Ghaziabad News: गाजियाबाद के थाना मुरादनगर के जंगलों से पति-पत्नी की लाश मिली. जो कि होली के दिन बुलंदशहर से अपने भाई के घर से होली खेलकर अपने घर जा रहे थे. जिसके बाद दोनों लापता हो गए थे और आज उनका शव जगंल से मिला है.
Trending Photos
गाजियाबाद: गाजियाबाद के थाना मुरादनगर इलाके में चित्तौड़ा गांव के जंगलों में एक दंपत्ति की लाश मिलने से हड़कंप मच गया. पति की लाश पेड़ से टंगी हुई थी वहीं पति की लाश से कुछ दूरी पर पत्नी का शव पड़ा हुआ था. ये घटना होली की है जिस दिन दंपति होली खेलकर अपने घर लौट रहे थे.
थाना मसूरी क्षेत्र के चित्तौड़ा गांव के जंगलों में पति-पत्नी की लाश मिलने की सूचना के बाद पुलिस ने शवों की शिनाख्त करने पर पता चला कि मृतक की पहचान बुलंदशहर के थाना बीबीनगर के रणपाल और उसकी पत्नी के रूप में हुई. होली की 8 तारीख को दोनों की गुमशुदगी बुलंदशहर के थाना बीबीनगर में दर्ज कराई गई थी. बता दें कि रणपाल फौज से रिटायर्ड है और दिल्ली जीएसटी डिपार्टमेंट में ऑफिस असिस्टेंट के रूप में काम कर रहा थे. मृतक की उम्र 40 साल और उनकी पत्नी की लगभग 32 साल बताई जा रही है.
ये भी पढ़ें: JP Dalal: भिवानी में लगा कृषि मंत्री का जनता दरबार, कहा- समय से पहले होगी सरसों की खरीद
डीसीपी देहात रवि कुमार के मुताबिक दोनों की लाश सुबह थाना मुरादनगर क्षेत्र के चित्तौड़ा गांव के जंगलों में मिली. जहां मृतक का शव पेड़ से लटका मिला और पेड़ से कुछ दूरी से उनकी पत्नी का शव मिला. जिसको पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है और आगे की कार्रवाई की जा रही है.
मृतक रणपाल के भाई रतिपाल के अनुसार बीती 8 तारीख में उनका भाई होली मनाकर गांव से गाजियाबाद निवास के लिए निकला थे. दोनों के घर न पहुंचने की स्थिति में पुलिस में गुमशुदगी दर्ज कराने की आशंका व्यक्त की पर पुलिस गुमशुदगी दर्ज कर आगे की कार्रवाई की बात कहती रही, क्योंकि भाई गांव से गाजियाबाद निवास के लिए निकला था और ऐसे में उसकी लाश मुरादनगर क्षेत्र में मिलना अनहोनी की आशंका व्यक्त करता है. आसपास के क्षेत्रों में उनका कोई रिश्तेदार भी नहीं रहता तो ऐसे में वह इस क्षेत्र में कैसे पहुंचे यह किसी बड़ी घटना को दर्शाता है. साथ ही रतिपाल ने यह भी आशंकाल जताई कि उनको अपना घर यहां लाया गया और उसके बाद दोनों की हत्या कर दी गई. परिजनों की मानें तो दंपति की किसी से कोई रंजिश नहीं थी. वहीं परिजन बुलंदशहर पुलिस की कार्रवाई पर भी सवालिया निशान खड़े कर रहे हैं.
Input: पियुष गौर