दिल्ली-NCR वाले जहरीली हवा में सांस लेने को मजबूर, AQI हुआ 800 पार
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दिल्ली-NCR वाले जहरीली हवा में सांस लेने को मजबूर, AQI हुआ 800 पार

दिल्ली-एनसीआर में सर्दी के साथ-साथ प्रदूषण भी बढ़ता जा रहा है. वहीं यहां के लोगों को कोहरे के साथ-साथ धुंध की भी मार छेलनी पड़ रही है. हालात इतने खराब हो गए है कि लोग न चाहते हुए जहरीली हवा में सांस लेने को मजबूर हैं.

 

दिल्ली-NCR वाले जहरीली हवा में सांस लेने को मजबूर, AQI हुआ 800 पार

Delhi Pollution: दिल्ली-एनसीआर क्षेत्र में सर्दियों के साथ-साथ प्रदूषण लगातार बढ़ता जा रहा है. दिल्ली और आसपास के इलाकों में कोहरे के साथ-साथ भयंकर धुंध भी छाई रही. ऐसे में दिल्ली-एनसीआर की हवा सांसों में जहर घोलने का काम कर रही है. इस कारण दिल्ली में वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) 800 से पार हो गया. वहीं नोएडा-गाजियाबाद में भी हवा की गुणवत्ता बेहद खराब दर्ज की गई. दिल्ली-एनसीआर में रहने वाले लोगों के लिए कोहरे के साथ प्रदूषण डबल मुसीबत बन गया है. सरकारों के तमाम प्रयासों के बावजूद जनता को प्रदूषण से राहत नहीं मिल रही है.

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बता दें कि प्रदूषण को रोकने के लिए तमाम राज्य सरकारें और केंद्र सराकार निरंतर प्रयास कर रही हैं. दिल्ली-NCR क्षेत्र में GRAP की 3 स्टेज की पाबंदी लागू की है. इसके तहत निर्माण कार्यों पर रोक समेत तमाम कदम उठाए गए हैं. इसके बावजूद लोग जहरीली हवा में सांस लेने को मजबूर हैं. 

केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (CPCB) के अनुसार राजधानी के शहादरा में गुरुवार को यानी आज सबसे ज्यादा AQI 843 दर्ज किया गया. वहीं दिल्ली में 6 बजे औसत AQI 400 के पार दर्ज किया गया. साथ ही नोएडा में AQI 469 और कई इलाकों में वायु गुणवत्ता सूचकांक 500 के पार पहुंच गया.

बता दें कि आज यानी गुरुवार को दिल्ली-एनसीआर के 24 इलाकों में AQI लेवल गंभीर श्रेणी में पहुंच गया है. CPCB के अनुसार आनंद विहार का AQI लेवल 449 दर्ज किया गया. वहीं जहांगीर पुरी में 455 दर्ज किया गया. वहीं वायु गुणवत्ता और मौसम पूर्वानुमान और अनुसंधान की प्रणाली (SAFAR) के अनुसार नोएडा में AQI लेवल 469 पहुंच गया है. वहीं सेक्टर 62 का AQI लेवल 408 दर्ज किया गया है, जो कि बहुत ही हानिकारक है.
 
बता दें कि AQI लेवल 0 से 50 के बीच अच्छा रहता है. 51 से 100 के बीच भी थोड़ा नोरमल ही रहता है. 101 से 200 के बीच मध्मय श्रेणी में रहता है. 201 से 300 को खराब, 301 से 400 को बहुत खराब और 401 से 500 के बीच को गंभीर माना जाता है. वहीं अगर इससे ऊपर जाता है तो स्थिति और खतरनाक हो जाती है. 

वहीं दिल्ली में प्रदूषण को बढ़ता देख राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग (NCPCR) दिल्ली के स्कूलों को बंद करने की मांग की है. NCPR अध्यक्ष प्रियंक कानूनगो ने दिल्ली के चीफ सेक्रेटरी (CS) को पत्र लिखकर एयर क्वालिटी इंप्रूव (AQI) होने तक स्कूल बंद करने की मांग की है. वहीं NCPR ने बढ़ते वायू प्रदूषण के चलते सरकार से बच्चों की सुरक्षा के लिए किए गए उपायों के बारे में जवाब मांगा है. प्रियंक कानूनगो ने अपने ट्वीट में लिखा कि कि दिल्ली में प्रदूषण के खतरनाक स्तर के कारण स्कूली बच्चों की सुरक्षा चिंता का विषय है, अभी तक दिल्ली की राज्य सरकार ने इस पर कोई निर्णय नहीं लिया है. बच्चे स्कूल आने जाने में, खेल के मैदानों में जहरीली हवा के प्रकोप में हैं. ये लापरवाही गलत है, इस पर @NCPCR_नोटिस जारी कर रहा है.