कुलवंत सिंह/यमुनानगर : दुनिया के 78 देशों में पहुंच चुके मंकीपॉक्स वायरस के अब तक 19 हजार कन्फर्म केस सामने आ चुके हैं और अब तक इससे संक्रमित 8 मरीजों की मौत की खबर है. अगर हम भारत की बात करें तो अब तक 4 लोगों में मंकीपॉक्स (Monkeypox) की पुष्टि हो चुकी है.


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

इन 4 मामलों में से 3 केरल के, जबकि एक मामला दिल्ली का है. देश में वायरस के फैलने की आशंका के बीच  हरियाणा के यमुनानगर (Yamuna Nagar) में दो बच्चों में मंकीपॉक्स के लक्षण मिले हैं. इसके बाद उन्हें यमुनानगर सिविल अस्पताल (Yamuna Nagar Civil Hospital) के आइसोलेशन वार्ड में भर्ती कराया गया.


 ये भी पढ़ें : सिरसा में नहर बनाने का प्रस्ताव रख हरियाणा सरकार ने किसानों से मांगी जमीन 


दोनों बच्चे रिश्ते में भाई-बहन हैं. लड़के की उम्र ढ़ाई साल, जबकि लड़की की उम्र डेढ़ साल है. दोनों को पिछले 12 दिनों से बुखार था। और शरीर में चकत्ते पड़ने शुरू हो गए थे. इसी दौरान परिवार के सदस्यों ने टीवी पर मंकीपॉक्स के लक्षणों के बारे में देखा. इसके बाद  उन्होंने यमुनानगर कंट्रोल रूम में संपर्क किया. यमुनानगर के सीएमओ डॉ मंजीत सिंह ने तुरंत विभागीय टीमों को अलर्ट करते हुए एंबुलेंस से परिवार के दोनों बच्चों सहित उनके माता-पिता को सिविल अस्पताल में लाकर आइसोलेशन वार्ड में भर्ती कराया.


 ये भी पढ़ें : हिसार में जल्द खत्म होगा तारों का झंझट, की जाएगी वायरलेस बिजली सप्लाई


सीएमओ डॉ मंजीत सिंह ने प्रदेश के स्वास्थ्य विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों और उसके बाद एम्स के अधिकारियों के साथ बातचीत करके सैंपल लेकर स्वास्थ्य कर्मचारी को व्यक्तिगत रूप से एम्स रवाना किया. सिविल सर्जन मंजीत सिंह ने बताया कि बच्चों की हालत स्थिर है. उनका प्रोटोकॉल के मुताबिक ट्रीटमेंट शुरू कर दिया गया है. उन्होंने बताया कि एम्स के अधिकारियों से भी आग्रह किया गया है कि जल्द से जल्द इसकी रिपोर्ट भेजें, ताकि आगे की कार्रवाई उसी हिसाब से की जा सके.


इन लक्षणों को न करें नजरअंदाज 


सिविल सर्जन ने बताया कि मंकीपॉक्स के मामले में बुखार के साथ शरीर पर चकत्ते हो जाते हैं. जो शुरू में 1,2,3,4 और फिर सारे शरीर में फैल जाते हैं. उन्होंने बताया कि इस मामले में सारी फैमिली की जांच कराई गई है और दोनों बच्चों के सैंपल लेकर एम्स भेजे गए हैं.