नई दिल्लीः सस्ती और नवोन्मेषी प्रौद्योगिकी बनाने में बेहतरीन रिकॉर्ड रखने वाले भारत की रुचि कम-लागत वाले संचार समाधानों के विकास के लिए अन्य देशों के साथ साझेदारी करने में है. वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री सुरेश प्रभु ने मंगलवार को यह बात कही. प्रभु यहां ‘इंडिया टेलीकॉम-2019 एक्सपो’ को संबोधित कर रहे थे. इसका आयोजन दूरसंचार उपकरण एवं सेवा निर्यात संवर्द्धन परिषद (टीईपीसी) ने किया है. 


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संचार प्रौद्योगिकी को तेजी से फैलने वाला करार देते हूए प्रभु ने कहा कि यह वास्तविक समय पर लोगों को एक ही मंच पर लाती है. उन्होंने कहा, ‘‘ यह एक महत्वपूर्ण और चुनौतीपूर्ण समय है, क्योंकि बदलाव शाश्वत है और बदलाव की गति नाटकीय.’’ उन्होंने कहा कि भारत ऐसी साझेदारी चाहता है जो दोनों पक्षों के लिए लाभकारी हो. चीन के बाद संचार सेवाओं का भारत दूसरा सबसे बड़ा उपभोक्ता है.


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भारत कम लागत पर उच्च स्तरीय प्रौद्योगिकी विनिर्माण की सुविधा प्रदान करने वाला देश है. हमारी विनिर्माण क्षमता का विस्तार करने, परिशुद्ध करने और प्रौद्योगिकी कौशल से निपुण करने में सक्षम होने के लिए जानी जाती है. इस क्षेत्र में हम विकासशील देशों की तरफ दोस्ती का हाथ बढ़ाते हैं. उन्होंने कहा कि भारतीय उद्यमियों ने नई पीढ़ी के उत्पादों और समाधानों को बनाया है. सरकार उन्हें हर तरह का समर्थन देने के लिए तैयार है.


(इनपुट भाषा)