Russia Ukraine war News: रूस ने अमेरिका का मुकाबला करने के लिए चीन के साथ नया रक्षा समझौता किया है. रूस-यूक्रेन युद्ध (Russia Ukraine War) के बीच विदेश मंत्रालय की प्रवक्ता मारिया ज़खारोवा ने दुश्मनी करने वालों को अंजाम भुगतने की धमकी दी है.
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Russia China deal: कहते हैं कि जब दिल को चोट पहुंचती है तो अक्सर दुश्मनी की वजह बन जाती है. यही हुआ रूस-यूक्रेन युद्ध यानी 'कीव' पर कब्जे की जंग में जहां यूक्रेन को अमेरिका से राशन-पानी, दवा-दारू और हथियार न मिले होते तो, अब तब राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन (Vladimir Putin) वहां रूसी झंडा फहराकर 'मेरा वचन ही मेरा शासन है', जैसा कुछ तूफानी काम कर चुके होते. जब ये अरमान पूरा नहीं हुआ तो उन्होंने अमेरिका (USA) से हिसाब चुकता करने और उसे सबक सिखाने का मन बनाया है. अमेरिका को घेरने के लिए रूस की मदद करने आगे आया है वो चीन (China), जिसने मॉस्को (Moscow) से ट्रेड डील करने के बाद एक दूसरे की हिफाजत के लिए साथ-साथ जीने मरने की कसम खाई है.
नो लिमिट पार्टनरशिप डील
पुतिन और जिनपिंग मौके की तलाश में हैं. दोनों 'नो लिमिट पार्टनरशिप' (Vladimir Putin Xi Jinping signed no limits partnership) समझौता कर चुके हैं. जापान में अमेरिकी मिसाइलों की संभावित तैनाती के जवाब में रूस ने चीन के साथ डील (Russia China Defence Deal) की है. रूसी विदेश मंत्रालय की प्रवक्ता मारिया ज़खारोवा ने एग्रीमेंट की जानकारी देते हुए कहा, 'हमारी रणनीतिक साझेदारी, रक्षात्मक है ना कि आक्रामक. हमारा मकसद खतरों से बचाव की तैयारी है'.
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अमेरिका को धमकी!
मारिया ज़खारोवा ने कहा, 'मैं आपको याद दिलाना चाहूंगी कि मॉस्को और बीजिंग अमेरिका द्वारा 'दोहरे नियंत्रण' का जवाब 'दोहरी जवाबी कार्रवाई' से देंगे.' ज़खारोवा उस रिपोर्ट का जवाब दे रही थीं जिसमें दावा किया गया था कि अमेरिका ने संयुक्त सैन्य अभ्यास के लिए जापान में मिसाइलें तैनात करने की इच्छा जताई थी. ज़खारोवा ने कहा, 'ये बहुत स्पष्ट है कि रूस-चीन दोनों जरूरत पड़ने पर दुश्मनों को माकूल जवाब देंगे.'
समंदर में विनाशलीला का ट्रेलर
रूस और चीन की नौसेनाएं विशाल युद्धाभ्यास कर रही हैं. ‘Massive Ocean 2024’ नाम की मिलिट्री ड्रिल में 400 से ज्यादा युद्धपोत, पनडुब्बियां, 120 विमान और करीब 90 हजार सैनिक शामिल हैं. रूसी रक्षा मंत्रालय ने कई बेड़ों और तटीय रक्षा सैन्य स्ट्रक्चर में मिसाइल दागने और समुद्री लक्ष्यों पर गोलीबारी के वीडियो सोशल मीडिया पर शेयर किए हैं. ये रूस का सोवियत युग के बाद का सबसे बड़ा नौसैनिक अभ्यास है. अमेरिका ने चीन के मुख्य तौर पर हिस्सा लेने पर नाराजगी जताई है. आपको बताते चलें कि चीन के नौसैनिक 'ऑपरेशन फोर्मोसा 2024' भी चला रहे हैं, जहां वो ब्राजील के साथ सैन्य अभ्यास कर रहे हैं.
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