ED ने जम्मू कश्मीर क्रिकेट एसोशियेशन के अध्यक्ष रहने के दौरान किये गये गबन मामले में पूर्व मुख्यमंत्री फारूख अब्दुल्ला (Farooq Abdullah) की 12 करोड़ की संपति मनी लॉड्रिंग के तहत अटैच की है.
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नई दिल्ली: प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने जम्मू कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री फारूख अब्दुल्ला (Farooq Abdullah) की 12 करोड़ की संपति मनी लॉड्रिंग (Money Laundering) के तहत अटैच की है. ED ने ये कारवाई जम्मू कश्मीर क्रिकेट एसोशियेशन के अध्यक्ष रहने के दौरान किये गये गबन मामले में की है. इस कारवाई में फारूख अब्दुल्ला (Farooq Abdullah) के जम्मू के संजवान और तनमार्ग में दो घर, श्रीनगर (Srinagar) के गुपकर रोड़ वाला घर, रेजिडेंसी रोड़ पर व्यावसिक संपत्ति अटैच की गई है. इसके अलावा जम्मू कश्मीर (Jammu-Kashmir) में चार अलग-अलग जगहों पर जमीन भी अटैच की गई है.
ED ने फारूख अब्दुल्ला (Farooq Abdullah) की जो संपत्ति अटैच की है उसमें खास बात ये है कि श्रीनगर (Srinagar) के गुपकार रोड वाला घर और रेजि़ेडेंसी रोड पर कर्मशियल बिल्डिंग सरकारी जमीन पर है और फारूख अब्दुल्ला ने इन्हे लीज पर पर ले रखा है. इसके अलावा जम्मू के संजवान में जो घर है वो भी सरकारी और वन विभाग की जमीन पर है जिसे फारूख अब्दुल्ला ने कब्जा कर घर बना रखा है.
फारूख अब्दुल्ला (Farooq Abdullah) का ये मामला साल 2005-06 से 2011 के दौरान जम्मू कश्मीर क्रिकेट एसोशियेशन में किये गये गबन से जुड़ा है. 2006 से 2012 के दौरान फारुख अब्दुल्ला JKCA के अध्यक्ष थे और BCCI ने इसी दौरान 109.78 करोड़ राज्य में क्रिकेट के डेवलेपमेंट के लिये दिये गये थे. लेकिन आरोप है कि फारुख अब्दुल्ला (Farooq Abdullah) ने अपनी पोजिशन का गलत इस्तेमाल करते हुये एसोशियेशन में गलत तरीके से पद दिये और उन्हे पैसों के इस्तेमाल की पॉवर भी दी. इन्ही लोगों ने JKCA के पैसों का गलत इस्तेमाल किया और फारुख अबदुल्ला और दूसरे आरोपियों के खातों में अवैध तरीके से पैसे भेजे गये। JKCA के बैंक खाते होने के बावजूद 6 नये बैंक खाते सिर्फ गबन करने के इरादे से खोले गये. कश्मीर में एक बैंक में बंद खाता भी सिर्फ पैसों का गबन करने के लिये चालू करवाया गया.
ED ने अपनी जांच में पाया कि करीब 45 करोड़ रुपये BCCI के JKCA को दिये गए पैसों में से निकाले गए थे, जिसमें से 25 करोड़ रुपये कैश निकाले गये गये थे. ED ने इस मामलें में फारूख अब्दुल्ला से पुछताछ भी की थी. साथ ही उनके करीबी अहसान अहमद मिर्जा (Ahsan Ahmed Mirza) को पुछताछ के बाद सितंबर 2019 में गिरफ्तार भी किया था. अहसान अहमद मिर्जा JKCA में कैशियर के पद पर तैनात थे.
CBI ने जम्मू कश्मीर हाइकोर्ट के आदेश के बाद इस मामले की जांच 21 सितंबर 2015 में मामला दर्ज कर शुरू की थी. CBI ने भी इस मामले में फारुख अब्दुल्ला से पुछताछ की थी और जांच करने के बाद 16 जुलाई 2018 में फारुख अब्दुल्ला (Farooq Abdullah) समेत चार आरोपियों के खिलाफ चार्जशीट (Chargesheet) दाखिल की थी.
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