किया: दिल्ली पुलिस
दिल्ली पुलिस ने सोमवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस कर बताया था कि जामिया मिलिया इस्लामिया यूनिवर्सिटी में रविवार को हुई हिंसा के मामले में हमने कम से कम बल प्रयोग किय था. दिल्ली पुलिस के प्रवक्ता एमएस रंधावा ने कहा था कि रविवार को 2 बजे के आसपास छात्रों का प्रदर्शन हुआ. इसमें कुछ स्थानीय नागरिकों ने भी भाग लिया. हमारा स्टाफ पूरी तैयारी के साथ वहां मौजूद था...


.....2 से 4 बजे तक प्रदर्शन ठीक चल रहा था. लेकिन 4 बजे के बाद प्रदर्शनकारियों ने अपना रास्ता बदला और माता मंदिर मार्ग की तरफ चले गए जो कि रिहाइशी इलाका है. वहां पर इन प्रदर्शनकारियों ने वाहनों में तोड़पोड़ करना शुरू कर दिया. इसके बाद हमारे पास स्थानीय नागरिकों की कॉल आई. हमने इन्हें कम से कम बल प्रयोग कर रोकने की कोशिश की...


...लेकिन प्रदर्शनकारियों ने दिल्ली पुलिस के साथ धक्का मुक्की की.  भीड़ हमें उकसा रही थी. हमने कम से कम बल का प्रयोग किया. प्रदर्शनकारियों ने बसों में आग लगाई.'


यह भी पढ़ें- दिल्ली पुलिस मुख्यालय के बाहर छात्रों का प्रदर्शन, ZEE NEWS संवाददाता के साथ बदसलूकी


पुलिस प्रवक्ता ने बताया, 'अफवाह फैलाने वालों ने दिल्ली पुलिस पर भी आरोप लगाए हैं. एमएस रंधावा ने बताया, 'मैं आपको बताना चाहूंगा कि जो वीडियो वायरल किया जा रहा है अफवाह फैलाने के लिए उसमें पुलिस के जवान बस में आग बुझा रहे थे. प्रदर्शनकारियों ने 04.30 बजे के बाद तोड़फोड़ की ' 


यह भी पढ़ें- जामिया प्रशासन ने कहा, 'यूनिवर्सिटी में बाहरी लोग घुस रहे हैं, 750 फर्जी आईकार्ड मिले हैं'


पुलिस ने बताया था है जो लोग इस हिंसा में शामिल थे उनके खिलाफ कार्रवाई होगी. जामिया हिंसा की जांच क्राइम ब्रांच करेगी. कल प्रदर्शनकारियों ने 4 बसों आग लगाई. दिल्ली पुलिस प्रवक्ता ने कहा कि जितने में छात्र है उनसे मैं अपील करूंगा कि किसी भी तरह से डरने की जरूरत नहीं है. किसी बहकावे में ना आएं.


यह भी पढ़ें- नागरिकता संशोधन विधेयक पर PM मोदी का ट्वीट, 'नागरिकता कानून पर हिंसा दुर्भाग्यपूर्ण'


दिल्ली प्रवक्ता ने बताया था कि जो लोग भी ऐसे वीडियो को शेयर कर रहे हैं उनके खिलाफ भी कार्रवाई होगी. दिल्ली पुलिस ने साफ कहा है कि इस दौरान कोई फायरिंग नहीं की गई थी. दिल्ली पुलिस ने कहा कि नागरिकता संशोधन विधेयक (Citizenship Amendment Act) पर भी जो लोग भी अफवाह फैला रहे हैं उनके खिलाफ भी लोग हमें जानकारी दे सकते हैं. उनपर भी कार्रवाई होगी.