Ranbir Kapoor: महादेव ऐप के मालिक की शादी में जाने पर रणबीर कपूर को ED ने क्यों भेजा समन, जानें वजह
ED Summons ranbir kapoor: ED ने बॉलीवुड एक्टर रणबीर कपूर को समन जारी किया है. ऑनलाइन गेमिंग महादेव ऐप मामले में 6 अक्टूबर 2023 को पूछताछ के लिए बुलाया गया है.
महादेव ऐप के मालिक की शादी में शामिल होना रणबीर कपूर को पड़ सकता है भारी
आरोप है की महादेव ऐप के मालिक सौरभ चंद्राकर ने दुबई में 200 करोड़ की आलीशान शादी की थी, जिसमे भारत के करीब 10 से 11 बॉलीवुड कलाकारों ने हिस्सा लिया था. अब ये तमाम कलाकार भी ED के रडार पर है. जहां तक बात रणबीर कपूर की है तो उन पर आरोप है कि उन्होंने इस महादेव ऐप का विज्ञापनऔर प्रमोशन किया है. जिसके एवज में उन्हें हवाला के जरिये रकम पहुंचाई गई है. इसीलिए ED ने रणबीर कपूर को 6 अक्टूबर को पूछताछ के लिए बुलाया है.
टाइगर श्रॉफ, सनी लियोनी, नेहा कक्कड़ से लेकर राहत फतेह अली खान पर गिर चुकी है गाज
बता दें कि कुछ हफ्ते पहले इस मामले में बॉलीवुड एक्टर और सिंगर जैसे टाइगर श्रॉफ, सनी लियोनी, नेहा कक्कड़ से लेकर राहत फतेह अली खान जैसे बड़े कलाकरों का भी नाम शामिल था. अब केस में जैसे-जैसे जांच आगे बढ़ रही है, वैसी ही कपूर खानदान के चिगार रणबीर का कपूर का नाम सामने आया है, जिसमें ईडी एक्टर से 6 अक्टूबर को पूछताछ करेगी.
इससे पहले छत्तीसगढ़ में चल रही महादेव मोबाइल एप्लिक्शन मामले में एजेंसी ने मुंबई, कोलकाता और भोपाल में छापेमारी कर 2.55 करोड़ कैश और 13 करोड़ की ज्वैलरी बरामद की है और 417 करोड़ की कुल संपत्ति जब्त की है. एजेंसी ने ये छापेमारी मुख्य आरोपी सौरभ चंद्राकर के हवाला ऑपरेटर और ट्रैवल ऑपरेटर के ठिकानों पर की थी जो सौरभ के कहने पर सारे इंतजाम करता है और कैश में हवाला के जरिये पेंमेंट लेता है.
ED को अभी तक की जांच में पता चला कि सौरभ चंद्राकर ने अपनी शादी में 200 करोड़ रुपये खर्च किये थे. आरोपी ने शादी के लिये अपने परिवार के सदस्यों को नागपुर से दुबई प्राइवेट जेट में बुलाया था और सेलेब्रिटी को शादी में परफोर्म करने के लिये बुलाया गया और इसके अलावा मुंबई से शादी के लिए डेकोरेटर्स, डांसर और प्लानर बुलाये गये थे. जांच में पचा चला कि इसके लिये योगेश पोपट नाम के आदमी ने M/s R-1 Events Pvt Ltd को 112 करोड़ रुपये हवाला के जरिये कैश में दिये थे. इसके अलावा दुबई में 42 करोड़ रुपये होटल बुकिंग में खर्च किए गए, जिसकी पेमेंट भी दुबई की करंसी में कैश में की गयी थी.
इसी के बाद एजेंसी ने मुंबई, कोलकाता और भोपाल में योगेश पोपट, मिथिलेश, धीरज आहुजा, विशाल आहुजा, विकास छापरिया और गोविंद केडिया के ठिकानों पर छापेमारी की थी.
योगेश पोपट और मिथिलेश ने ही दुबई में शादी के लिये बुलाए गए इवेंट प्लानर, डांसर और परफोर्मर को 112 करोड़ की पेमेट की थी, जिसकी डिटेल भी एजेंसी को मिली. योगेश ने हवाला का काम करने वाले आंगडियों का पता बताया, जिसके बाद वहां छापेमारी से 2.37 करोड़ कैश बरामद हुआ. छापेमारी में ED को इस बात का भी पता चला कि बहुत सारे सेलेब्रेटी महादेव एप्लिकेशन और इससे जुड़ी सट्टेबाजी की एप्लिकेशन का विज्ञापन करते है, जिसके बदले जो पैसे उन्हें मिलते है. वो भी इसी ऑनलाइन सट्टेबाजी की अवैध कमाई से होते है.
इसके अलावा एजेंसी ने भोपाल में M/s Rapid Travels के ठिकानों पर छापेमारी की, जिसे धीरज और विशाल आहुजा चलाते है. ये दोनों महादेव एप्लिकेशन के प्रोमोटर, परिवार के लोग, बिजनेस से जुड़े लोग और सेलेब्रिटी की टिकटों की बुकिंग करते है. इन्हीं के जरिए दुबई में शादी के लिए भी टिकट की बुकिंग की गयी थी और सितंबर महीने में दुबई में सेलेब्रिटीज के फंक्शन के लिये भी की गई थी. दोनो भाई ऑनलाइन सट्टेबाजी से आने वाली अवैध कमाई को बड़ी सफाई से टिकट प्रोवाइडर्स के खातों में जमा कर देते थे और फिर उसी वॉलेट बैलेंस का इस्तेमाल कर देश और विदेश के लिएबुंकिंग करते थे. ये दोनों महादेव एप्लिकेशन, फेयरप्ले एप, रेड्डी अन्ना एप के लिये प्रोमोशन करने वाले सेलेब्रिटीज़ की भी टिकट बुकिंग का काम देखते थे.
एजेंसी ने कोलकाता में विकास छापरिया के यहां भी महादेव एप्लिकेशन से जुड़े मामले में छापेमारी की. विकास अपने साथी गोविंद केडिया के साथ मिल कर महादेव मोबाइल एप्लिकेशन के जरिये होने वाली अवैध कमाई को अपनी कंपनी M/s Perfect Plan Investment LLP, M/s Exim General Trading FZCO, M/s Techpro IT Solutions LLC के जरिये स्टॉक मार्किट में निवेश करते थे, जोकि FPI-Foreign Portfolio Investment के नाम पर होती थी. एजेंसी ने विकास छापरिया के 236.3 करोड़ की सिक्योरिटी होलडिंग को फ्रीज कर दिया है. इसके अलावा गोविंद केडिया की 160 करोड़ की DEMAT Holdings को भी एजेंसी ने फ्रीज किया है. गोविंद के ठिकाने पर छापेमारी के दौरान 18 लाख कैश और 13 करोड़ का सोना और ज्वैलरी भी बरामद की है.
इस मामले में एजेंसी अब तक रायपुर, भोपाल, मुंबई, कोलकाता में 39 जगहों पर छापेमारी कर 417 करोड़ की संपत्ति को जब्त कर चुकी है. इसके अलावा चार आरोपियों को भी अब तक गिरफ्तार किया जा चुका है, जिसमें इस पूरी सट्टेबाजी का मुख्य लाइजनर ASI चंद्रभूषण वर्मा है. चंद्रभूषण वर्मा छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री के राजनितिक सलाहकार विनोद वर्मा का काफी करीबी है और यही वजह है कि एजेंसी ने विनोद वर्मा और उसके परिवार के लोगों से भी इस मामले में पूछताछ की है.