Mamata Banerjee: पश्चिम बंगाल (West Bengal) सरकार और राजभवन के बीच बढ़ रही 'दरार' को और चौड़ी करते हुए राज्यपाल सीवी आनंद बोस (CV Anand Bose) ने सार्वजनिक ऐलान कर दिया है कि वो तत्तकाल प्रभाव से मुख्यमंत्री ममता बनर्जी (Mamata Banerjee) का सामाजिक बहिष्कार करेंगे. हालांकि राज्यपाल बोस ने ये भी साफ किया कि ममता के 'सामाजिक बहिष्कार' से उनका मतलब ये है कि वो मुख्यमंत्री ममता के साथ कोई सार्वजनिक मंच साझा नहीं करेंगे. राज्यपाल कार्यालय द्वारा जारी एक वीडियो संदेश में सी.वी. आनंद बोस ने कहा, 'मैं मुख्यमंत्री का सामाजिक बहिष्कार करूंगा. सामाजिक बहिष्कार का मतलब है कि मैं मुख्यमंत्री के साथ कभी कोई मंच साझा नहीं करूंगा. मैं ऐसी किसी बैठक में शामिल नहीं होऊंगा, जिसमें मुख्यमंत्री मौजूद हों.'


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पुलिस कमिश्नर के ऊपर मुख्यमंत्री का हाथ: बोस


संदेश में राज्यपाल ने इस बात पर भी नाराजगी जताई कि राज्य सरकार ने आर.जी. कर मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल में जूनियर डॉक्टर की बलात्कार और हत्या ( RG Kar doctor rape murder case) की जांच को में अच्छी तरह कार्रवाई करने में चूक के लिए कोलकाता के पुलिस आयुक्त विनीत कुमार गोयल के खिलाफ कार्रवाई की उनकी सलाह को नजरअंदाज कर दिया. कलकत्ता हाई कोर्ट (High Court) के निर्देशों के बाद मामले की जांच केंद्रीय जांच ब्यूरो (CBI) को सौंप दी गई थी. राज्यपाल के मुताबिक, कमिश्नर गोयल ने जिस तरह से मामले में कार्रवाई की, वह बेहद संदिग्ध था और इसे एक तरह की 'आपराधिक गतिविधि' कहा जा सकता है, जिसके लिए उनके साथ कानूनी प्रावधानों के अनुसार निपटा जाना चाहिए.


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कौन हैं लेडी मैकबेथ ममता बनर्जी से हो रही तुलना?


राज्यपाल ने पश्चिम बंगाल में कानून-व्यवस्था की स्थिति को लेकर मुख्यमंत्री पर तीखा हमला किया और यहां तक ​​कि बनर्जी को 'लेडी मैकबेथ'तक कह डाला और दावा किया कि राज्य में हर जगह हिंसा हो रही है. लेडी मैकबेथ विलियम शेक्सपियर के नाटक 'मैकबेथ' की मुख्य चरित्र है. वह काफी मजबूत इरादों वाली महिला है, लेकिन अपनी आकांक्षाओं को पूरा करने के लिए गलत रास्ते अपनाने से भी परहेज नहीं करती. राज्यपाल ने कहा कि ऐसी स्थिति में वह चुप नहीं रह सकते. उन्होंने कहा कि राज्य सचिवालय लंबे समय तक लोगों के अविश्वास को दबा नहीं पाएगा. सच्चाई आखिरकार जल्द सामने आएगी. राज्यपाल ने 16वें अमेरिकी राष्ट्रपति अब्राहम लिंकन की एक उक्ति दोहराते हुए कहा, 'आप कुछ लोगों को कुछ समय के लिए मूर्ख बना सकते हैं, लेकिन आप सभी लोगों को हर समय मूर्ख नहीं बना सकते.'


लेडी मैकबेथ की बात करें तो उसकी प्रष्ठभूमि स्कॉटलैंड से जुड़ी है. लेडी मैकबेथ को सिंहासन पर कब्ज़ा करने के लिए अपने पति के साथ साजिश रचते हुए देखा जाता है. वो क्रूर शाषक है. कभी-कभी अपने पति से भी अधिक 'जल्लाद' नजर आती है. जैसे-जैसे उसकी किस्मत चमकती है, वैसे-वैसे उसके अत्याचार बढ़ते हैं. 'साम-दाम-दंड-भेद' से राज करने वाली मैकबेथ के हाथ से जब बाजी निकल जाती है तो वह निराशा में डूब जाती है. 


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राज्यपाल सी.वी.आनंद बोस ने ममता बनर्जी के बहिष्कार और उनकी तुलना लेडी मैकबेथ से करते हुए संभवत: ये जताने की कोशिश की है कि फिलहाल बंगाल की सत्ता पर बैठे लोग उसी तरह हैं जिन्हें अपनों के सिवा दूसरों से कोई लेना देना नहीं है. अब अगर इस सवाल पर गौर करें कि मुख्यमंत्री को विलेन क्यों बनाया जा रहा है? तो इसके पीछे बोस का तर्क है कि आरजी कर अस्पताल की डॉक्टर बेटी के रेप-मर्डर की खबर मिलते ही उन्होंने जब मामले की सही तरह से जांच करवाने और कोलकाता पुलिस कमिश्नर पर एक्शन लेने को कहा तो उन्होंने उनकी बात को अनसुना कर दिया.