Ballabhgarh News: आवारा पशु जिनमें कुत्ते, गाय और सांड की तादाद सबसे ज्यादा है. अक्सर वो सड़कों पर खुला घूमते हुए देखे जाते हैं. अभी तक इन आवारा पशुओं से किसान ही परेशान थे. यह आवारा पशु खेतों में फसलों को रौंदते थे, लेकिन अब शहर, कॉलोनी की सड़क पर चलने वाले राहगीर भी इन पशुओं के आतंक से परेशान दिखाई दे रहे हैं.
Trending Photos
Ballabhgarh News: फरीदाबाद शहर की सड़कों पर लंबे समय से आवारा पशुओं का आतंक बढ़ता ही जा रहा है, जिसके कारण आमजन को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. आए दिन शहर में कहीं ना कहीं लोग आवारा पशुओं के हमले का शिकार होकर घायल हो रहे हैं या फिर आपस में गुत्थम-गुत्था हुए आवारा पशु गाड़ियों को गिराकर नुकसान कर देते हैं. कई बार वाहन चालक भी घायल हो जाते हैं. सड़क पर घूमते सांड़ों-गायों की टक्कर से कई मौत भी हो चुकी है.
गायों और सांड की संख्या ज्यादा
आवारा पशु जिनमें कुत्ते, गाय और सांड की तादाद सबसे ज्यादा है. अक्सर वो सड़कों पर खुला घूमते हुए देखे जाते हैं. अभी तक इन आवारा पशुओं से किसान ही परेशान थे. यह आवारा पशु खेतों में फसलों को रौंदते थे, लेकिन अब शहर, कॉलोनी की सड़क पर चलने वाले राहगीर भी इन पशुओं के आतंक से परेशान दिखाई दे रहे हैं. आवारा पशुओं और जानवरों की वजह से आए दिन दुर्घटनाएं हो रही हैं और लोग घायल होकर अपना इलाज कराने के लिए अस्पतालों में जा रहे हैं. आवारा कुत्तों के काटने से सबसे बड़ी समस्या तब आती है जब मरीज को अस्पताल पहुंचने के बाद यह पता लगता है कि अस्पताल में कुत्तों के काटने के बाद लगने वाला इंजेक्शन ही मौजूद नहीं है, जिसके बाद उन्हें प्राइवेट अस्पताल की ओर रुख करना पड़ता है, जिससे उनकी जेब अच्छी-खासी ढीली हो जाती है.
ये भी पढ़ें: STF और नोएडा पुलिस ने एक और फर्जी कॉल सेंटर पर मारा छापा, विदेशों में करते थे ठगी
बल्लभगढ़ के लोग परेशान
बल्लभगढ़ की रहने वाली राजेश नामक महिला ने बताया कि शहर में कुत्ते और बंदर बहुत हो रहे हैं. कुत्ते गलियों में घूमते रहते हैं. बच्चे अगर बाहर खेलने जाते हैं तो कुत्ते बच्चों को काट लेते हैं और उसके बाद अगर अस्पताल लेकर जाओ तो अस्पताल में उचित दवाइयां नहीं मिलती हैं. वहां इंजेक्शन मौजूद नहीं रहते. प्राइवेट अस्पताल में इंजेक्शन बहुत महंगे मिलते हैं. नगर निगम कोई ध्यान नहीं दे रहा. इसके लिए जरूर कोई उचित उपाय करना चाहिए. इसके साथ ही बंदर भी बहुत हो गए हैं. उन्हें भागने पर वो काट लेते हैं.
INPUT- AMIT CHAUDHARY