DELHI GOVERNMENT: लाखों लोगों को सीवर ओवरफ्लो की समस्या से मिलेगी राहत, सरकार उठाने जा रही है ये बड़ा कदम
Advertisement
trendingNow0/india/delhi-ncr-haryana/delhiharyana1692790

DELHI GOVERNMENT: लाखों लोगों को सीवर ओवरफ्लो की समस्या से मिलेगी राहत, सरकार उठाने जा रही है ये बड़ा कदम

DELHI GOVERNMENT: केजरीवाल सरकार 21.3 किमी लंबी ट्रंक सीवर लाइन की करेगी सफाई, जिससे लाखों लोगों को सीवर ओवरफ्लो की समस्या से मिलेगी राहत. इसी कड़ी में केजरीवाल के निर्देशों का पालन करते हुए सौरभ भारद्वाज सफाई परियोजना को मंजूरी दी.

DELHI GOVERNMENT: लाखों लोगों को सीवर ओवरफ्लो की समस्या से मिलेगी राहत, सरकार उठाने जा रही है ये बड़ा कदम

DELHI GOVERNMENT: केजरीवाल सरकार, दिल्‍लीवालों को सीवर की समस्‍या से निजात दिलाने और सीवरेज नेटवर्क को बेहतर बनाने की दिशा में व्यापक स्तर पर काम कर रही है. इसी कड़ी में मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के निर्देशों का पालन करते हुए जल मंत्री सौरभ भारद्वाज ने दिल्ली के विभिन्न इलाकों में 21.3 किमी लंबी ट्रंक सीवर लाइनों की सफाई की परियोजना को मंजूरी दी है. इस परियोजना के तहत पश्चिम दिल्ली में मोती नगर से ख्याला तक, राजा गार्डन चौक से केशोपुर एसटीपी, लाजवंती गार्डन से केशोपुर एसटीपी और रघुबीर नगर रोड नंबर-29 से केशोपुर एसटीपी तक ट्रंक सीवर लाइनों की सफाई की जाएगी, जिससे विभिन्न विधानसभा क्षेत्र के लाखों लोगों को सीवर ओवरफ्लो की दिक्कत का सामना नहीं करना पड़ेगा. जल मंत्री सौरभ भारद्वाज ने दिल्ली जल बोर्ड को यह कार्य प्रमुखता के आधार पर समयसीमा के अंदर पूरा करने का निर्देश दिया है.

सौरभ भारद्वाज ने बताया कि केजरीवाल सरकार की ओर से दिल्ली के विभिन्न विधानसभा क्षेत्रों में ट्रंक सीवर लाइनों की डिसिल्टिंग की जाएगी. वर्तमान में इन ट्रंक सीवर लाइनों में गाद जमा होने के कारण सीवरेज का प्रवाह सही से नहीं हो पा रहा है. खासकर मॉनसून के दौरान एसपीएस से अत्याधिक पंपिग के कारण बैक-ओवरफ्लो की स्थिति पैदा हो जाती है. इस वजह से सड़क पर जलभराव की समस्या उत्पन्न हो जाती है और लोगों को ट्रैफिक जाम से भी जुझना पड़ता है. साथ ही पैदल चलने वाले लोगों को आवाजाही में काफी परेशानी होती है. ऐसे में मोती नगर से ख्याला तक, राजा गार्डन चौक से केशोपुर एसटीपी, लाजवंती गार्डन से केशोपुर एसटीपी और रघुबीर नगर रोड नंबर-29 से केशोपुर एसटीपी तक आदि इलाकों में ट्रंक सीवर लाइनों की डिसिल्टिंग की जाएगी, जिसके बाद इलाके के लोगों को सीवरजाम की समस्या से मुक्ति मिलेगी. साथ ही कमांड क्षेत्रों में सुचारू तरीके से सीवर फ्लो हो सकेगा.

