Gurmeet Ram Rahim Parole: साध्वियों के यौन शोषण और मर्डर केस में 20 साल की सजा काट रहे डेरा सच्चा सौदा प्रमुख राम रहीम को एक बार फिर पैरोल मिल गई है. दरअसल, राम रहीम ने सरकार से 20 दिनों के पैरोल की मांग की थी. हरियाणा में विधानसभा चुनाव की वजह से आचार संहिता लगी हुई है और इस कारण सरकार ने राम रहीम के पैरोल के आवेदन को मुख्य निर्वाचन अधिकारी (CEO) के पास भेजा, जिसे शर्तों के साथ चुनाव आयोग ने स्वीकार कर लिया है. हरियाणा में होने वाले चुनाव से ठीक पहले राम रहीम के बाहर आने पर सवाल उठने लगा है कि आखिर कैसे हर बार चुनाव से पहले उसे कैसे पैरोल या फरलो मिल जाता है.


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

पेरोल या फरलो संयोग है या प्रयोग?


हर बार चुनाव से पहले पेरोल या फरलो संयोग है या प्रयोग है. दरअसल, राम रहीम का हरियाणा के सिरसा, अंबाला, कुरुक्षेत्र और हिसार जिले में खासा प्रभाव है. इन चारों जिलों में करीब 36 विधानसभा सीटें आती हैं. इसीलिए उसे बार-बार पैरोल और फारलो मिल जाता है. आंकड़ों को मुताबिक, राम रहीम को 4 साल में 11 बार पैरोल या फरलो मिली है, जिसमें 6 बार चुनाव से ठीक पहले रियायत दी गई है.


कब-कब चुनाव से पहले जेल से बाहर आया रहीम?


- फरवरी 2022, पंजाब विधानसभा चुनाव से पहले 21 दिन की पैरोल.
- जून 2022, हरियाणा नगर निकाय चुनाव से पहले 30 दिन की पैरोल.
- अक्टूबर 2022, आदमपुर उपचुनाव से पहले 40 दिन की पैरोल.
- जुलाई 2023, हरियाणा पंचायत चुनाव से पहले 30 दिन की पैरोल.
- नवंबर 2023, राजस्थान विधानसभा चुनाव से पहले 29 दिन की फरलो.
- अगस्त 2024, हरियाणा विधानसभा चुनाव से पहले 20 दिन की फरलो.


किन शर्तों पर राम रहीम को मिली है पैरोल?


डेरा सच्चा सौदा प्रमुख गुरमीत राम रहीम सिंह को बीस दिन की सशर्त पैरोल मिली है और मंगलवार को पैरोल मंजूरी की चिट्ठी जिला जेल प्रशासन तक पहुंचने की संभावना है, जिसके बाद वो कभी भी जेल से बाहर आ सकता है. मुख्य निर्वाचन अधिकारी ने शर्तों के साथ राम रहीम को पैरोल दी है. EC ने राम रहीम को हरियाणा जाने और चुनाव प्रचार पर रोक लगाई है. इस वजह से राम रहीम पैरोल पर बाहर आने के बाद बागपत के डेरा सच्चा सौदा बरनावा आश्रम में रहेगा.


5 अक्टूबर को चुनाव, 8 को नतीजे


बता दें कि हरियाणा (Haryana Vidhan Sabha Chunav) की सभी 90 विधानसभा सीटों पर 5 अक्टूबर को एक चरण में वोट डाले जाएगे और 8 अक्टूबर को वोटो की गिनती होगी. इस दिन जम्मू-कश्मीर चुनाव के नतीजे भी आएंगे. हरियाणा में पहले 1 अक्टूबर को मतदान होना था, लेकिन आसोज अमावस्या उत्सव की वजह से चुनाव आयोग ने तारीखों को बदलकर 5 अक्टूबर कर दिया था.