पंजे के दम पर निकाय चुनाव नहीं लड़ेगी कांग्रेस, हरियाणा कांग्रेस ने एक सुर में लिया फैसला
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पंजे के दम पर निकाय चुनाव नहीं लड़ेगी कांग्रेस, हरियाणा कांग्रेस ने एक सुर में लिया फैसला

हरियाणा कांग्रेस ने फैसला लिया है कि कांग्रेस सिंबल पर निकाय चुनाव नहीं लड़ेगी. इस बार राज्य चुनाव आयोग ने चुनावी खर्च की सीमा भी बढ़ा दी है. हरियाणा में 46 शहरों में निकाय चुनाव होंगे, जिनमें 18 नगर परिषद सहित 28 नगर पालिकाओं में चुनाव होंगे.

फाइल फोटो

नई दिल्ली: हरियाणा में निकाय चुनावों की घोषणा हो चुकी है. इस बीच हरियाणा कांग्रेस ने फैसला लिया है कि कांग्रेस सिंबल पर निकाय चुनाव नहीं लड़ेगी. इससे पहले सिंबल पर चुनाव लड़ने को लेकर बैठक बुलाई थी, लेकिन इस पर कोई फैसला नहीं हो सका था. सिंबल पर लड़ने को लेकर गुरुवार को बैठक बुलाई थी. हालांकि इस पर अंतिम फैसला नहीं हो सका. लेकिन माना जा रहा है कि पार्टी की तरफ से जल्द ही इस पर फैसला लिया जाएगा. इसको लेकर बैठक जल्द ही दोबारा बुलाई जाएगी.

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निकाय चुनावों में प्रत्याशी 30 मई से 4 जून तक नामांकन भर सकेंगे. 7 जून तक नामांकन वापस लिया जाएगा. निकाय चुनावों के लिए 19 जून को सुबह 7 से शाम 6 बजे तक वोट डाले जाएंगे. किसी सीट पर पुनर्मतदान की जरूरत पड़ी तो मतदान 21 जून को होगा. चुनाव की मतगणना 22 जून को होगी.

इस बार राज्य चुनाव आयोग ने चुनावी खर्च की सीमा भी बढ़ा दी है. नगर परिषद अध्यक्ष पद के उम्मीदवार 15 लाख की बजाए 16 लाख रुपए खर्च कर सकेंगे, जबकि पार्षद पद के उम्मीदवार 30,000 की जगह 3.5 लाख रुपये खर्च कर सकेंगे. 

नगर पालिका के अध्यक्ष पद के उम्मीदवार 10 लाख के बजाय साढ़े 10 लाख रुपये खर्च कर सकेंगे. वार्ड पार्षद के प्रत्याशी 2.25 लाख की जगह 2.5 लाख रुपये तक खर्च कर सकेंगे.

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