Karnal Rice Mill Building Collapsed: डिप्टी कमिश्नर का आश्वासन, मृतकों के परिजनों को 8 लाख और घायलों को मिलेगा 1 लाख का मुआवजा
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Karnal Rice Mill Building Collapsed: डिप्टी कमिश्नर का आश्वासन, मृतकों के परिजनों को 8 लाख और घायलों को मिलेगा 1 लाख का मुआवजा

Karnal Rice Mill Building Collapsed: करनाल के उपायुक्त अनीश यादव ने कहा कि तरावड़ी में शिव शक्ति राइस मिल की बिल्डिंग गिरने से हुए हादसे में मृतकों के परिजनों को 8 लाख रुपये और घायलों को 1 लाख रुपये मुआवजा दिलवाया जाएगा.

Karnal Rice Mill Building Collapsed: डिप्टी कमिश्नर का आश्वासन, मृतकों के परिजनों को 8 लाख और घायलों को मिलेगा 1 लाख का मुआवजा

Karnal Rice Mill Building Collapsed: हरियाणा के करनाल जिले के तरावड़ी में सुबह लगभग 3 बजकर 30 मिनट के करीब अचानक राइस मिल की इमारत ढहने की वजह से कई मजदूर इसकी चपेट में आ गए. इस हादसे में 4 मजदूरों की मौत हो गई तो वहीं 20 से ज्यादा मजदूर घायल हो गए जिन्हें इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया है. इस हादसे के बाद करनाल उपायुक्त अनीश यादव ने मृतक के परिजनों और घायलों को मुआवजा दिलवाने की बात कही है. 

करनाल के उपायुक्त अनीश यादव ने कहा कि तरावड़ी में शिव शक्ति राइस मिल की बिल्डिंग गिरने से हुए हादसे में मृतकों के परिजनों को 8 लाख रुपये और घायलों को 1 लाख रुपये मुआवजा दिलवाया जाएगा. इसके अलावा जिला प्रशासन ने एसडीएम करनाल अनुभव मेहता की अध्यक्षता में एक जांच कमेटी गठित कर दी है, जिसमें एक्सईएन पीडब्लूडी भी शामिल हैं. जांच के बाद नियम के मुताबिक कार्रवाई की जाएगी.

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उपायुक्त अनीश यादव ने मीडिया को बताया कि हादसा अलसुबह करीब 3 बजकर 30 मिनट से 4 बजे के बीच हुआ. हादसे की जानकारी मिलते ही जिला प्रशासन की टीम मौके पर पहुंच गई. डॉक्टरों, पुलिस व एसडीआरएफ की टीम ने राहत व बचाव कार्य चलाया. 20 मजदूरों को घायल अवस्था में शहर के अलग-अलग अस्पतालों में पहुंचाया गया है, जिसमें से कुछ लोगों की हालत गंभीर है, जबकि 4 लोगों की मौत हो गई. हादसे के वक्त कुछ मजदूरों ने खिड़की से कूदकर जान बचाई.एनडीआरएफ की टीम को भी बुलाया गया, जिससे समय रहते घायलों को निकालकर अस्पताल पहुंचाया गया. जिला प्रशासन की पूरी टीम ने समय पर राहत व बचाव कार्य को अंजाम दिया.

7 घंटे से ज्यादा समय तक किया गया रेस्क्यू 
NDRF और SDRF की टीमों ने 5 घंटे से ज्यादा समय तक रेस्क्यू कर मलबे में दबे हुए मजदूरों को बाहर निकाला. वहीं शुरूआती जांच में पता चला तीन मंजिला इमारत के सभी फ्लोर में 8 कमरे कुल 24 कमरे थे, बिल्डिंग का स्ट्रक्चर अनसेफ था, जिसकी वजह से वो गिर गई. तीन मंजिला इमारत में 157 मजदूर रहते थे, जिसमें कुछ मजदूर काम पर गए हुए थे, वहीं इमारत गिरने के दौरान कुछ मजदूरों ने खिड़कियों से कूदकर अपनी जान बचाई. 

Input- Kamarjeet Singh

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