Hathras Stampede News: सूरजपाल उर्फ नारायण साकार हरि पिछले कुछ दिनों से गायब था. किसी को नहीं पता था कि वो कहां है. लेकिन ZEE NEWS आपको लगातार बताता रहा कि बाबा साकार, मैनपुरी वाले आश्रम में छिपा हुआ है.
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Hathras Stampede News: सूरजपाल उर्फ नारायण साकार हरि पिछले कुछ दिनों से गायब था. किसी को नहीं पता था कि वो कहां है. लेकिन ZEE NEWS आपको लगातार बताता रहा कि बाबा साकार, मैनपुरी वाले आश्रम में छिपा हुआ है. जी न्यूज़ की खबर पर मुहर लग गई. बाबा साकार मैनपुरी आश्रम में ही मौजूद था और शनिवार को कैमरे के सामने आया.
स्क्रिप्टेड स्टेटमेंट दिया..
बाबा कैमरे पर एकदम भोला-भाला बनकर सामने आया.... मीडिया के सामने आए बाबा साकार ने दुखी सा चेहरा बनाकर, अपनी बात कही. मीडिया के माइक और कैमरे के सामने बाबा साकार ने एक स्क्रिप्टेड स्टेटमेंट दिया. साकार हरि ने हाथरस हादसे पर दुख जताया. व्यथित होने की बात कही.... लेकिन खुद पर उठ रहे किसी सवाल का जवाब नहीं दिया.
बाबा साकार अचानक कहां से निकलकर आया?
अब सवाल है कि बाबा साकार अचानक कहां से निकलकर आया. बाबा के कैमरे पर आने की टाइमिंग पर भी सवाल खड़े हो रहे है. हाथरस में 2 जुलाई को हुई भगदड़ के लिए पुलिस ने बाबा के करीबी देव प्रकाश मधुकर को मुख्य आरोपी बनाया था. देव प्रकाश उस कार्यक्रम का मुख्य आयोजक था, जिसमें भगदड़ मची थी. 5 जुलाई की रात देव प्रकाश को यूपी पुलिस ने दिल्ली के नजफगढ़ से गिरफ्तार कर लिया. देव प्रकाश के गिरफ्तार होते ही बाबा भी मीडिया के सामने आ गया.
बाबा साकार घबरा गया है?
2 जुलाई को हुई भगदड़ से लेकर बाबा के कैमरे पर आने तक की टाइमलाइन यही है. लेकिन सवाल ये है कि क्या देव प्रकाश की गिरफ्तारी से बाबा साकार घबरा गया है. क्या उसे अपनी मुश्किलें बढ़ती दिख रही हैं? फिलहाल बाबा की मंडली में नंबर 2 की हैसियत रखने वाला देव प्रकाश, पुलिस की गिरफ्त में है. पुलिस ने हाथरस भगदड़ मामले को लेकर उससे कई सवाल पूछे हैं.
मधुकर से पुलिस ने पूछा..
- हाथरस के सत्संग में भगदड़ कैसे मची ?
- क्या सेवादारों ने भीड़ पर लाठी चलाई?
- हाथरस हादसे के समय तुम कहां थे ?
- क्या किसी असामाजिक तत्व को देखा ?
- बाबा को बताया था कि कितने लोग आएंगे ?
- सत्संग में भक्तों का अनुमान था क्या ?
- बाबा साकार के संपर्क में कब से हो ?
((*सूत्र))
बाबा साकार पाखंडी दुनिया का पहला और आखिरी बाबा नहीं है. देश के कोने कोने में ऐसे कई बाबा हैं जो अपनी पाखंड की दुकानें चला रहे हैं.
- कहीं कंबल वाला बाबा है, जो दुख दर्द मिटाने का दावा कर रहा है.
- कहीं वाइब्रेशन बाबा लोगों को ठगने के लिए बैठा है.
- कोई झाड़ू वाला बाबा है... तो कोई MBBS बाबा बनकर बैठा है.
इन बाबाओं की पाखंड वाली दुकान पर हर समस्या का समाधान होने का दावा किया जाता है. डॉक्टर की दवाई काम करे या ना करे.. बाबा के पाखंड की इन दुकानों में हर समस्या का इलाज होता है. हमारे देश में बाबागीरी का बिजनेस अब बड़ा रूप ले चुका है. किसी बाबा के चमत्कार दिखाने के दावे करते ही हजारों, लाखों की भीड़ जुट जाती है.
कंबल वाले बाबा
बाबा का दावा है कि सिर पर काला कंबल घुमाते ही बड़ी से बड़ी बीमारी छू मंतर हो जाती है. बाबा को लेकर कहा जाता है कि इसे 4 साल की उम्र में देवी ने आशीर्वाद के रूप में काला कंबल दे दिया था. तभी से काले कंबल वाले बाबा का धंधा चमक गया.
वाइब्रेशन बाबा
जैसे मोबाइल में वाइब्रेशन होती है, वैसे ही इस बाबा में वाइब्रेशन होती है. दूर-दूर से लोग इनकी वाइब्रेशन देखने आते हैं. ये बाबा बैठे-बैठे हिलने लगते हैं. गुलाब के फूलों की सेज सजा कर मोबाइल की तरह वाइब्रेट होते हैं. वाइब्रेशन बाबा दावा करता है कि वो गर्म तेल से मुंह धो लेता है.
MBBS बाबा
इनका दावा है कि उनकी एक फूंक से बीमारियां शरीर से उड़ जाती हैं. MBBS बाबा खुद मानते हैं कि उन्होंने अपना वेंचर खोला है. जिसमें हर बीमारी की एक ही दवा है और वो दवा है उनकी फूंक.
झाड़ू वाले बाबा
इस बाबा के पास जादुई झाड़ू है. झाडू मारकर ये आदमी की बीमारी ठीक कर देता है. झाड़ू वाले बाबा की नौटंकी भी मजेदार है. झाडू बाबा का नाम इतना बड़ा है कि नेपाल तक के लोग उनके पास पहुंचते है. बाबा कभी तलवार लहराते हैं. कभी तलवार पर चढ़ जाते हैं. दरबार में रविवार और मंगलवार को पैर रखने की जगह नहीं होती. यहां आने वाले लोग इनकी अंधभक्ति में डूबे हैं.