Mehrauli के वार्ड 155 में सफाई और पार्किंग बड़ा मुद्दा, समय पर समस्या दूर करने वाले को मिलेगी तरजीह
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Mehrauli के वार्ड 155 में सफाई और पार्किंग बड़ा मुद्दा, समय पर समस्या दूर करने वाले को मिलेगी तरजीह

MCD Chunavi Chauraha : दिल्ली नगर निगम (Municipal Corporation of Delhi) चुनाव की तारीखों का ऐलान कर दिया गया है. 4 दिसंबर को मतदान होगा और 7 दिसंबर को नतीजे आएंगे. 

Mehrauli के वार्ड 155 में सफाई और पार्किंग बड़ा मुद्दा, समय पर समस्या दूर करने वाले को मिलेगी तरजीह

आकांक्षा चौहान/ नई दिल्ली : आगामी दिल्ली नगर निगम चुनाव (MCD) के मद्देनजर जी मीडिया के चुनावी चौराहे पर महरौली के वार्ड 155 के लोगों से चुनावी  मुद्दों पर बात की गई. चौपाल पर उनसे उनके वार्ड की समस्याओं और परेशानियों के बारे में बात की गई. क्या कुछ पैरामीटर हैं, जिन्हें ध्यान में रखकर इस बार मेहरौली वार्ड के लोग अपना कीमती वोट देंगे. क्या वार्ड में हुए कार्यों से स्थानीय लोग खुश हैं या अबकी बार वो किसी और पार्टी में विश्वास कर उसका पार्षद बनाएंगे. आइए जानते हैं कि इस बार लोगों का क्या सोचना है. 

स्थानीय लोगों की मानें तो महरौली में कूड़े की बहुत बड़ी समस्या है. जगह-जगह कूड़े का पहाड़ खड़ा हो गया है. कूड़े के कारण आवाजाही के वक्त लोगों को सांस तक लेने में दिक्कत होती है. सीवर की एक प्रत्यक्ष दिक्कत लोग झेल रहे हैं. सीवर खुले हैं, जिनसे क्षेत्र में मच्छर की समस्या बढ़ गई है. लोगों का कहना है कि कूड़े के ढेर और मच्छर बढ़ने से बीमारियों का खतरा बढ़ गया है. 

लोगों ने यह भी बताया कि पब्लिक टॉयलेट बिलकुल भी नहीं हैं, जो एक दो हैं भी तो उनमें सफाई सही समय पर नहीं हो पातीं. सड़कें संकरी हैं और जर्जर हालत में है, जिसकी वजह से यहां जलभराव आम बात है. आए दिन लोगों को जलभराव की परेशानी से जूझना पड़ता है. 

कुछ लोगों ने यह भी बताया कि उनके वार्ड में पानी नहीं आता, जिससे लोग परेशान हैं. बच्चे-बूढ़ों के लिए पार्क नहीं हैं. जो हैं वो साफ नहीं रहते. सबसे महत्वपूर्ण समस्या ट्रैफिक की है. गाड़ियां बहुत हैं, लेकिन पार्किंग फैसिलिटी बहुत बुरी है, जिसकी वजह से यहां जाम लगा रहता है. 

पार्षद के पास जाने से नहीं बनता काम 
लोगों ने बताया कि अधिकारी ढंग से काम नहीं करते हैं. जब समस्या लेकर पार्षद के पास जाते हैं तो निवारण बहुत लेट होता है, तब तक समस्या और बढ़ जाती है. चुनाव के वक्त वादे किए जाते हैं, लेकिन उसके बाद कोई फील्ड पर नहीं आता. लोगों का कहना है कि इन सभी समस्याओं से निजात दिलाने वाले प्रत्याशी को हम वोट देंगे. 

 

 

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