वन विभाग ने किए 3 शार्प शूटर गिरफ्तार, करना चाहते थे गैंगस्टर प्रदीप कासनी की हत्या
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वन विभाग ने किए 3 शार्प शूटर गिरफ्तार, करना चाहते थे गैंगस्टर प्रदीप कासनी की हत्या

झज्जर के बहादुरगढ़ में सीआईए वन पुलिस ने काला साहूवास गैंग के 3 शार्प शूटर गिरफ्तार किया है. तीनों शूटर गैंगस्टर प्रदीप कासनी की हत्या करने की फिराक में घूम रहे थे.

 

वन विभाग ने किए 3 शार्प शूटर गिरफ्तार, करना चाहते थे गैंगस्टर प्रदीप कासनी की हत्या

जगदीप कुमार/झज्जर: बहादुरगढ़ सीआईए वन पुलिस को बड़ी कामयाबी हासिल हुई है. सीआईए टीम ने काला साहूवास गैंग के 3 शार्प शूटर गिरफ्तार किया है. तीनों शार्प शूटर गैंगस्टर प्रदीप कासनी को मारने की फिराक में घूम रहे थे. दरअसल आरोपी गैंगस्टर काला साहूवास की हत्या का बदला लेने के लिए गैंगस्टर प्रदीप कासनी की हत्या की वारदात को अंजाम देना चाहते थे, लेकिन इससे पहले ही पुलिस के हत्थे चढ़ गए.

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पुलिस ने बताया कि पकड़े गए आरोपियों से तीन पिस्टल और 17 कारतूस बरामद किए गए हैं. आरोपियों पर इससे पहले भी हत्या के प्रयास अवैध हथियार रखने और फिरौती मांगने के करीब 15 मुकदमे दर्ज हैं. आरोपियों को आज मजिस्ट्रेट के सामने पेश किया गया, जहां से दो आरोपियों को 3 दिन के रिमांड पर और एक आरोपी को न्यायिक हिरासत में भेजा गया है.

सीआईए इंचार्ज इंस्पेक्टर अशोक दहिया ने बताया कि उनकी टीम को गुप्त सूचना मिली थी कि 3 अपराधी अवैध हथियारों के साथ घूम रहे हैं. सूचना मिलने के बाद पुलिस ने जाल बिछाया और बहादुरगढ़ के नुना माजरा गांव के पास से 3 युवकों को गिरफ्तार करने में सफलता हासिल की. इनके कब्जे से 3 अवैध पिस्तौल और 17 जिंदा कारतूस बरामद किए गए हैं. आरोपियों की पहचान दादरी जिले के चिड़िया गांव निवासी धर्मेंद्र उर्फ धर्मा, आदमपुर दाढ़ी गांव निवासी मोहित और भागी गांव निवासी जतिन के रूप में हुई है. आरोपियों से जब सख्ती से पूछताछ की गई तो उन्होंने करीब 15 वारदातें कबूल की है. इन वारदातों में हत्या के प्रयास, अवैध हथियार रखने और फिरौती मांगने जैसे संगीन अपराध शामिल हैं.

इंस्पेक्टर अशोक दहिया ने बताया कि तीनों आरोपी चरखी दादरी में एक्टिव गैंगस्टर प्रदीप कासनी की हत्या करने की फिराक में घूम रहे थे. दरअसल काला साहूवास गैंग और प्रदीप कासनी गैंग के बीच आपसी रंजिश चली आ रही है. कुछ साल पहले प्रदीप कासनी गैंग ने काला सहूवास की हत्या कर दी थी, जिसके बाद काला गैंग को पंकज नाम का गैंगस्टर ऑपरेट कर रहा है और इसी के कहने पर काला सहूवास की हत्या का बदला लेने के लिए तीनों बदमाश प्रदीप कासनी को मारना चाहते थे, लेकिन इससे पहले ही ये पुलिस के हत्थे चढ़ गए.

इंस्पेक्टर अशोक दहिया ने बताया कि आरोपियों ने पिछले दिनों दादरी के ही एक व्यापारी से 10 करोड़ रुपये की रंगदारी भी मांगी थी. इसके बाद पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया था, लेकिन आरोपी फिलहाल जमानत पर बाहर आए हुए हैं. जेल से बाहर आते ही इन बदमाशों ने एक व्यक्ति पर जानलेवा हमला कर तीन गोलियां मार दी थी, लेकिन इस हमले में वह बच निकला था. इसके बाद से ही ये आरोपी फरार चल रहे थे. पुलिस ने आरोपियों को मजिस्ट्रेट के सामने पेश किया, जहां से धर्मेंद्र और मोहित नाम के आरोपी को 3 दिन के पुलिस रिमांड पर भेजा गया है. वहीं जतिन नाम के बदमाश को 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेजा गया है.

रिमांड के दौरान पुलिस पूछताछ में आरोपियों से और भी बड़े खुलासे होने की उम्मीद है. पुलिस पूछताछ में आरोपियों से इनके अन्य साथियों के बारे में पता लगाने की कोशिश करेगी. इतना ही नहीं आरोपी हथियार कहां से लाए थे और हथियार दिलवाने में किस ने इनकी मदद की थी. पुलिस इन सवालों के जवाब ढूंढने की कोशिश भी करेगी.

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