Charkhi Dadri News: कनीना हादसे के बाद प्रशासन द्वारा निजी स्कूलों पर लगातार शिकंजा कसा जा रहा है. इसके बावजूद निजी स्कूल संचालक अपनी हरकतों से बाज नहीं आ रहे हैं. खुले आम प्राइवेट स्कूल संचालकों द्वारा बिना रंग, बिना लेबल के वाहनों से स्कूली बच्चों को ढोया जा रहा है. खुलेआम चल रहे एसे वाहन चालक पुलिस व प्रशासन की आंखों में धूल झोंकते हुए कच्चे रास्तों से होकर गुजर रहे हैं. हालांकि प्रशासन की टीमों द्वारा पिछले तीन दिनों के अंतराल में 224 बसों के दस्तावेज जांच किए और 13 बसों को इंपाउंड किया है. वहीं दस्तावेजों के अभाव में 55 बसों के चालान कर 5 लाख रुपये का जुर्माना भी लगाया गया.


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बता दें कि कनीना बस हादसे के बाद सरकार व प्रशासन पूरी तरह से गंभीर बना हुआ है. चरखी दादरी के 156 निजी स्कूलों में वाहनों के अलावा अन्य दस्तावेजों की चेकिंग के लिए डीसी मनदीप कौर ने एसपी पूजा वशिष्ठ के साथ अभियान शुरू किया था. स्पेशल टीमों का भी गठन किया गया है. बावजूद इसके निजी स्कूल संचालकों द्वारा निजी वाहनों का प्रयोग किया जा रहा है. बिना रंग और लेबल के चलने वाले ये निजी वाहन पुलिस-प्रशासन से बचने के लिए छोटे रास्तों से होकर गुजर रहे हैं. डीसी मनदीप कौर ने बताया कि प्रशासन की टीमों द्वारा पुलिस विभाग के साथ तीन दिन के दौरान कुल 224 बसों की चेकिंग की और 13 बसों को इंपाउंड भी किया है। वहीं दस्तावेजों के अभाव में 55 बसों के चालान कर 5 लाख रुपये जुर्माना भी लगाया.


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बच्चों की सुरक्षा सबसे पहली प्राथमिकता है. इसी को ध्यान में रखते हुए जिला प्रशासन की ओर से जिले में स्कूलों की बसों में मापदंड चैक करने के लिए अभियान चलाया हुआ है. उपायुक्त ने कहा कि सरकार की ओर से बच्चों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए स्कूल बसों के लिए मापदंड निर्धारित किए गए हैं. जिला में संचालित सभी स्कूलों को अपनी बसों में इन मानदंडों को पूरा करना होगा. बच्चों की सुरक्षा के लिए स्कूल प्रबंधन को गंभीरता दिखानी होगी, ताकि अभिभावक बिना चिंता के अपने बच्चों को स्कूल भेज सकें. वहीं डीएसपी हेडक्वार्टर विनोद शंकर ने भी कहा कि कोताही बरतने वालों पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी.


Input- Pushpender Kumar