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Delhi Mumbai Expressway: दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे की शुरुआत का देश को बेसब्री से इंतजार है. यह भारत की सबसे प्रतीक्षित बुनियादी ढांचा परियोजनाओं में से एक है. इसे पीएम नरेंद्र मोदी की महत्वाकांक्षी गति शक्ति परियोजना के तहत तैयार किया जा रहा है. यह एक्सप्रेसवे भारत की राजनीतिक राजधानी को भारत की वित्तीय राजधानी से जोड़ेगा. यह 1,380 किलोमीटर से अधिक की लंबाई के साथ दुनिया का सबसे लंबा एक्सप्रेसवे होगा.
इस एक्सेस-नियंत्रित राजमार्ग में कुल 8 लेन होंगे और 12 लेन तक विस्तार की सुविधा के लिए जगह होगी. एक्सप्रेसवे का निर्माण जोरों पर है और केंद्रीय सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी सड़क के निर्माण के अपडेट शेयर करते रहते हैं.
गडकरी ने दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे के वडोदरा-विरार खंड से गुजरने वाले राजमार्ग के एक हिस्से की तस्वीरें शेयर की हैं. ये तस्वीरें एक्सप्रेसवे की खूबियों को बखूबी बयां कर रही हैं. इन तस्वीरों में डिजाइन और निर्माण की गुणवत्ता साफ देखी जा सकती है. इससे पहले गडकरी ने खानपुर घाटी और हरियाणा/राजस्थान सीमा को जोड़ने वाले राजमार्ग के खंड की तस्वीरें शेयर कीं.
यह एक्सप्रेसवे देश के दो सबसे बड़े मेट्रो शहरों के बीच हाई-स्पीड सड़क संपर्क का समर्थन करने के लिए पूरी तरह तैयार दिख रहा है. दरअसल, नितिन गडकरी का दावा है कि पीएम मोदी के नेतृत्व में सरकार भारतीय नागरिकों को विश्व स्तरीय सड़क मार्ग प्रदान करेगी, उन्होंने ट्वीट किया, “पीएम श्री @narendramodi जी के नेतृत्व में, हम भारतीय नागरिकों के लिए विश्व स्तरीय सड़क मार्ग सुनिश्चित कर रहे हैं. ”
Stunning views from Vadodara - Virar Section of Delhi-Mumbai Expressway. Limiting the distance for prosperous India. #PragatiKaHighway #GatiShakti
PC- @cbdhage pic.twitter.com/BPnU6eCZwt
— Nitin Gadkari (@nitin_gadkari) January 21, 2023
दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे मार्ग
इस एक्सप्रेसवे को बनाने में 98,000 करोड़ रुपये खर्च होंगे और राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली और वित्तीय राजधानी मुंबई के बीच कनेक्टिविटी में सुधार होगा. एक्सप्रेसवे कॉरिडोर के दिल्ली-फरीदाबाद-सोहना खंड के माध्यम से दिल्ली में शहरी केंद्रों को जोड़ेगा, साथ ही जेवर हवाई अड्डे और जवाहरलाल नेहरू पोर्ट को भी मुंबई से जोड़ देगा.
दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे की विशेषताएं
इसके अलावा सड़क परिवहन मंत्रालय 2.5 लाख करोड़ की लागत से दिल्ली और मुंबई के बीच एक इलेक्ट्रिक हाईवे बनाने की योजना बना रहा है. मंत्रालय के मुताबिक इन राजमार्गों पर ट्रॉलीबस और ट्रॉली ट्रक चल सकेंगे. ट्रॉली बसें इलेक्ट्रिक बसें हैं जो ओवरहेड तारों द्वारा संचालित होती हैं. वहीं, इलेक्ट्रिक हाईवे एक सड़क है जो उस पर यात्रा करने वाले वाहनों को बिजली प्रदान करेगी, जिसमें ओवरहेड पावर लाइन भी शामिल है.
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(एजेंसी इनपुट के साथ)