Election: जिनके खिलाफ चुनाव लड़ रहे कैलाश विजयवर्गीय, प्रचार में टकरा गए..फिर देखिए क्या हुआ
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Election: जिनके खिलाफ चुनाव लड़ रहे कैलाश विजयवर्गीय, प्रचार में टकरा गए..फिर देखिए क्या हुआ

Video: इस घटना का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है. जिसमें दिख रहा है कि इंदौर के एक कार्यक्रम में कैलाश विजयवर्गीय कांग्रेस नेता संजय शुक्ला से टकरा गए. इसके बाद जो हुआ वह राजनीतिक गलियारे में चर्चा का विषय बना हुआ है.

Election: जिनके खिलाफ चुनाव लड़ रहे कैलाश विजयवर्गीय, प्रचार में टकरा गए..फिर देखिए क्या हुआ

Kailash Vijayvargiya: मध्य प्रदेश को यूं ही नहीं अजब-गजब कहा जाता है. इस राज्य की राजनीति भी कुछ ऐसी ही है जिसे आप नजरअंदाज नहीं कर सकते हैं. ऐसा ही एक नजारा हाल ही में तब देखने को मिला जब इंदौर में बीजेपी के दिग्गज नेता कैलाश विजयवर्गीय उस सख्स से टकरा गए जो उसी सीट से कांग्रेस विधायक है जिस सीट से कैलाश विजयवर्गीय विधानसभा चुनाव लड़ रहे हैं. कांग्रेस के विधायक संजय शुक्ला इंदौर-1 विधानसभा सीट से विधायक यही जबकि इसी सीट से बीजेपी ने कैलाश विजयवर्गीय को उम्मीदवार बना दिया है. हाल ही में जैसे ही दोनों नेता एक-दूसरे से मिले कुछ ऐसा हुआ कि वायरल हो गे और लोग दोनों की तारीफ करने लगे.

दरअसल, वैसे तो कैलाश विजयवर्गीय ऐसे नेता है जो चुनावी मोड में ही रहते हैं और विपक्षियों पर निशाना साधते रहते हैं. लेकिन कई बार उनके हलके-फुलके अंदाज भी लोगों को पसंद आते हैं. इसी कड़ी में इंदौर में वे एक कार्यक्रम में पहुंचे थे. इसी कार्यक्रम में कांग्रेस के मौजूदा विधायक संजय शुक्ला भी पहुंच गए. कैलाश विजयवर्गीय को देखते ही संजय शुक्ला ने पैर छूकर आशीर्वाद लिया, तो वहीं दूसरी तरफ कैलाश विजयवर्गीय ने उन्हें गले लगा लिया और साथ में तस्वीर खिंचवाई. इस दौरान संजय शुक्ला ने कहा कि वो मेरे आदरणीय हैं.

कैलाश विजयवर्गीय और संजय शुक्ला की जुगलबंदी का यह वीडियो सोशल मीडिया में वायरल हो रहा है. यह दिलचस्प ही है कि एक प्रकार से दोनों नेता चुनाव में आमने-सामने हैं. कैलाश विजयवर्गीय को इंदौर-1 से बीजेपी के प्रत्याशी के रूप में उतारा गया है और वहीं से कांग्रेस के संजय शुक्ला पिछली बार चुनाव जीतकर आए थे. इसका मतलब यह कि वे मौजूदा विधायक भी हैं. बताया जा रहा है कि कांग्रेस उन्हें फिर से टिकट दे सकती है. हालांकि अभी तक इस सीट से कांग्रेस ने उम्मीदवार नहीं घोषित किया है.

 

फिलहाल दोनों की इस मुलाक़ात को देखकर वहां आसपास मौजूद लोग चकित रह जाते हैं. कैसे कैलाश विजयवर्गीय और संजय शुक्ला ने राजनीतिक शुचिता का उदाहरण पेश किया है. एक बात और है कि जबसे कैलाश विजयवर्गीय को विधानसभा चुनाव के लिए उतारा गया है तभी से वे काफी हलके-फुलके मूड में दिख रहे हैं. इससे पहले भी वे कार्यकर्ताओं को कह चुके हैं कि आप सब कैलाश विजयवर्गीय हैं. इसके अलावा उन्होंने टिकट मिलने के बाद भी कार्यकर्ताओं से कहा कि वे अब बड़े नेता हो गए हैं.

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