Cough And Cold : नोएडा के क्लाउड नाइन हॉस्पिटल (cloud nine hospital) के डॉ. सौरभ कटारिया के मुताबिक ये एडिनोवायरस (Adenovirus) हो सकता है. ये भी कोरोना जैसा वायरल संक्रमण है, हालांकि इससे घबराने की जरूरत नहीं है.
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नई दिल्ली : 7 साल के पवित को लगता है कि उसकी 2 महीने की खांसी किसी भी दवा से नहीं गई और आखिर में मां की दुआ ने काम किया, इसे लेकर वह कविता भी सुना रहा है. वहीं उसकी मां का कहना है कि डॉक्टर बीमारी बता ही नहीं पाए. 13 साल की अनन्या और उसकी मां अंशु अत्रेजा ने तो एंटीबायोटिक दवाएं भी खा लीं, लेकिन अभी तक काढ़ा पी रही हैं इस आस में कि उनकी खांसी में आराम मिल जाए. इसी तरह दर्श के घर में कफ सिरप जमा हैं. परिवार में सभी बीमार हैं. गर्म काढ़ा चल रहा है, लेकिन 20 दिन से आराम नहीं है.
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अचंभे की बात यह है कि सभी टेस्ट नॉर्मल हैं. 7 महीने के मासूम दिविज को सर्दी- खांसी से बचाने के लिए इनकी मां नेहा ने सब नुस्खे आजमा डाले हैं. घर में बुजुर्गों को बुखार होता है तो बच्चे को आइसोलेशन में रखते हैं. ये कुछ केस स्टडी हैं, जहां खांसी और बुखार के मरीज कई दिनों से नहीं, बल्कि महीनों से परेशान हैं.
टेस्ट रिपोर्ट भी सामान्य चल रही है. नोएडा के क्लाउड नाइन हॉस्पिटल (cloud nine hospital) के डॉ सौरभ कटारिया के मुताबिक ओपीडी में ऐसे मरीजों की संख्या 50% तक बढ़ चुकी है, जो एक महीने से ज्यादा खांसी और बुखार से जूझ रहे हैं. शिशु रोग विशेषज्ञ डॉ. सौरभ के मुताबिक ये ब्रॉंकाइटिस है, जिसमें गले में परेशानी होती है और खांसी में कभी कभार बलगम आती है. रात में खांसी बढ़ जाती है. कई मरीजों को नेबुलाइजर की जरूरत पड़ती है.
कुछ लोगों और खासकर बच्चों को एडमिट करने की जरूरत पड़ रही है. ऐसा कई महीनों से चल रहा है.
डॉ सौरभ के मुताबिक आमतौर पर जब मरीज के कोरोना, निमोनिया के सभी टेस्ट नॉर्मल आ रहे हैं. ये एडिनोवायरस (Adenovirus) हो सकता है. ये भी कोरोना जैसा वायरल संक्रमण है, हालांकि इससे घबराने की जरूरत नहीं है. ये बीमारी लंबा वक्त लेती है, लेकिन ठीक हो जाती है.
इससे मिल सकता है फायदा
इसके लिए कोई विशेष दवा नहीं है. एंटीबायोटिक दवाओं का कोई रोल नहीं है. अदरक, शहद और गर्म पानी के नुस्खे राहत दे सकते हैं. जब तक कोई दूसरे इंफेक्शन का पता न लगे, तब तक बिना सलाह एंटीबायोटिक दवा न लें.
मास्क क्यों है जरूरी
दिल्ली के राम मनोहर लोहिया अस्पताल के डॉ. मनीष खुद सांस की कमी से जूझ रहे हैं. नेबुलाइजर लगा है और आईसीयू से ट्वीट करके लोगों को मास्क लगाने की सलाह दे रहे हैं. मास्क हर तरह के वायरल संक्रमण से बचाने में कारगर साबित होता है. आप भी सीजन की इस वायरल मार से बचना चाहते हैं तो मास्क की आदत दोबारा अपनाएं खास तौर पर घर में किसी को खांसी है तो बाकी लोग आइसोलेशन में रहे.