नई दिल्ली: देश की राजधानी दिल्ली (Delhi) की सीमाओं पर पिछले 18 दिनों से जारी किसान आंदोलन (Farmers Protest) को लेकर पंजाब बीजेपी (Punjab BJP) के कुछ नेताओं ने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह (Amit Shah) से रविवार दोपहर मुलाकात की है. शाह के आवास पर आयोजित इस बैठक में कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर (Narendra Singh Tomar) , अश्वनी शर्मा और सोमप्रकाश समेत पंजाब बीजेपी के वरिष्ठ नेता शामिल हुए.


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सूत्रों की मानें तो आंदोलन खत्म कराने के लिए किसान और सरकार के बीच जल्द ही अगले दौर की बातचीत हो सकती है. कृषि राज्य मंत्री कैलाश चौधरी ने इसकी उम्मीद जताते हुए कहा कि किसान और सरकार बातचीत में दो कदम आगे बढ़े हैं. भले ही विपक्षी दल किसानों की आड़ लेकर राजनीति करती रहे. लेकिन केंद्र सरकार किसानों के साथ न्याय करेगी. 


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उन्होंने दोहराया कि नए कृषि कानून किसानों को आजादी देने वाला है. हम किसानों और उनके प्रतिनिधियों के संपर्क में हैं. और मुझे लगता है कि जल्द ही अगली बैठक होगी. मेरा किसानों से आग्रह है कि वार्ता करें. तभी जल्द से जल्द हल निकलेगा. विपक्ष के राजनैतिक दावों से बचें. वो सिर्फ राजनैतिक रोटियां सेकना चाहते हैं. 


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उन्होंने कांग्रेस पर भी निशाना साधते हुए कहा कि कुछ लोगों ने देश पर 60 साल तक शासन किया. लेकिन इसके बावजूद किसानों को बजट नहीं दे सके. उन्होंने जानकारी देते हुए बताया कि पहले यूपीए का बजट सिर्फ 13-14 हजार करोड़ रुपये ही था. जिसे मोदी सरकार ने 1 लाख 37 हजार करोड़ का पहुंचाया. किसान शुरुआत से ही बिचौलियों से मुक्ति चाहता था. फसल का रेट तय करना चाहता था. इन्हीं मांगों को देखते हुए केंद्र ने नए बिल पास किए. लेकिन कुछ शंका के चलते अब इनका विरोध हो रहा है. लेकिन हमें उम्मीद है कि जल्द ही ये शंका दूर होगी.


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