Garib Rath: आरएसी एक तरह का टिकट है जो भारतीय रेलवे ट्रेन से यात्रा के लिए बेचता है, यह यात्रा की निश्चितता सुनिश्चित करता है साथ ही यह यात्री को बर्थ की गारंटी नहीं देता है.
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नई दिल्ली: Indian Railway Garib Rath Trains: ट्रेन से सफर करने वालों के लिए रेल मंत्रालय ने बड़ी राहत लेकर आया है. रेल मंत्रालय और रेलवे बोर्ड की तरफ से एक सर्कुलर जारी किया गया है, जिसमें कहा गया है कि यात्री अब से गरीब रथ (Garib Rath) एक्सप्रेस ट्रेनों में रिजर्वेशन अगेंस्ट कैंसिलेशन (RAC) सीटों का लाभ नहीं उठा पाएंगे. दरअसल, रेलवे बोर्ड ने ये फैसला गरीब रथ ट्रेनों (Garib Rath Trains) में यात्रा करने वाले यात्रियों (Passengers) की शिकायतों के बाद लिया है, जिन्हें आरएसी (RAC) सीट आरक्षण ऑप्शन की वजह से परेशानी का सामना करना पड़ रहा था. जिन लोगों को आरएसी (RAC) दिया जाता है, उन्हें अपनी सीट किसी यात्री के साथ तब तक शेयर करना होता जब तक कि सीट आरक्षण रद्द न हो जाए, लेकिन अब से ये हट चुकी है.
आखिर RAC होता क्या है?
RAC एतक तरह का टिकट होता है, जो भारतीय रेलवे द्वारा यात्रियों को बेचा जाता है, यह ही यात्री की निश्चितता सुनिश्चित तय करता है. यह टिकट यात्री की बर्थ की गांरटी नहीं देता है. दरअसल, गरीब रथ एक्सप्रेस ट्रेन (Garib Rath Express Train) के एक डिब्बे में 9 बर्थ होते हैं, जबकि बाकी ट्रेनों के एक डिब्बे में 8 बर्थ होते हैं. ऐसे में अगर दो यात्री आरएसी (RAC) टिकट लेकर सफर कर रहे हैं तो उन्हें सिर्फ एक बर्थ अलॉट की जाएगी, जिसे उन्हें शेयर करके बैठना होगा.
RAC टिकट से Passengers को समस्या
इसके अलावा एक यात्री को दूसरे यात्री के साथ बर्थ शेयर करना होता है, जिससे दोनों को ही परेशानी का सामना करता पड़ता है. वहीं असल परेशानी रात के सफर में होती है, जब ऊपर की बर्थ में बैठे RAC टिकट वाले यात्री को पूरी रात अपने स्थान तक पहुंचने तक बैठकर यात्रा करने के लिए मजबूर होना पड़ता हैं. अब रेलवे बोर्ड के आरएसी (RAC) विकल्प को खत्म करने के फैसले से यात्रियों को अब गरीब रथ एक्सप्रेस ट्रेन में केवल कन्फर्म सीट मिलेगी और वे थर्ड एसी ट्रेन में आराम से यात्रा कर सकेंगे. गरीबरथ एक्सप्रेस ट्रेन में आरएसी की व्यवस्था खत्म करने के निर्देश सभी संबंधित विभागों को जारी कर दिए गए हैं.