बलराम पांडे/नई दिल्लीः दिल्ली नगर निगम के अतिरिक्त आयुक्त, सुनील भादू की अध्यक्षता में आज मच्छरजनित बीमारियों की रोकथाम व नियंत्रण के लिए अंर्तविभागीय समन्वय बैठक का आयोजन किया गया. इस बैठक में मच्छरजनित बीमारियों की स्थिति की समीक्षा की गई तथा इस बैठक में अंतर्क्षेत्रीय सहभागी विभागों ने दिल्ली में डेंगू एवं चिकनगुनिया की रोकथाम एवं नियंत्रण के विभिन्न उपाय अपनाने हेतु भाग लिया.,


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अतिरिक्त आयुक्त (चिकित्सा) सुनील भादू ने कहा कि मच्छरजनित बीमारियों से बचाव का सबसे प्रभावी तरीका मच्छरों के प्रजनन की रोकथाम है. अभी हाल ही में हुई वर्षा के कारण मच्छरों के प्रजनन की संभावना काफी बढ़ गई है. उन्होंने कहा कि ऐसे में सभी हितधारकों की जिम्मेदारी है कि अपने अधिकार क्षेत्र में जलजमाव न होने दें, जिससे की डेंगू,  मलेरिया और चिकनगुनिया जैसी बीमारियों के फैलने की आशंका को खत्म किया जा सके.


यह बैठक दिल्ली नगर निगम व दिल्ली के अन्य हितधारकों के मध्य बेहतर समन्वय के साथ मच्छजनित बीमारियों की रोकथाम व नियंत्रण के लिए आयोजित की गई. विभिन्न मुद्दों जैसे कूड़े अपशिष्ट पदार्थों के सही तरीके व समय पर निवारण हो, जिससे प्लास्टिक एवं अपशिष्ट पदार्थों में पानी इक्ट्ठा या फिर जमा न हो सके.


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नालों से गंदगी निकालने, सरकारी कार्यालयों परिसरों व अवासीय परिसरों में टैंकों की मरम्मत व ढक्कन आदि का पूर्ण रूप से प्रबंध, डी.टी.सी. बस के डिपों के टायरों में मच्छरों की उत्पत्ति के नियंत्रण पर चर्चा हुई. पी.डब्ल्यू.डी., सी. पी.डब्ल्यू.डी., उत्तर प्रदेश सिंचाई विभाग तथा दिल्ली जल बोर्ड से अनुरोध किया गया कि वे भलीभांति व्यवस्थाएं बनाये और आपस में समन्वय के साथ मच्छरजनित बीमारियों को रोकथाम में सहयोग दें.


निगम स्वास्थ्य अधिकारी, डॉ लल्लन वर्मा ने डेंगू से बचने और उसके नियंत्रण पर एक छोटी सी प्रस्तुति भी दी. उन्होंने कहा कि मच्छरों के प्रजनन के लिए अनुकूल तापमान, उच्च आर्द्रता,जल जमाव जैसे प्रमुख कारक हैं. उन्होंने मच्छरजनित बीमारियों से बचने के लिए मच्छरों के प्रजनन को नष्ट करना, जनजागरुकता अभियान चलाना, मच्छरों के प्रजनन के हॉटस्पॉट की निगरानी करना इत्यादि के बारे में बताया तथा इसके साथ ही अधिकारियों को डेंगू के लिए उतरदायी मच्छर एडीज़ के जीवन-चक्र पर एक डॉक्यूमेंट्री भी दिखाई.