All India Congress committee: संविधान रक्षक के लिए कांग्रेस पार्टी की ओर से रजिस्ट्रेशन प्रोसेस शुरू किया जा चुका है. दिल्ली में ढाई हजार संविधान रक्षक बना दिए गए हैं. संविधान रक्षकों का ज्यादातर काम पर्दे के पीछे से चलेगा जिससे कि पार्टी का सपोर्ट बेस बढ़ाया जा सके.
Trending Photos
नई दिल्ली : कांग्रेस केंद्र सरकार पर लगातार आरोप लगाती रही है कि बीजेपी सरकार ने देश की संवैधानिक संस्थाओं को कमजोर किया है. इनका संविधान रक्षकों का ज्यादातर काम पर्दे के पीछे से चलेगा जिससे कि कांग्रेस पार्टी का सपोर्ट बेस बढ़ाया जा सके.
केंद्र सरकार के खिलाफ देशभर में संविधान रक्षक बनाने की मुहिम तेज़ हो गयी है। कांग्रेस लगातार केंद्र पर आरोप लागती आई है कि देश का संविधान केंद्र की बीजेपी सरकार के कारण कमजोर किया जा रहा है. राहुल गांधी भी कह चुके हैं कि मोदी सरकार में संवैधानिक संस्थाओं पर हमले लगातार बढ़ रहे हैं. इसी के खिलाफ कांग्रेस पार्टी ने पूरे देश में संविधान रक्षक बनाने की मुहिम की शुरुआत की है.
ये भी पढ़ें: अपने दोस्त की जगह देने आया फिजिकल टेस्ट, BSF भर्ती के दौरान पकड़ा फर्जी कैंडिडेट
ऑल इंडिया कांग्रेस कमेटी (AICC) की इस मुहिम के तहत अब तक दिल्ली में 2500 'रक्षकों' की फौज तैयार हो चुकी है. देशभर में करीब 1 लाख से ज्यादा संविधान रक्षक बनाने का लक्ष्य कांग्रेस ने रखा है. मुहिम के तहत दिल्ली में 5 हजार संविधान रक्षक बनाए जाने हैं. राष्ट्रीय कांग्रेस के SC/ST मोर्चे को इस काम की जिम्मेदारी दी गई है. मोर्चे के अध्यक्ष राजेश लिलोठिया के कार्यभार संभालने के बाद से संविधान रक्षक की परिकल्पना रखी गई थी. संजय नीरज दिल्ली में SC/ST मोर्चे के प्रमुख हैं.
क्या करेंगे संविधान रक्षक?
राष्ट्रीय स्तर के इस अभियान में AICC की ओर से इस कार्यक्रम की योजना बनाई जाती है. AICC का SC/ST मोर्चा सभी राज्यों के प्रमुखों के साथ महीने में कम से कम एक बार बैठक कर कार्यक्रम की रूपरेखा तय करता है. संविधान रक्षक के लिए कांग्रेस पार्टी की ओर से रजिस्ट्रेशन प्रोसेस शुरू किया जा चुका है. दिल्ली में ढाई हजार संविधान रक्षक बना दिए गए हैं. संविधान रक्षकों की यह जिम्मेदारी है कि केंद्रीय नेतृत्व की ओर से दिए जा रहे आह्वान को जन-जन तक पहुंचाएं। इस कवायद के मद्देनजर संविधान रक्षक सोशल मीडिया का भी इस्तेमाल करेंगे. इसके अलावा छोटी-छोटी सभाओं, जनसंपर्क अभियान, गण्यमान्य लोगों के साथ बैठक कर केंद्रीय नेतृत्व के मुद्दों को लोगों तक पहुंचाया जाएगा.
क्षेत्र के लोगों को फ्री कानूनी मदद देंगे
संविधान रक्षकों की टीम में वकीलों को भी वरीयता दी जा रही है. जिस भी इलाके में पीड़ित वर्ग को अदालत से संबंधित कोई मदद चाहिए होगी तो संविधान रक्षक उनकी मदद करेंगे. संविधान रक्षक अदालतों से जुड़े मामलो में कमजोर, पिछड़े और खासकर दलित वर्ग की मदद फ्री में मुहैया कराएंगे। संविधान रक्षकों का ज्यादातर काम पर्दे के पीछे से चलेगा जिससे कि कांग्रेस पार्टी का सपोर्ट बेस बढ़ाया जा सके.
p