नई दिल्ली: सरकार ने मंगलवार को एक सर्वदलीय बैठक बुलाई है, जिसमें विदेश मंत्री सुषमा स्वराज पाकिस्तान में जैश-ए-मोहम्मद के आतंकवादी शिविरों के खिलाफ तड़के भारतीय वायुसेना द्वारा की गई कार्रवाई के बारे में जानकारी देंगी. यह जानकारी सूत्रों ने दी है. सूत्रों ने कहा कि बैठक जवाहर भवन में शाम पांच बजे बुलाई गई है, जहां विदेश मंत्रालय स्थित है. इसमें विभिन्न राजनीतिक दलों के नेताओं के हिस्सा लेने की उम्मीद है.


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एयर स्ट्राइक के बाद भारत पूरी तरह अलर्ट पर है. खबरों के मुताबिक सेनाध्यक्ष, IAF चीफ और अजित डोभाल सुरक्षा की समीक्षा कर रहे हैं.



भारतीय वायु सेना के लड़ाकू जेट विमानों ने मंगलवार को तड़के नियंत्रण रेखा के दूसरी ओर, पाकिस्तानी हिस्से में कई आतंकी शिविरों पर बम गिराए. सरकार से जुड़े सूत्रों ने यह जानकारी देते हुए बताया कि यह कार्रवाई जम्मू कश्मीर के पुलवामा में 14 फरवरी को आतंकी गुट जैश ए मोहम्मद द्वारा किए गए आत्मघाती हमले के ठीक 12 दिन बाद की गई है. पुलवामा हमले में सीआरपीएफ के 40 जवान शहीद हो गए थे.


मिराज 2000 लड़ाकू जेट विमानों ने बालाकोट, मुजफ्फराबाद और चकोटी में जैश-ए-मोहम्मद के आतंकी शिविरों पर सुनियोजित हमला कर बम गिराए और उन्हें नष्ट किया. अभियान के बारे में रक्षा मंत्री निर्मला सीतारमण ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को अवगत कराया. भारत के विदेश सचिव विजय गोखले ने इस अभियान के बारे में जानकारी देने के लिए आयोजित एक संवाददाता सम्मेलन में बताया कि विश्वसनीय खुफिया जानकारी मिली थी कि 12 दिन पहले पुलवामा हमले को अंजाम देने के बाद जैशे मोहम्मद भारत में और आत्मघाती आतंकी हमले की योजना बना रहा है.


उन्होंने कहा, विश्वसनीय सूचना प्राप्त हुई थी कि जैशे मोहम्मद देश के विभिन्न हिस्सों में दूसरा आत्मघाती हमला करने के प्रयास में है और इसके लिए फिदायीन जेहादियों को प्रशिक्षित किया जा रहा है. आसन्न खतरे के मद्देनजर, यह हमला जरूरी हो गया था. गोखले ने कहा, भारत ने गुप्तचर सूचना की मदद से (मंगलवार) तड़के एक अभियान में बालाकोट में जैशे मोहम्मद के सबसे बड़े प्रशिक्षिण शिविर पर हमला किया. उन्होंने कहा, इस अभियान में जैश ए मोहम्मद के बड़ी संख्या में आतंकवादी, प्रशिक्षक, बड़े कमांडर और फिदायीन हमले के लिए प्रशिक्षित किये गए जेहादी समूह मारे गए.