नई दिल्ली: बीजेपी (BJP) के राष्ट्रीय सचिव सुनील देवधर ने विदेश में हो रहे एक विवादास्पद सम्मेलन के आयोजकों पर बड़ा हमला बोला है. बीजेपी नेता ने कहा, 'डिस्मेंटलिंग ग्लोबल हिंदुत्व' (Dismantling Global Hindutva) नाम से जो तमाशा हो रहा है उसे कतई बर्दाश्त नहीं किया जायेगा. देवधर ने कहा कि डिस्मेंटल तो उस चीज को किया जाता है जिसे किसी ने एसेंबल किया हो. हिंदुत्व कोई चाइनीज खिलौना नहीं है जिसे कोई डिस्मेंटल कर देगा. 


'कम्युनिस्टों का फ्रस्टेशन'


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बीजेपी नेता ने कहा, 'हजारों साल से चली आ रही परंपरा और संस्कृति को निशाना बनाने की कोशिश हो रही है. हिंदुत्व को सुप्रीम कोर्ट (Supreme Court) ने वे ऑफ लाइफ कहा है. यह आयोजन पूरी दुनिया के कम्युनिस्टों का फ्रस्ट्रेशन है. एक विफल और झूठी विचारधारा जो अपने आप को जबरदस्ती साबित करने के लिए कई लोगों की जान ले चुकी है. हमने त्रिपुरा से इस विचारधारा को उखाड़ फेंका. ऐसे सम्मेलन से कुछ होने वाला नहीं है.


तुष्टिकरण का आरोप


गणेश उत्सव के सार्वजनिक आयोजन की पाबंदी पर सुनील देवधर ने कहा, 'महाराष्ट्र और दिल्ली जैसे राज्यों ने गणेश उत्सव पर तो पाबंदी लगा दी लेकिन चर्च में मास गैदरिंग और मस्जिद में नमाज पर पाबंदी क्यों नहीं लगाई जा रही है.


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संत समाज में नाराजगी


वहीं अयोध्या के संतों में डिस्मेंटलिंग ग्लोबल हिंदू कॉन्फ्रेंस को लेकर बेहद नाराजगी है. तपस्वी छावनी के महंत जगत गुरु परमहंस आचार्य ने केंद्र की मोदी सरकार से इस कार्यक्रम के आयोजकों के खिलाफ कड़ी कार्यवाही करने की मांग की है. वहीं आयोजन में शामिल होने वालों पर भी कड़ी कार्यवाही की मांग की गई है. इसी तरह जगत गुरु परमहंस आचार्य ने अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन (Joe Biden) से उनके देश में हो रहे ऐसे कार्यक्रम को रोकने की मांग की है.


ये भी कहा जा रहा है कि इस कार्यक्रम से जुड़े लोगों का हिन्‍दुओं के विरुद्ध किए गए नरसंहारों को नकारने का एक लंबा और सार्वजनिक इतिहास है. इसलिये ऐसे लोगों के विचार का प्रसार नहीं होना चाहिये.


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क्या है 'डिस्मेंटलिंग ग्लोबल हिंदुत्व'?


कई लोग इसे हिंदुत्व विरोधी ताकतों की साजिश मान रहे हैं. अमेरिका में 50 से ज़्यादा विश्वविद्यालयों के एक समूह द्वारा एक सम्मेलन आयोजित हो रहा है जिसको लेकर सोशल मीडिया पर बहस छिड़ी हुई है. 


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