Manu Bhaker News: खेल रत्न पुरस्कार की अनुशंसा सूची में नहीं मनु भाकर का नाम, पिता बोले- नहीं बनाना चाहिए था निशानेबाज
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Manu Bhaker News: खेल रत्न पुरस्कार की अनुशंसा सूची में नहीं मनु भाकर का नाम, पिता बोले- नहीं बनाना चाहिए था निशानेबाज

 Manu Bhaker News: दो बार की ओलंपिक पदक विजेता निशानेबाज मनु भाकर का नाम मेजर ध्यानचंद खेल रत्न पुरस्कार की अनुशंसा सूची से गायब नहीं होने से बवाल हो रहा है. इसको लेकर उनके पिता का बयान सामने आया है, जिसमें उन्होंने कहा कि मनु को क्रिकेटर बनाना चाहिए था, निशानेबाज नहीं. 

Manu Bhaker News: खेल रत्न पुरस्कार की अनुशंसा सूची में नहीं मनु भाकर का नाम, पिता बोले- नहीं बनाना चाहिए था निशानेबाज

Manu Bhaker News: दो बार की ओलंपिक पदक विजेता निशानेबाज मनु भाकर का नाम मेजर ध्यानचंद खेल रत्न पुरस्कार की अनुशंसा सूची से गायब होने से हंगामा मच गया है. टाइम्स ऑफ इंडिया की रिपोर्ट के मुताबिक बैकफुट पर फंसे खेल मंत्रालय अब राष्ट्रीय खेल दिवस पुरस्कार योजना के प्रावधानों में निहित अपनी कार्यकारी शक्तियों का उपयोग करके देश के सर्वोच्च खेल सम्मान जैसे खेल रत्न, अर्जुन, द्रोणाचार्य और मेजर ध्यानचंद के लिए उनका नाम नामांकित करने पर विचार कर रहा है. खेल मंत्रालय अपनी साख बचाने के लिए मनु भाकर को खेल रत्न दे सकता है. 

मनु भाकर ने पेरिस ओलपिंक 2024 में जीते  बैक-टू-बैक मेडल
मनु भाकर ने पेरिस गेम्स 2024 में महिलाओं की व्यक्तिगत 10 मीटर एयर पिस्टल में बैक-टू-बैक मेडल (कांस्य) जीतकर और सरबजोत सिंह के साथ मिश्रित टीम स्पर्धा में पदक जीतकर ओलंपिक खेलों में सबसे महान भारतीय एथलीटों में से एक के रूप में अपनी जगह पक्की कर ली है. हरियाणा के झज्जर जिले की 22 वर्षीय मनु भाकर भारत की आजादी के बाद से एक ही ओलंपिक संस्करण में ऐसी उपलब्धि हासिल करने वाली पहली भारतीय खिलाड़ी बन गई है. 

खेल रत्न की सूची में मनु भाकर नाम नहीं- TOI की रिपोर्ट 
खेल रत्न के लिए अनुशंसित एथलीटों की सूची से उनका नाम न होना- जैसा कि टाइम्स ऑफ इंडिया ने सोमवार को अपनी एक्सक्लूसिव रिपोर्ट में उजागर किया. 12 सदस्यीय चयन समिति पुरस्कार चक्र अवधि के दौरान उनकी अविश्वसनीय उपलब्धियों का संज्ञान लेने में विफल रही, जहां उन्होंने प्रमुख बहु-खेल और अंतर्राष्ट्रीय आयोजनों में कई पदक जीते. 

मनु ने पुरस्कार के लिए नहीं किया आवेदन 
मंत्रालय के अधिकारियों ने दावा किया कि निशानेबाज ने पुरस्कार के लिए आवेदन नहीं किया था, वहीं मनु के पिता राम भाकर ने कहा कि उसने वास्तव में अपना आवेदन भेजा था. मुद्दा यह है कि भले ही मनु ने पुरस्कार के लिए आवेदन नहीं किया था, लेकिन चयन पैनल ने वर्षों से एक निशानेबाज के रूप में उसकी शानदार उपलब्धियों का संज्ञान क्यों नहीं लिया? 

