छत्तीसगढ़ की राजधानी में कोरोना नहीं सामने आई ये गंभीर बीमारी, अब तक 652 केस
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छत्तीसगढ़ की राजधानी में कोरोना नहीं सामने आई ये गंभीर बीमारी, अब तक 652 केस

राजधानी के कई इलाकों में पीलिया से हालात बेकाबू हैं. मरीजों के लगातार बढ़ते आंकड़े स्वास्थ्य महकमे के माथे पर चिंता की लकीर खींच रहे हैं. 

फाइल फोटो

रायपुर: छत्तीसगढ़ में कोरोना संकट के बीच पीलिया ने तेजी से पैर पसारने शुरू कर दिए हैं. छत्तीसगढ़ में कोरोना के हालात तो फिलहाल काबू में हैं और कई राज्यों के मुकाबले मामले बेहद कम हैं. लेकिन रायपुर वासियों को एक और गंभीर बीमारी ने घेर लिया है.

राजधानी के कई इलाकों में पीलिया से हालात बेकाबू हैं. मरीजों के लगातार बढ़ते आंकड़े स्वास्थ्य महकमे के माथे पर चिंता की लकीर खींच रहे हैं. स्वास्थ्य विभाग के मुताबिक रायपुर में पीलिया के मरीजों का आंकड़ा 652 हो गया है. 172 लोगों को इलाज के बाद डिस्चार्ज भी कर दिया गया. जबकि 29 मरीज अभी भी जिला अस्पताल में भर्ती हैं.

गंदा पानी और खराब पाइप लाइन पीलिया फैलने की वजह?
शहर में पीलिया का दायरा आमापारा से बढ़कर बिरगांव तक जा पहुंचा है. गंदे पानी की सप्लाई और खराब पाइप लाइन को पीलिया फैलने की प्रमुख वजह बताया जा रहा है. जिसके बाद नगर निगम ने टैंकरों से पानी की सप्लाई शुरू कर दी है. जबकि कई इलाकों में पाइप लाइन ​बदलने का काम चल रहा है.

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जल्द समस्या का हाल निकालेंगे: स्वास्थ्य मंत्री
इस बीच स्वास्थ्य मंत्री ने भी मामले में चिंता जताते हुए पीलिया की समस्या जल्द हल करने की बात कही है. स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव ने कहा कि अगर किसी एक क्षेत्र में पीलिया के मामले लगातार बढ़ रहे हैं, तो ये चिंता का विषय है. निगम प्रशासन को इस पर गंभीरता से विचार करना चाहिए, हम लगातार प्रयास कर रहे हैं कि मामले ना बढें.

निगम प्रशासन की लापरवाही: BJP
बीजेपी का आरोप है कि निगम प्रशासन की लापरवाही और गंदे पानी की वजह से ही रायपुर की जनता को कोरोना संकट में पीलिया का सामना भी करना पड़ रहा है.

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