मुंबई: महाराष्ट्र के मुंबई में रेलवे के एक कर्मचारी ने अपनी जान जोखिम में डाल कर Railway Track पर फंसे एक बच्चे की जान बचाई. इस व्यक्ति का नाम है मयूर शेलखे है. जो Central Railway Mumbai Division में एक Pointsman है.


बिना Costume वाला असली सुपर हीरो


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मयूर शेलखे कोई Super Hero नहीं हैं. और ना ही उन्होंने Super Hero वाला कोई Suit या मास्क पहना हुआ है. लेकिन इसके बावजूद उन्होंने अपनी जान पर खेल कर इस बच्चे को मौत के मुंह से निकाला और ये बताया कि असली सुपर हीरो बनने के लिए Costume और Mask नहीं बल्कि हिम्मत चाहिए होती है. 


उस दिन क्या हुआ था?


हिम्मत ही किसी भी सुपर हीरो की असली Costume होती है. इस बच्चे की मां नेत्रहीन है, जिसकी वजह से Platform से गुज़रते वक़्त ये बच्चा Railway Track पर गिर गया. मां देख नहीं सकती थी. इसलिए वो बच्चे तक पहुंच ही नहीं पाई. जबकि ट्रेन उससे कुछ ही दूरी पर थी.


VIDEO



इसी दौरान मयूर शेलखे दौड़ते हुए और ना ही सिर्फ़ उन्होंने बच्चे की जान बचाई. बल्कि ख़ुद को भी वहां से सुरक्षित निकाल लिया. आज हमारी टीम ने उनसे बात की और उन्होंने हमें बताया कि ऐसा करते समय उन्हें एक पल के लिए भी डर नहीं लगा.


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इस ख़बर का एक अर्थ तो ये है कि एक साधारण सा दिखने वाला व्यक्ति भी सुपर हीरो हो सकता है और हिम्मत से बड़े-बड़े हादसों को टाला जा सकता है. लेकिन अब हम चाहते हैं कि आप इसी वीडियो को दूसरे नज़रिए से देखिए.


मान लीजिए कि ये बच्चा हमारा देश है. सामने से आ रही ये ट्रेन कोरोना वायरस की महामारी है और जान बचाने वाला ये व्यक्ति इस देश का जागरुक नागरिक है. जो सभी नियमों का पालन करना जानता है.


यानी अगर हमारे देश के सभी लोग और यहां तक कि नेता अगर कोरोना वायरस को गम्भीरता से लें तो हम अपने देश को और ख़ुद को इस तरह के संकट से बाहर ला सकते हैं.