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निशानेबाजी के खेल में डालने का अफसोस- मनु के पिता
मनु के पिता ने कहा कि मुझे उसे निशानेबाजी के खेल में डालने का अफसोस है. मुझे उसे क्रिकेटर बनाना चाहिए थ, तब सभी पुरस्कार और प्रशंसा उसके पास आती. उन्होंने कहा कि उसने एक ही संस्करण में दो ओलंपिक पदक जीते, ऐसा कभी किसी ने नहीं किया. आप मेरी बेटी से देश के लिए और क्या उम्मीद करते हैं?. सरकार को उसके प्रयासों को मान्यता देनी चाहिए. मैंने मनु से बात की, और वह इन सब से निराश थी. उसने मुझसे कहा 'मुझे ओलंपिक में नहीं जाना चाहिए था और देश के लिए पदक नहीं जीतना चाहिए था. वास्तव में, मुझे खिलाड़ी नहीं बनना चाहिए था'.

खेल रत्न पुरस्कार की क्या है योग्यता
बता दें कि खेल रत्न के लिए आवेदन आमंत्रित करते हुए 24 अक्टूबर 2024 के सरकारी नोट में कहा गया है कि खेल रत्न पुरस्कार के योग्य होने के लिए, जिस वर्ष पुरस्कार दिया जाना है, उससे ठीक पहले के चार वर्षों की अवधि में किसी खिलाड़ी द्वारा खेल के क्षेत्र में शानदार और उत्कृष्ट प्रदर्शन को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर खेल और खेलों में उत्कृष्टता के लिए पुरस्कार के लिए विचार किया जाएगा. यानी ओलंपिक/पैरालिंपिक/एशियाई/राष्ट्रमंडल खेल/चैंपियनशिप/विश्व कप/विश्व चैंपियनशिप और समकक्ष मान्यता प्राप्त अंतरराष्ट्रीय टूर्नामेंट. इस नोट के अनुसार 1 जनवरी 2020 से ओलंपिक/पैरालिंपिक खेल 2024 के समापन तक की अवधि के लिए खेल उपलब्धियों पर विचार किया जाएगा.

इस साल मनु ने जीते कई पुरस्कार
इस चार साल के पुरस्कार चक्र के दौरान, मनु ने कई अंतरराष्ट्रीय स्तर के प्रतिष्ठित पदक जीते, जिनमें पेरिस में दो ओलंपिक कांस्य पदक शामिल हैं. इस अवधि के दौरान, मनु ने विश्व चैंपियनशिप, विश्व कप, एशियाई खेल, एशियाई चैंपियनशिप, जूनियर विश्व चैंपियनशिप, जूनियर विश्व कप और विश्व विश्वविद्यालय खेलों के विभिन्न संस्करणों में 17 गोल्ड, 6 सिल्वर और पांच कांस्य पदक जीते. 

वहीं 'मेजर ध्यानचंद खेल रत्न पुरस्कार के लिए योजना' के अनुच्छेद 5.1 और 5.2 को लागू कर सकता है, जिसमें कहा गया है कि पुरस्कार दिशानिर्देशों के अनुसार पात्र खिलाड़ियों को अधिकारियों/व्यक्तियों की सिफारिश के बिना स्वयं आवेदन करने की अनुमति होगी. इसके बावजूद, सरकार योग्य मामलों में दो नामांकन तक का अधिकार सुरक्षित रखती है. 

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हरमनप्रीत सिंह और प्रवीण कुमार को खेल रत्न के लिए किया गया रिकमेंड
समिति ने पेरिस में भारतीय पुरुष हॉकी टीम को कांस्य पदक दिलाने वाले शीर्ष ड्रैग-फ्लिकर हरमनप्रीत सिंह और पेरिस पैरालिंपिक में एशियाई रिकॉर्ड के साथ पुरुषों की ऊंची कूद टी64 वर्ग में स्वर्ण पदक जीतने वाले पैरा-एथलीट प्रवीण कुमार को खेल रत्न के लिए रिकमेंड किया.

सर्वोच्च खेल सम्मान की सूची जारी कर सकता है खेल मंत्रालय  
सूत्रों के मुताबिक, खेल मंत्री मनसुख मंडाविया बुधवार को खेल रत्न, अर्जुन, द्रोणाचार्य और ध्यानचंद के नामों की जांच कर सूची को अपनी मंजूरी दे सकते हैं. सूत्रों की मानें तो यात्रा पर गए मंत्री को मनु को सूची से बाहर रखे जाने से संबंधित विवाद के बारे में पहले ही जानकारी दे दी गई है.