What Does a Country Need: भगौड़े नित्यानंद ने कथित तौर पर खुद का एक देश बना रखा है. अब आपके मन में ये ख्याल जरूर आया होगा कि आखिर कोई इंसान अपना देश कैसे बना सकता है. आइए जानते हैं कि देश बनाने के नियम क्या हैं?
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How A Country Is Formed: एक बार फिर लंबे समय बाद विवादित धर्मगुरु और भगोड़े नित्यानंद के कथित देश कैलासा का जिक्र सुनने को मिल रहा है. हाल ही में यूएन में हुई बैठक के दौरान नित्यानंद के काल्पनिक देश कैलासा के प्रतिनिधि ने भी हिस्सा लिया था. आपको बता दें कि नित्यानंद पर रेप और बच्चों के अपहरण समेत कई धाराएं दर्ज है. साल 2019 में इन मामलों के दर्ज होने के बाद से नित्यानंद फरार चल रहा है. जिन्हें नहीं पता उनको बता दें कि भगौड़े नित्यानंद ने कथित तौर पर अपना खुद का एक देश बना रखा है जिसका नाम कैलासा है. अब आपके मन में ये ख्याल जरूर आया होगा कि आखिर कोई इंसान अपना देश कैसे बना सकता है. आइए जानते हैं कि देश बनाने के नियम क्या हैं?
दुनिया में हैं कितने देश
सर्वेश्वर दयाल सक्सेना की लिखी हुई एक लाइन देश और राष्ट्र के लिए बिल्कुल सटीक बैठती है. उन्होंने अपनी एक कविता में कहा है कि ‘देश कागज पर बना नक्शा नहीं होता.' छोटा-मोटा द्वीप या जमीन का टुकड़ा खरीद कर उस पर अपना साम्राज्य खड़ा कर लेना देश या राष्ट्र होने की मान्यता नहीं है. इसके लिए बकायदा यूएन (UN) से मान्यता लेनी पड़ती है. आपको बता दें कि साल 1945 तक दुनिया में केवल 51 देश थे लेकिन यूएन की मान्यता के अनुसार अब इनकी संख्या बढ़कर करीब 193 हो चुकी हैं. वहीं 2 अन्य देशों को नॉन मेंबर आबजर्रवर स्टेट में रखा गया है.
कैसे बनता है देश?
कई देश को खुद को आजाद तो बता देते हैं और वहीं सहयोगी देश इन्हें मान्यता भी देते हैं लेकिन कुछ दूसरे देश इन्हें देश मानने से इंकार कर देते हैं. ऐसे में ये सिर्फ जमीन का एक विवादित हिस्सा रह जाते हैं. इनका उदाहरण ताइवान और फिलिस्तीन से समझ सकते हैं. किसी भी देश को चलाने के लिए दूसरे देशों के साथ का संबंध होना बहुत जरूरी है जिससे वह आयात और निर्यात करते हैं. देश की इकोनॉमी सबसे बड़ा रोल अदा करती है. देश की अपनी खुद की करेंसी होनी चाहिए. इसके अलावा देश में कारखाने, खेती और उसके नागरिक भी मौजूद होने चाहिए. इसके बाद आप अपना देश बना सकते हैं लेकिन असली पेंच यूएन से मान्यता लेने में है. अपने देश के लिए मानता लेने के लिए आपको यूएन के सेक्रेटरी को पत्र लिखना होता है. इसके बाद यूएन चार्टर में अपनी बात रखनी पड़ती है.और पूरे शांतिपूर्ण ढंग से यह साबित करना होता है कि क्यों आप एक नए देश के रूप में हैं.
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