CBI Arrest Arvind Kejriwal: दिल्ली आबकारी मामले में सीएम अरविंद केजरीवाल को गिरफ्तार करने के बाद सीबीआई ने बुधवार को उन्हें राऊज एवेन्यू कोर्ट में पेश किया. स्पेशल जज अभिताभ रावत की अदालत में CBI ने केजरीवाल को औपचारिक रूप से गिरफ्तार करने की मांग की. सुनवाई के दौरान केजरीवाल का  शुगर लेवल डाउन हो गया. 


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

केजरीवाल के वकील ने कहा- हमें जवाब दाखिल करने के लिए वक्त दिया जाए. इस पर जज ने एक बार फिर केजरिवाल के वकील से कहा कि अभी तक गिरफ्तारी नहीं हुई है, लिहाजा इसमें तय प्रकिया का पालन हुआ है या नहीं, इस पर बहस का अभी औचित्य नहीं बनता.हमें CBI की अर्जी पर जवाब दाखिल करने के लिए वक्त चाहिए. हम शाम तक जवाब दाखिल कर देंगे.


CBI के वकील ने कहा कि अभी कोई अर्जी पेंडिंग ही नहीं है. जांच कैसे हो, ये तय करना एजेंसी का काम है. रिमांड अर्जी की एडवांस कॉपी देने की जरूरत  नहीं है. सीबीआई ने कोर्ट रूम में केजरीवाल से पूछताछ की. कोर्ट ने CBI को गिरफ्तारी के आधार से जुड़े दस्तावेज रखने को कहा. इसके बाद एजेंसी ने केजरीवाल को औपचारिक रूप से गिरफ्तार कर लिया. 


सीबीआई ने बताया गिरफ्तारी का आधार 


CBI ने अरविंद केजरीवाल को गिरफ्तार क्यों किया, इस बारे में एजेंसी के वकील ने बताया कि हमारे पास मंगूटा रेड्डी का बयान है. आबकारी नीति आने से पहले केजरीवाल ने कुछ लोगों से मुलाकात की थी. विजय नायर मिडिल मैन था. साउथ ग्रुप के मनमुताबिक आबकारी नीति बनाई गई थी, जो 25 मई 2021 को लाई गई. मंगूटा रेड्डी ने बताया था कि के. कविता ने 19 मार्च को कॉल कर रेड्डी को मिलने बुलाया था. उस दिन हैदराबाद में मौजूद विजय नायर को कोऑर्डिनेट करने का जिम्मा सौंपा गया. Lockdown की वजह से एक प्राइवेट फ्लाइट से अभिषेक और बुचीबाबू दिल्ली पहुंचे. 


ये भी पढ़ें LNJP में आतिशी से मिले अखिलेश यादव बोले, CBI उन लोगों को गिरफ्तार करती है जो...


LG ऑफिस ने सुझाव देने से किया इनकार 


सीबीआई ने कहा कि पॉलिसी क्या हो इसकी रिपोर्ट साउथ लॉबी ने तय की. प्रॉफिट मार्जिन को 6 से 12 % किया गया. 100 करोड़ एडवांस दिए गए. इनका कहना है कि रिपोर्ट LG office पहुंची. वहां से 7 पॉइंट्स सुझाए गए, लेकिन LG ऑफिस ने इस बात से इनकार किया है. सारा लेन-देन कैश में हुआ, लेकिन 44 करोड़ का ट्रेल हम साबित  कर चुके हैं. आबकारी नीति पर जिन अधिकारियों ने आपत्ति उठाई थी, उनका तबादला कर दिया गया. पब्लिक ओपिनियन के नाम पर फर्जीवाड़ा किया गया. आप कार्यकर्ताओं की राय को पब्लिक ओपिनियन बनाकर पेश किया गया. सुनवाई के दौरान मौजूद अरविंद केजरीवाल ने कोर्ट से कहा कि मेरा शुगर लेवल कम हो रहा है. उन्हें कुछ खाने की जरूरत है. इस पर कोर्ट ने उन्हें इजाजत दे दी.


केजरीवाल ने वापस ली सुप्रीम कोर्ट से याचिका 


दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने दिल्ली हाईकोर्ट के आदेश को चुनौती देने वाली याचिका सुप्रीम कोर्ट से वापस ले ली. दरअसल केजरीवाल को ट्रायल कोर्ट से मिली जमानत पर मंगलवार को हाईकोर्ट ने रोक लगा दी थी. सुप्रीम कोर्ट में केजरीवाल के वकील अभिषेक मनु सिंघवी ने बताया कि इस केस में  हर दिन कुछ नए घटनाक्रम हो रहे हैं. अब सीबीआई ने उनके मुवक्किल को गिरफ्तार कर लिया है. इस वजह से वह कोर्ट में दाखिल अपनी याचिका को वापस लेना चाहते हैं. इसके बाद जस्टिस मनोज मिश्रा और जस्टिस एसवीएन भट्टी की वेकेशन बेंच ने केजरीवाल को अपनी याचिका वापस लेने की अनुमति दे दी.