Wheat Problem: हरियाणा में पिछले दिनों हजारों क्विंटल गेहूं खराब होने से किसान परेशान हैं. इसी को लेकर सासंद और प्रदेश कांग्रेस सचिव रणदीप सुरजेवाला ने राज्य सरकार को कसूरवार ठहराते हुए हाईकोर्ट से मामले की जांच की मांग की है.
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विपिन शर्मा/ नई दिल्ली: हरियाणा के कैथल (Kaithal) में 11000 मीट्रिक टन और हरियाणा में लगभग 43000 मीट्रिक टन गेहूं को सड़ाने का मामला फिर से तूल पकड़ रहा है. कैथल में जी मीडिया ने 2 अक्टूबर 2022 इसका खुलासा किया था और कैथल उपायुक्त ने 8 अक्टूबर को जी मीडिया से बातचीत करते हुए बताया था कि इस पर 4 सदस्यों की कमेटी बना दी गई है, इसमें जो भी अधिकारी जिम्मेदार होगा उस पर कार्रवाई की जाएगी.
परंतु कमेटी की रिपोर्ट को दबा दिया गया और जब मीडिया को इस रिपोर्ट के दस्तावेज हाथ लगे तो पता चला कि बड़ी मात्रा में गेहूं को षड्यंत्र के तहत सड़ाने वाले जिम्मेदार अधिकारियों को बचा लिया गया है. सारा कसूर भगवान पर यह कहकर डाल दिया गया है कि प्राकृतिक कारणों से गेहूं खराब हुई है. इस मामले से संबंधी अधिकारियों को क्लीन चिट दे दी गई. यही कारण था जिसके कारण है कि कैथल की उपायुक्त डॉ संगीता तेतरवाल ने मीडिया से दूरी बना ली थी. साथ ही अपने ऑफिस से मीडिया कर्मियों को सिक्योरिटी वालों के माध्यम से बाहर का रास्ता दिखा दिया था.
इस मामले को लेकर सियासत गरमा रही है और विपक्ष की प्रतिक्रिया आनी शुरू हो गई है. जहां कैथल पहुंचे सांसद रणदीप सुरजेवाला (Randeep Surjewala) ने पत्रकारों से बात करते हुए कहा कि हरियाणा में लगभग 100 करोड गेंहू सड़ गया. कहा कि यह गेहूं नहीं सड़ा बल्कि गरीब की जो रोटी है उसे सत्ता का घुन लग गया. साथ ही बोले कि हिमाकत तो देखिए पहले गरीब की रोटी छीन ली और गरीब की रोटी को छीनने वालों के खिलाफ कार्रवाई करने की बजाय कहा कि यह सब भगवान का कसूर है, भगवान के कसूर की कारण लगभग हरियाणा में 43000 मीट्रिक टन गेंहू खराब हो गई. सांसद रणदीप सुरजेवाला ने कड़े शब्दों में सरकार की निंदा करते हुए बोले कि यह गेंहू SC, ST और गरीब तबके के लिए था, जोकी अधिकारी इसको डकार गए.
सासंद ने कहा कि सच्चाई तो यह है कि सरकार का कारनामा है जिसकी वजह से गरीब के हक पर हमला हुआ है. हमारी मांग है कि इस मामले की जांच हाईकोर्ट के सिटिंग जज से इसकी जांच करवाई जाए. सासंद बोले कि सरकार जांच के नाम पर केवल लीपापोती कर रही है, यह लीपापोती अब नहीं चलेगी. सरकार गरीब पिछड़े समाज को जवाब दें कि उनके इस गेहूं को भाजपाई घुन कैसे लगा और किसने लगाया.
वहीं कुलदीप बिश्नोई (Kuldeep Bishnoi) का लुक आउट नोटिस रद्द करने के मामले पर अपनी प्रतिक्रिया देते हुए रणदीप सुरजेवाला ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी (BJP) का तौर तरीका शुरू से ही ऐसा रहा है और ऐसा ही रहेगा. लोग अब इस बात को पहचान गए हैं