ये भी पढ़ेंः CBSE Result 2023: शिक्षा मंत्री ने छात्रों को दी बधाई, आतिशी बोलीं- दिल्ली सरकार के स्कूलों देशभर में अव्वल

इन इलाके के लोगों को ट्रंक सीवर लाइनों की डिसिल्टिंग से होगा फायदा

1. पश्चिम दिल्ली में मोती नगर से ख्याला तक 5 किमी लंबी ट्रंक सीवर लाइन की सफाई की जाएगी, जिससे मोती नगर, करमपुरा, बसई दारापुर, राजा गार्डन, बाली नगर, रमेश नगर, कीर्ति नगर, मानसरोवर गार्डन, सुदर्शन पार्क, राजौरी गार्डन, पंजाबी बाग, रघुबीर नगर, विशाल एन्क्लेव, शिवाजी एन्क्लेव, शिवाजी विहार, टैगोर गार्डन, ख्याला आदि के लोगों को फायदा होगा.

2. राजा गार्डन चौक से केशोपुर एसटीपी तक वाया नजफगढ़ रोड, पैसिफिक मॉल, 12 ब्लॉक तिलक नगर, 80 गज हरिजन कॉलोनी, बी ब्लॉक तिलक विहार, कृष्णा नगर। 6.2 किमी लंबी ट्रंक सीवर लाइन की सफाई से राजौरी गार्डन और तिलक नगर निर्वाचन क्षेत्र के तहत तिलक नगर एसी, तिलक विहार, कृष्ण नगर, पृथ्वी पार्क, गुरुनानक नगर आदि के लोगों को सीवर की समस्या से मुक्ति मिलेगी.

ये भी पढ़ेंः Raghav Parineeti Engagement: कपूरथला हाउस में होगी राघव चड्ढा और परिणीति की सगाई, प्रियंका चोपड़ा भी होंगी शामिल

3. लाजवंती गार्डन से केशोपुर एसटीपी वाया जेल रोड, नजफगढ़ रोड और आउटर रिंग रोड से काशोपुर एसटीपी तक। यहां 6.35 किमी लंबी सीवर लाइन की सफाई से जनकपुरी, विकासपुरी, हरि नगर विधानसभा क्षेत्र और तिलक नगर विधानसभा क्षेत्र के लोगों को लाभ मिलेगा.

4. रघुबीर नगर रोड नंबर 29 से केशोपुर एसटीपी तक (नजफगढ़ नाले के दाहिने किनारे से). इस 3.5 किमी लंबी ट्रंक सीवर लाइन की डिसिल्टिंग से राजौरी गार्डन निर्वाचन क्षेत्र और आरजेड, आरजेडसी, जेड ब्लॉक विष्णु उद्यान, रवि नगर एक्सटेंशन, सी, डी, ई, एफ ब्लॉक ख्याला और संत गढ़ (तिलक नगर निर्वाचन क्षेत्र के तहत) आदि इलाकों में सीवर जाम से राहत मिलेगी.

सीवरेज प्रबंधन को बेहतर बनाने में जुटी केजरीवाल सरकार

सौरभ भारद्वाज ने बताया कि केजरीवाल सरकार सीवरेज प्रबंधन बेहतर बनाने में जुटी है. दिल्ली के विभिन्न इलाकों में जल बोर्ड के सीवरेज पंपिंग स्टेशन हैं, जिसके माध्यम से सीवरेज को सीवर लाइन से पंप कर एसटीपी में पहुंचाया जाता है. इन पंपिंग स्टेशनों की निगरानी आइओटी (इंटरनेट आफ थिंग्स) इलेक्ट्रानिक उपकरण के माध्यम से की जा रही है. पंपिंग स्टेशन में सीवरेज के पानी का स्तर सामान्य से अधिक होने पर उपकरण में लगे सेंसर से इसकी जानकारी जल बोर्ड के अधिकारियों को तुरंत मिल जाती है. उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने यमुना को साफ करने की जिम्मेदारी जल बोर्ड को दी है, जिस तरह पिछले कार्यकाल में दिल्ली सरकार ने स्कूलों और अस्पतालों का कायाकल्प किया, वैसे ही इस बार यमुना को भी प्राथमिकता के आधार पर साफ करना ही मुख्य मकसद है. इसके तहत दिल्ली के 100 फीसदी घरों को भी सीवर लाइन से जोड़ा जा रहा है, ताकि इलाके के लोगों को सीवर से राहत के साथ-साथ साफ-स्वच्छ वातावरण मिल सके.

(इनपुटः बलराम पांडये)

Trending news