Alok Industries News: सीबीआई को इस बात की जानकारी मिली थी आलोक इंडस्ट्रीज का एक सीनियर कर्मचारी ऋषभ रायजादा Corporate Affairs मंत्रालय के ज्वाइंट डायरेक्टर पुनीत दुग्गल के साथ कंपनी के काम को लेकर संपर्क में है. ऋषभ रायजादा पुनीत दुग्गल के जरिये आलोक इंडस्ट्रीज के पुराने मामले को कंपनी के पक्ष में करवाने के लिए कोशिश कर रहे थे.
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Alok Industries News: CBI ने Corporate Affairs के दो ज्वाइंट डायरेक्टर और एक टेक्निकल असिस्टेंट समेत चार लोगों को रिश्वत लेने और देने के आरोप में गिरफ्तार किया है. सीबीआई ने आरोपियों के पास से रिश्वत के 3 लाख रुपये बरामद किए हैं. इसके साथ ही गिरफ्तारी के बाद एजेंसी ने आरोपियों के ठिकानों (दिल्ली, गुरूग्राम और चेन्नई) में छापेमारी कर 59.80 लाख रुपये भी बरामद किए हैं.
कंपनी के पक्ष में फैसले के लिए पेशकश
सीबीआई को इस बात की जानकारी मिली थी आलोक इंडस्ट्रीज का एक सीनियर कर्मचारी ऋषभ रायजादा Corporate Affairs मंत्रालय के ज्वाइंट डायरेक्टर पुनीत दुग्गल के साथ कंपनी के काम को लेकर संपर्क में है. पुनीत दुग्गल फिलहाल Official Liquidator के पद पर चेन्नई में तैनात हैं. ऋषभ रायजादा पुनीत दुग्गल के जरिये आलोक इंडस्ट्रीज के पुराने मामले को कंपनी के पक्ष में करवाने के लिये लगातार संपर्क में था क्योंकि वो पुनीत के जरिये अहमदाबाद में भी इसी तरह का काम करवा चुका था और बदले में रिश्वत भी दी थी. इस बार भी उसने कंपनी के पक्ष में फैसला करवाने के लिये पुनीत के जरिये काम करवाने की कोशिश की और DG दफ्तर से क्लियर करवाने के लिये कहा.
DG ऑफिस के अधिकारी को दिया टास्क
इसके बाद पुनीत दुग्गल (ज्वाइंट डायरेक्टर कॉरपोरेट अफेयर मंत्रालय) ने DG दफ्तर में तैनात रूही अरोड़ा को फाइल की जानकारी रखने को कहा. रूही अरोड़ा कॉरपोरेट मंत्रालय में सीनियर टेक्निकल असिस्टेंट है. उसने पुनीत को जानकारी दी की फाइल मजींत सिंह, ज्वाइंट डायरेक्टर, कॉरपोरेट अफेयर मंत्रालय के पास है. पुनीत के कहने पर रूही अरोड़ा ने मंजीत को फाइल को आलोक इंडस्ट्रीज और ऋषभ रायजादा के पक्ष में करने के लिये कहा जिसके बदले में रिश्वत की पेशकश दी गयी.
59.80 लाख बरामद
सीबीआई के मुताबिक 27 जुलाई को ऋषभ ने 3 लाख रूपये द्वारका में पुनीत के घर पहुंचा दिये जिसे पुनीत ने रूही को बताया और रूही ने मंजीत को इस बात की जानकारी दी. अगले दिन रूही जब रिश्वत की रकम लेने गयी तभी सीबीआई ने कॉरपोरेट अफेयर मंत्रालय के अधिकारी पुनीत दुग्गल, रूही अरोड़ा, मंजीत सिंह और आलोक इंडस्ट्रीज के ऋषभ रायजादा को गिरफ्तार कर लिया और 3 लाख रुपये रिश्वत के बरामद किये. इसके अलावा छापेमारी में 59.80 लाख भी बरामद किए गए.
दिवालिया किया घोषित
आलोक इंडस्ट्रीज, टेक्सटाइल इंडस्ट्री में एक बड़ा नाम है और 1986 में सुरेंद्र जिवराजका ने इस कंपनी की शुरूआत की थी, लेकिन बाद में इस कंपनी पर बैंकों की करीब 30 हजार करोड़ की देनदारी थी. SBI ने इस कंपनी को दिवालिया घोषित करने की मांग करते हुए जून 2017 में NCLT में याचिका दायर की थी, जिसके बाद मुकेश अंबानी की कंपनी रिलायंस और जे एम फायनेंसल ने इसे महज 5 हजार करोड़ में खरीद लिया था.