नई दिल्ली: नागरिकता संशोधन विधेयक (CAA) के खिलाफ रविवार को दिल्ली के जामिया नगर में हुई हिंसा में कई पुलिसवालों के घायल होने की खबर है. दिल्ली पुलिस के मुताबिक जामिया नगर में हुए हिंसक प्रदर्शन में डीसीपी साउथ ईस्ट, एडिश्नल डीसीपी साउथ, 2 एसीपी, 5 एसएचओ, इंस्पेक्टर और कई  पुलिसकर्मी घायल हुए हैं. घायलों में शामिल हेड कॉन्सटेबल मकसूल हसन अहमद को सिर में गंभीर चोट लगी है, जिसके चलते उन्हें आईसीयू में एडमिट कराया गया है.


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वहीं पुलिस ने बताया कि कालकाजी थाने में हिरासत में रखे गए 35 छात्रों को रिहा कर दिया गया है.  


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वहीं दूसरी तरफ दिल्ली पुलिस ने जामिया मिलिया यूनिवर्सिटी (Jamia Millia University) परिसर में रविवार को प्रवेश करने की रिपोर्ट से इनकार किया है. जामिया इलाके में हिंसक विरोध प्रदर्शन में अनेक लोग घायल हो गए और कई वाहनों को क्षतिग्रस्त कर दिया गया. पुलिस उपायुक्त (दक्षिण-पूर्व) चिन्मय बिस्वाल ने कहा कि प्रदर्शनकारियों को सिर्फ पीछे हटने को मजबूर किया गया, लेकिन पुलिस ने कोई गोली नहीं चलाई. हालांकि उन्होंने माना कि परिसर के भीतर से पत्थरबाजी होने पर पुलिस ने प्रवेश करके उद्रवियों की पहचान करने की कोशिश की.


 


बिस्वाल ने बताया, "हिंसा में पुलिस के 6 जवान जख्मी हो गए और कई प्रदर्शकारियों को हिरासत में लिया गया." उन्होंने कहा, "कुछ प्रदर्शकारी हिंसा करने की तैयारी करके आए थे, इसलिए जब उनको रिंग रोड पर रोका गया तो वे हिंसा पर उतारू हो गए."


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पुलिस हालांकि इस बात की पुष्टि नहीं करना चाहती है कि रविवार की हिंसा में पेट्रोल बम का इस्तेमाल किया गया. उन्होंने इस बात की भी पुष्टि नहीं की कि रविवार के विरोध प्रदर्शन में छात्र शामिल थे या नहीं.


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बता दें कि नागरिकता संशोधन अधिनियम (सीएए) को लेकर रविवार को प्रदर्शन के हिंसक हो जाने पर राष्ट्रीय राजधानी के निवासियों व राहगीरों को अपनी जान बचाने के लिए भागना पड़ा. करीब 1,000 लोगों की भीड़ ने सीएए को लेकर प्रदर्शन किया.


(इनपुट-आईएएनएस)