नीट-पीजी काउंसलिंग मामला: डॉक्टरों की हड़ताल, मरीज बेहाल; समय पर नहीं मिल पा रहा इलाज
Advertisement
trendingNow11057679

नीट-पीजी काउंसलिंग मामला: डॉक्टरों की हड़ताल, मरीज बेहाल; समय पर नहीं मिल पा रहा इलाज

NEET PG काउंसलिंग को लेकर देशभर के रेजिडेंट डॉक्टर्स की हड़ताल के चलते लोगों को इलाज नहीं मिल पा रहा है. डॉक्टरों की मांग है कि जब तक सरकार द्वारा काउंसलिंग शुरू नही की जाती तब तक वो इसी तरह प्रदर्शन करते रहेंगे.

अस्पतालों से घर लौटने को मजबूर मरीज (फोटो सोर्स एएनआइ)

नई दिल्ली: NEET PG काउंसलिंग को लेकर देशभर के रेजिडेंट डॉक्टर्स की हड़ताल जारी है. डॉक्टरों की मांग है कि जब तक सरकार द्वारा काउंसलिंग शुरू नही की जाती तब तक वो इसी तरह प्रदर्शन करते रहेंगे, लेकिन डॉक्टरों और सरकार के बीच अस्पतालो में अपना इलाज करवाने आ रहे मरीजों की परेशानी बढ़ा दी है. डॉक्टरों के हड़ताल पर होने से मरीजों को बिना इलाज ही वापिस लौटना पड़ रहा है.

  1. डॉक्टरों की हड़ताल से मरीज परेशान
  2. अस्पतालों में मरीजों को नहीं मिल पा रहा इलाज
  3. अस्पतालों से घर लौटने को मजबूर मरीज

मरीजों को समय पर नहीं मिला रहा इलाज

राम अवतार नाम से एक शख्स फरीदाबाद से दिल्ली के सफदरजंग अपने हाथ का ऑपरेशन करवाने पहुंचा. इसी साल अप्रैल में एक एक्सीडेंट में इनका हाथ बुरी तरह फ्रैक्चर हो गया था. जिसके बाद इनके हाथ का ऑपरेशन आज दिल्ली के सफदरजंग अस्पताल में होना था, लेकिन डॉक्टरों के हड़ताल के कारण इनका ऑपरेशन आज नही हो पाया. राम अवतार ने कहा, 'मेरे हाथ का आज ऑपरेशन होना था, लेकिन अभी डॉक्टरों की हड़ताल चल रही है. आज ऑपरेशन नही हो पाया है. अब हड़ताल जब खत्म होगी उसके बाद ही ऑपरेशन होगा'.

कई मरीजों को आज होना था ऑपरेशन

बच्चू सिंह दिल्ली के रोहिणी से अपने 23 साल के बेटे मोहित के इलाज के लिए सफदरजंग अस्पताल पहुंचे थे. इनके बेटे के रीढ़ की हड्डी का ऑपरेशन किया गया था,जिसके बाद आज उनके ऑपरेशन के बाद आज आगे का इलाज शुरू किया जाना था, लेकिन क्योंकि डॉक्टरों की हड़ताल जारी है इसीलिए आज इलाज नही हो पाया. बच्चू सिंह ने कहा,'आज हमे बुलाया गया था लेकिन डॉक्टर नहीं है अभी इसीलिए आज इलाज नही हो पाएगा.' इस समय देश भर के डॉक्टर्स हड़ताल पर है और उनकी मांग है कि जल्द से जल्द NEET PG काउंसलिंग प्रक्रिया को शुरू किया जाए. कोरोना की दोनो लहरों में रेजिडेंट डॉक्टर्स को ओवरटाइम करना पड़ रहा था और साथ ही में कोई जूनियर बैच न होने के कारण उन पर दबाव और बढ़ गया है. लगभग पिछले डेढ़ हफ्तों से हड़ताल पर बैठे रेजिडेंट डॉक्टर्स ने 6 दिसंबर से इमरजेंसी सर्विसेज भी बंद कर दी है. 

LIVE TV

Trending news