Ayodhya Ram Mandir: 22 जनवरी 2024 को अयोध्या में बन रहे राम मंदिर में रामलला की मूर्ति की प्राण प्रतिष्ठा होने वाली है. (Ram lala Pran Pratishtha) इसके लिए तैयारियां जोरों पर है. तमाम श्रद्धालु रामलला के दर्शन के लिए उत्सुक हैं. ऐसे में बीते दिनों ऐसी कई खबरें सामने आईं, जिसमें कई श्रद्धालु सैकड़ों किलोमीटर की पैदल यात्रा करके श्रीराम चंद्र के दर्शन के लिए पहुंच रहे हैं. इन्हीं में से एक श्रद्धालु हैं मुर्तना, जो महात्मा गांधी की परिधान में कर्नाटक से अयोध्या में राम लला के दर्शन के लिए निकले हैं.


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क्या है पूरी कहानी
दरअसल, कर्नाटक के रहने वाले 50 वर्षीय मुर्तना महात्मा गांधी के गेटअप में कर्नाटक से अयोध्या के लिए निकले हैं. उन्होंने अपने कमर में घड़ी लटका रखी है. हाथों में लाठी, आंखों में गांधी जी के जैसा गोल चश्मा और बदन पर धोती लपेटे हुए हैं. मुर्तना का टार्गेट है कि वो 22 जनवरी से पहले अयोध्या पहुंचना चाहते हैं. मुर्तना करीब दो हजार किलोमीटर की दूरी को पैदल तय कर रहे हैं. फिलहाल वो प्रयागराज में पहुंचे हुए हैं.  अब उनकी अयोध्या की दूरी 170 किलोमीटर की ही बची है, जिसे उम्मीद है कि वो 3 से 4 दिन में तय कर लेंगे. हालांकि उनकी यह यात्रा इसलिए भी खास है क्योंकि इस हाड़ कंपादेने वाली ठंड के बीच उन्होंने अपने बदन पर सिर्फ एक धोती ही पहना रखा है.


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12 दिसंबर को की थी यात्रा की शुरुआत
कर्नाटक के रहने वाले मुर्तना ने अपने इस यात्रा की शुरुआत 12 दिसंबर को की थी. अगर उनके बात उनके परिवार की करें तो उनकी शादी हो चुकी है. उनकी एक बेटी भी है जो फिलहाल पढ़ाई करती है. उन्होंने अयोध्या पहुंचने का लक्ष्य 12 जनवरी को रखा हुआ है. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक मुर्तना ने प्रयागराज पहुंचकर यहां के कमिश्नर से मुलाकात की थी. इस दौरान कमिश्नर ने उनका माला पहनाकर स्वागत किया था. हालांकि मुर्तना ने कहा था कि उनके पास जितने कपड़े हैं, वो प्रयाप्त हैं.