Jind News: पंजाब के किसान आंदोलन के बाद हरियाणा के किसान संगठन भी बढ़ा सकते हैं सरकार की मुसीबतें. आज जींद जिले की जाट धर्मशाला में किसान नेताओं ने मीटिंग करके सरकार से आरपार की जंग का ऐलान कर दिया है. किसान नेताओं ने हरियाणा के दाता सिंह वाला बार्डर से 13 फरवरी को गिरफ्तार किए गए किसान नेता अक्षय नरवाल, प्रवीन मदीना और वीरेंद्र कोयल की रिहाई की मांग की और एक मार्च को सोनीपत के कथूरा गांव में महापंचायत का एलान किया है. वहीं इस पंचायत का एलान करते हुए किसानों ने कहा कि इसमें प्रदेश भर से खापें, किसान संगठन के अलावा मध्य प्रदेश और उत्तर प्रदेश से भी किसान संगठन भाग लेंगे. यह ऐलान आज जींद की जाट धर्मशाला में भारतीय किसान संघर्ष समिति की प्रदेश प्रवक्ता प्रियंका खरकरामजी ने पत्रकारों से बातचीत में किया है.


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महापंचायत का किया गया एलान
किसान नेता प्रियंका ने बताया कि 13 फरवरी को दाता सिंह वाला बार्डर से किसान नेता अक्षय, प्रवीन और वीरेंद्र के साथ मारपीट करते हुए उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया. उन पर धारा 307 समेत 10 से ज्यादा धाराएं लगाई गई हैं, जबकि उन्होंने ऐसा कोई काम नहीं किया था कि उन पर ये धाराएं लगाई जाएं. उनकी रिहाई की मांग को लेकर आठ दिन से कथूरा में भी धरना चल रहा है. धरने पर सभी संगठनों से बात-चीत करके एक मार्चं की महापंचायत का ऐलान किया गया है.


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थाने का घेराव भी कर सकते हैं- प्रियंका खरकराम
प्रियंका खरकराम ने चेतावनी देते हुए कहा कि सरकार के पास एक दिन का समय है, नहीं तो एक मार्च की महापंचायत से कड़ा फैसला लिया जाएगा. प्रशासन के साथ कई बैठकें कर चुके हैं, लेकिन अभी तक उन्हें रिहा नहीं किया गया है. हम जेल भरो आंदोलन व जेल व थाने का घेराव का भी फैसला ले सकते हैं, जिसकी जिम्मेदारी सरकार की होगी. 


Input- GULSHAN