CBI ने हरियाणा और पंजाब के सराकरी अधिकारियों के खिलाफ छापेमारी की. जिसमें सीबीआई ने 74 आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज कर पंजाब और हरियाणा के 50 ठिकानों पर छापेमारी की. ये छापेमारी FCI- Food Corporation of India, चावल मिल मालिकों, अनाज व्यापारी और पंजाब के भ्रष्ट अधिकारियों पर की जा रही है.
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चंड़ीगढ़: CBI ने हरियाणा और पंजाब के सराकरी अधिकारियों के खिलाफ छापेमारी की. जिसमें सीबीआई ने 74 आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज कर पंजाब और हरियाणा के 50 ठिकानों पर छापेमारी की. ये छापेमारी FCI- Food Corporation of India, चावल मिल मालिकों, अनाज व्यापारी और पंजाब के भ्रष्ट अधिकारियों पर की जा रही है. इस आप्रेशन की तैयारी सीबीआई ने करीब 6 महीने पहले शुरू कर दी थी. इस आप्रेशन का नाम ऑप्रेशन कनक (Operation Kanak) दिया गया है.
सीबीआई ने सबसे पहले 10 जनवरी को पंजाब के लुधियाना में FCI के डिप्टी जनरल मैनेजर राजीव कुमार मिश्रा को 50 हजार की रिश्वत लेते रंगे हाथों गिरफ्तार किया. ये रिश्वत एक चावल मिल मालिक की तरफ से दी जा रही थी.
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दरअसल, सीबीआई को पिछले काफी दिनों से इस बात की शिकायत मिल रही थी कि FCI के भ्रष्ट अधिकारी अनाज व्यापारियों, चावल मिल मालिकों और पंजाब के भ्रष्ट अधिकारियों के साथ मिलकर खराब अनाज FCI को दे रहे थे. इसकी वजह से किसानों को तो नुकसान हो ही रहा था, आम लोग जो अनाज खरीदते है और सरकार को भी इसकी वजह से नुकसान उठाना पड़ रहा था. इसके अलावा सरकार इसी अनाज को PDS यानी Public Distribution Service के जरिये जरूरतमंद लोगों को देती है, जिन्हे खराब अनाज मिल रहा था, लेकिन इस सब में भ्रष्ट अधिकारियों, अनाज व्यापारी और चावल मिल मालिकों को फायदा हो रहा था.
सीबीआई ने ये छापेमारी पंजाब के पटियाला, लुधियाना, रोपड़, संगरूर, फतेहगढ़ साहिब, मौहाली, सरहिंद, चंडिगढ़ और हरियाणा के अंबाला में की थी. छापेमारी के बाद सीबीआई ने आरोपियों के पास से 60 लाख रुपये बरामद किये.