उपचुनाव से पहले जोगी के गढ़ में कांग्रेस की सेंध, JCCJ के 3 दिग्गजों ने थामा ‘हाथ’
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उपचुनाव से पहले जोगी के गढ़ में कांग्रेस की सेंध, JCCJ के 3 दिग्गजों ने थामा ‘हाथ’

छत्तीसगढ़ में पूर्व मुख्यमंत्री अजीत जोगी के निधन के बाद खाली हुई मरवाही सीट को जीतने के लिए सभी दल ए़ड़ी चोटी का जोर लगा रहे हैं. इसी चुनावी जंग में JCCJ को बड़ा झटका लगा है. JCCJ के तीन कर्मठ नेताओं ने कांग्रेस का हाथ थाम लिया है.

फाइल फोटो

रायपुर: छत्तीसगढ़ में पूर्व मुख्यमंत्री अजीत जोगी के निधन के बाद खाली हुई मरवाही सीट को जीतने के लिए सभी दल ए़ड़ी चोटी का जोर लगा रहे हैं. इसी चुनावी जंग में JCCJ को बड़ा झटका लगा है. JCCJ के तीन कर्मठ नेताओं ने कांग्रेस का हाथ थाम लिया है. बिलासपुर के समीर अहमद बबला ,पेंड्रा के पंकज तिवारी और शिवनारायण तिवारी कांग्रेस में शामिल हो गए हैं. ये तीनों दिग्गज जोगी परिवार के बेहद करीबी थे. 

नेताओं के पार्टी छोड़ने के बाद अमित जोगी की पहली प्रतिक्रिया सामने आई है. उन्होंने ट्वीट कर लिखा कि आदरणीय श्री शिव नारायण तिवारी मेरे बड़े पिताजी और श्री  समीर अहमद बबला और  पंकज तिवारी मेरे भाई समान हैं. कठिन से कठिन समय में उन्होंने मेरे परिवार का साथ दिया था. वे भले ही अब मेरे दल में नहीं हैं लेकिन मेरे दिल में सदैव रहेंगे। मैं उनके उज्जवल भविष्य की कामना करता हूं. 

मरवाही सीट का ये है इतिहास
आपको बता दें कि प्रदेश में सिर्फ मरवाही विधानसभा सीट ही एक ऐसी सीट है जहां राज्य बनने के 20 साल के भीतर पांच चुनाव हो चुके हैं और यहां छठवीं बार चुनाव होने जा रहा है. राज्य बनने के बाद अजीत जोगी छत्तीसगढ़ के प्रथम मुख्यमंत्री बनें .राज्य बनने के पहले साल ही यहां उपचुनाव हुए जिसमें तत्कालीन मुख्यमंत्री अजीत जोगी ने भाजपा प्रत्याशी अमर सिंह को 51 हजार से अधिक वोटों से पराजित किया. चूंकि 1998 में विधानसभा का आम निर्वाचन हुआ था इसलिए 2003 में फिर से चुनाव हुए.  इस बार भी अजीत जोगी ने भाजपा के दमदार नेता नंदकुमार साय को 54 हजार 150 वोटों से एकतरफा जीत हासिल की. 

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2008 में जोगी ने भाजपा के ध्यान सिंह को 42 हजार वोटों से हराया, जबकि 2013 में अजीत जोगी ने मरवाही में अपने बेटे अमित जोगी को प्रत्याशी बनाया. अमित ने भी अजीत तरह एकतरफा 46250 वोटों से जीत हासिल की. अमित को जहां 82,909 वोट मिले थे जबकि भाजपा प्रत्याशी समीरा पैकरा को 36,659 वोट ही मिले. वहीं साल 2018 में हुए विधानसभा चुनाव में अजीत जोगी जोगी कांग्रेस के निशान से सहारे मैदान में उतरे, लेकिन जोगी ने 46 हजार से ज्यादा वोटों से जीत दर्ज की थी, यहां से भाजपा प्रत्याशी अर्चना पोर्ते 27 हजार वोटों के साथ दूसरे और कांग्रेस प्रत्याशी गुलाब सिंह राज 20 हजार वोटों के साथ तीसरे स्थान पर रहे.

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