Charkhi Dadri News: सरकार व जिला प्रशासन की चेतावनी देने और दूसरे जिलों के अफसर तैनात करने के बाद भी दादरी जिले में ओवरलोडिंग नहीं रुक है. इसकी बानगी दादरी जिला के विभिन्न रूटों पर देखी जा सकती है. मुख्य मार्गों से गुजरने वाले ओवर लोडिंग वाहनों की चौंकाने वाली स्थिति सामने आई है. ओवरलोडिंग की मनमानी के चलते जहां रोजाना हादसे हो रहे हैं. वहीं आला अधिकारियों को चालान की पावर मिलने के बावजूद भी ओवरलोडिंग पर नकेल नहीं कसी जा रही है. डीसी मनदीप कौर ने मामले में संज्ञान लेते हुए जहां उच्चाधिकारियों को स्थाई आरटीए की नियुक्ति के बारे में पत्र लिखा है. वहीं अधिकारियों को चेकिंग करने के कड़े निर्देश भी दिए हैं.


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

चेकिंग के लिए कोई नहीं होता 
बता दें कि चरखी दादरी जिला में माइनिंग व क्रशर जोन के चलते यहां विभिन्न रूटों से रोज हजारों भारी वाहन निकलते हैं. कई बार कष्ट निवारण समिति की बैठकों में भी ओवरलोडिंग पर अंकुश लगाने का मुद्दा उठ चुका है. दादरी की सड़कों पर दौड़ रहे भारी कुछ वाहन चालकों ने नंबर प्लेट को ग्रीस और मिट्टी लगाकर ढक दिया था. जबकि कई भारी वाहनों पर नंबर प्लेट ही नहीं थी. कई रूटों पर जायजा लिया तो इस दौरान ना कोई अधिकारी चेकिंग करते नजर आए और न ही स्थानीय आरटीए टीम. ऐसे में स्पष्ट है कि कई जिलों के अफसरों को कमान देने के बाद भी दादरी जिले में ओवरलोडिंग बेलगाम है. विशेष बात ये है कि एसडीएम सहित कई आला अधिकारियों को चालान की पावर मिलने के बाद भी वे फील्ड में ओवरलोडिंग वाहनों की चेकिंग नहीं की गई.


ये भी पढ़ें- HOLI पर सुबह के वक्त METRO नहीं भरेगी रफ्तार, जानें DMRC का पूरा शेड्यूल


ओवरलोडिंग करने वाले वाहनों पर कड़ी कार्रवाई के निर्देश 
डीसी मनदीप कौर ने बताया कि ओवरलोडिंग पर अंकुश लगाने के बाद दूसरे जिले के अधिकारियों की ड्यूटियां लगी हुई हैं. दादरी जिले में स्थाई आरटीए नहीं होना भी एक कारण है. ऐसे में स्थाई आरटीए की मांग को लेकर उच्चाधिकारियों को पत्र लिखा गया है. साथ ही जिले के संबंधित विभागों के अधिकारियों को फील्ड में उतरकर ओवरलोडिंग वाहनों पर कार्रवाई करने के कड़े निर्देश दिए गए हैं.


Input- Pushpender kumar